पांच साल पहले 1 मई की देर रात ऐबटाबाद में बैठे एक युवक ने जब ये ट्वीट किया कि उसके घर से कुछ दूर पर कई हेलीकॉप्टर उड़ रहे हैं. धमाके की आवाज आई है, तो उसे भी ये अहसास नहीं था कि वह दरअसल सबसे बड़े आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को खत्म करने के लिए हुए ऑपरेशन का आंखो देखा हाल बता रहा है. अगली सुबह दुनिया को मालूम हुआ कि ओसामा मारा जा चुका है.
उस ऑपरेशन से जुड़ी कई प्रकार की बातें हुईं. बाद में अमेरिकी एजेंसियों और दूसरे स्रोतों से ये बात सामने आई कि पूरा ऑपरेशन कब और कैसे किया गया.
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ओसामा बिन लादेन (फाइल फोटो) |
पांच साल बाद अमेरिका की केंद्रीय जांच एजेंसी (CIA) ने उस ऑपरेशन को लाइव ट्वीट के जरिए एक बार फिर जीवंत करने की कोशिश की. इन ट्वीट्स को उस अंदाज में किया गया जैसे ये ऑपरेशन अभी हुआ और ट्विटर के जरिए उसकी लाइव कमेंट्री हो रही हो.
ओसामा को मारे जाने के दिन को इस अंदाज में याद करने की सीआईए की ये कोशिश दिलचस्प रही. लेकिन इस पर विवाद भी है. कई लोगों को CIA का ये कदम बहुत भद्दा और असंगत लगा. वैसे, ओसामा को मारने का पूरा ऑपरेशन और बाहर आई उससे जुड़ी जानकारी भी कम विवादास्पद नहीं.
कुछ दिन पहले ही एक अमेरिका के दिग्गज खोजी पत्रकार सोमर हेर्श ने पाकिस्तानी अखबार 'दि डॉन' से इंटरव्यू में इस बात को दोहराया था कि ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए अमेरिका ने जो ऑपरेशन किया था उसके बारे में पाकिस्तान को पहले से मालूम था. उन्होंने कहा पाकिस्तान ने 2006 से ही सऊदी अरब की मदद से ओसामा को नजरबंद रखा था. बाद में पाकिस्तान और अमेरिका में डील हुई. डील के मुताबिक अमेरिका को इस तरह ऑपरेशन करना था जैसे दुनिया को लगे कि पाकिस्तान को इस बारे में कोई खबर नहीं है और ऐसा ही हुआ.
जब अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने लादेन को मारे जाने की पुष्टि की...
वैसे, ये पहली बार नहीं है जब किसी बड़ी घटना को इस तरह लाइट ट्वीट के जरिए याद किया गया हो. 2014 में भी जब टाइटेनिक के उत्तरी एटलांटिक में डूबने के 102 साल पूरे हुए थे, तब भी ऐसे ही लाइव ट्वीट किए गए थे तब ब्रिटिश पब्लिशिंग कंपनी 'दि हिस्ट्री प्रेस' ने ऐसा किया था.
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