भारत में ग्रह-नक्षत्रों, कुंडली-राशि वगैरह के जरिये लोगों के भविष्य आदि के बारे में जानकारी दी जा सकती है. लेकिन, कुछ वाकये ऐसे होते हैं, जिनके बारे में शायद ही कोई सटीक जानकारी दे सकता है. और, ऐसा ही कुछ हुआ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ. दरअसल, कांग्रेस के 137वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे. इस दौरान सोनिया गांधी के साथ एक अजीब घटना हो गई. जब सोनिया गांधी ने पार्टी का झंडा फहराने के लिए रस्सी खींची, तो किसी वजह से झंडा उनके ऊपर ही गिर गया. झंडा पोल से गिरकर सोनिया गांधी के हाथों पर आ गिरा. जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस वाकये का वीडियो जमकर वायरल होने लगा.
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो के बाद लोगों ने तमाम रिएक्शन के जरिये सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी को ट्रोल करना शुरू कर दिया था. इन तमाम सोशल मीडिया रिएक्शन के बीच लोगों ने ट्विटर की निष्पक्षता को भी लपेटे में ले लिया. दरअसल, ट्विटर की ओर से किसी भी तरह के मीडिया यानी वीडियो को 'फ्री स्पीच' के तहत ट्रीट किया जाता है. लेकिन, न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा इस वीडियो को शेयर करने के बाद ट्विटर ने इस वीडियो के ठीक नीचे एक मैसेज फ्लैग किया. जिसमें लोगों से इस वीडियो पर रिएक्शन देने से पहले ये सोचने की अपील की गई थी कि सामने वाला भी इंसान है. हालांकि, बाद में ये फ्लैग मैसेज हटा दिया गया.
वीडियो कांग्रेस के 137वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से जुड़ा था. तो, ऐसे किसी भी मौके पर कांग्रेस को डिफेंड करने वाले इकोसिस्टम...
भारत में ग्रह-नक्षत्रों, कुंडली-राशि वगैरह के जरिये लोगों के भविष्य आदि के बारे में जानकारी दी जा सकती है. लेकिन, कुछ वाकये ऐसे होते हैं, जिनके बारे में शायद ही कोई सटीक जानकारी दे सकता है. और, ऐसा ही कुछ हुआ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ. दरअसल, कांग्रेस के 137वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे. इस दौरान सोनिया गांधी के साथ एक अजीब घटना हो गई. जब सोनिया गांधी ने पार्टी का झंडा फहराने के लिए रस्सी खींची, तो किसी वजह से झंडा उनके ऊपर ही गिर गया. झंडा पोल से गिरकर सोनिया गांधी के हाथों पर आ गिरा. जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस वाकये का वीडियो जमकर वायरल होने लगा.
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो के बाद लोगों ने तमाम रिएक्शन के जरिये सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी को ट्रोल करना शुरू कर दिया था. इन तमाम सोशल मीडिया रिएक्शन के बीच लोगों ने ट्विटर की निष्पक्षता को भी लपेटे में ले लिया. दरअसल, ट्विटर की ओर से किसी भी तरह के मीडिया यानी वीडियो को 'फ्री स्पीच' के तहत ट्रीट किया जाता है. लेकिन, न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा इस वीडियो को शेयर करने के बाद ट्विटर ने इस वीडियो के ठीक नीचे एक मैसेज फ्लैग किया. जिसमें लोगों से इस वीडियो पर रिएक्शन देने से पहले ये सोचने की अपील की गई थी कि सामने वाला भी इंसान है. हालांकि, बाद में ये फ्लैग मैसेज हटा दिया गया.
वीडियो कांग्रेस के 137वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से जुड़ा था. तो, ऐसे किसी भी मौके पर कांग्रेस को डिफेंड करने वाले इकोसिस्टम का सक्रिय होना लाजिमी था. फैक्टचेकर मोहम्मद जुबैर ने इस वीडियो के जवाब में केंद्रीय अमित शाह का एक पुराना वीडियो खोज निकाला. 2018 के इस वीडियो को शेयर करते हुए मोहम्मद जुबैर ने लिखा कि 2018 में भी ऐसा ही कुछ हुआ था, लेकिन मीडिया चैनलों ने उसे तवज्जो नहीं दी थी.
खैर, लोगों ने इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस की ओर से कही बात याद दिला दी कि जो देश का झंडा नहीं संभाल सकते, वो देश क्या संभालेंगे? हालांकि, ये एक सामान्य सी घटना थी. जो झंडा फहराने के दौरान अक्सर हो जाती है. लेकिन, लोगों के रिएक्शन ने इसे वायरल कर दिया.
सोशल मीडिया पर अनुराधा नाम की एक यूजर का कहना है कि सबसे इतर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता ये जानने के लिए आतुर हैं कि झंडा फहराने के दौरान मास्क पहने हुए ये शख्स कौन है? दरअसल, सोनिया गांधी के साथ एक कांग्रेस कार्यकर्ता भी झंडा फहराने के दौरान मौजूद था, जो उनकी मदद कर रहा था.
हॉक आई नाम के एक यूजर ने मास्क लगाए हुए कांग्रेस कार्यकर्ता को आम आदमी पार्टी का राज्यसभा सांसद संजय सिंह बता दिया. साथ ही इसका कारण भी बताया कि यह आम आदमी पार्टी का किया धरा है, क्योंकि वह भाजपा की बी टीम है.
भयंकर लोग नाम के एक यूजर ने लिखा है कि कांग्रेस के झंडे और कांग्रेस के प्रदर्शन के बीच मुकाबला हो रहा है. फिर भी कांग्रेस के झंडे से ज्यादा कांग्रेस की परफॉर्मेंस ही ज्यादा गिरी है.
वहीं, एक यूजर को इसके पीछे भाजपा और पूंजीपतियों की साजिश होने की महक आने लगी. उन्होंने लिखा कि जरूर इसके गिरने के पीछे भाजपा और पूंजीपतियों का हाथ है.
हालांकि, इस घटना के बाद सोनिया गांधी और वहां खड़े कार्यकर्ता ने कांग्रेस पार्टी का झंडा हाथ में लेकर फहरा दिया. अचानक झंडा गिरने से वहां मौजूद सभी कांग्रेस नेता चौंक गए. एक महिला कांग्रेस कार्यकर्ता भी सोनिया गांधी की मदद के लिए पहुंची. जिसके बाद सोनिया गांधी ने झंडा हाथों से फहराया और राष्ट्रगान हुआ.
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