अब इसे आइडेंटिटी क्राइसिस कहें या फिर शरारत. देश में ऐसे लोगों की भरमार है जिन्हें दूसरों के कंधों पर बंदूक रख फायर करने में एक अलग ही किस्म का सुख मिलता है. सोशल मीडिया (Social Media) पर भी ऐसे लोग खूब हैं. ये किसी सेलिब्रिटी को टारगेट करते हैं और उसके नाम की फ़र्ज़ी प्रोफाइल बनाकर अपनी दुकान चलाते हैं. ताजे ताजे ट्विटर (Twitter) पर आए रामायण (Ramayana) फेम अरुण गोविल (Arun Govil) इन दिनों हॉट ट्रेंड है. इसलिए अब लोगों ने उनके नाम का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है और तमाम ऐसी फेक प्रोफाइल्स (Fake Profiles) हैं जो उनके नाम पर शुरू हो गयी हैं. कन्फ्यूजन इतना गहरा है कि इसने देश के प्रधानमंत्री (PrimeMinister) तक को सकते में डाल दिया है और अब जबकि मामला गंभीर हो गया है. खुद अरुण गोविल सामने आए हैं और प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) के अलावा आम लोगों को भी नक्कालों से सावधान करते हुए अपनी असली ट्विटर प्रोफाइल के बारे में बताया है.
ट्विटर पर फेक प्रोफाइल का सामना अरुण गोविल को भी करना पड़ा है लेकिन उन्होंने समझदारी से काम लिया है
क्या था मामला
अब चूंकि रामायण के दोबारा प्रसारण के बाद अरुण गोविल एक बार फिर चर्चा में हैं. इसलिए किसी ने उनके नाम का ट्विटर अकाउंट बनाया जोकि वायरल हो गया है. असल में अरुण गोविल के नाम से बनी इस फेक प्रोफाइल ने ट्विटर पर एक मैसेज शेयर किया था. जिससे प्रधानमंत्री मोदी भी चकमा खा गए और उन्होंने इसका धन्यवाद करते हुए इसे शेयर कर दिया.
प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह एक फेक प्रोफाइल को शेयर करने से अरुण गोविल भी हैरत में पड़ गए. उन्होंने प्रधानमंत्री के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए उन्हें धन्यवाद बोला है और कहा है कि उनका असली ट्विटर हैंडल @ arungovil12 है.
देश के प्रधानमंत्री का वो सन्देश जिसका जवाब अरुण गोविल ने दिया
इसके बाद अरुण गोविल ने एक वीडियो भी अपनी ट्विटर टाइम लाइन पर शेयर किया है. और उनके नाम पर अपनी दुकान चलाने वाले को निवेदन किया है कि वो अपना अकाउंट हटा लें. अरुण गोविल का ये वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ है और इसे अब तक 40,000 के आस पास लोग पसंद कर चुके हैं जबकि 8000 लोग इसे री ट्वीट कर चुके हैं.
जैसे ही अरुण गोविल ने ये वीडियो ट्विटर पर डाला और ये जानकर शेयर हुआ लोगों ने फेक अकाउंट को रिपोर्ट किया जिसके बाद ट्विटर ने भी अकाउंट ससपेंड कर दिया है. इस पूरे मामले में जो बात सबसे ख़ास थी वो थी अरुण गोविल की सादगी। लोग यही कह रहे थे कि यदि किसी को सादगी और ईमानदारी सीखनी हो तो वो अरुण गोविल से सीख सकता है.
इस मामले में एक दिलचस्प बात और है. जब ट्विटर पर अरुण गोविल का सन्देश वायरल हुआ तो वो व्यक्ति को ओरिजिनल अरुण गोविल के नाम पर अपनी दुकान चला रहा था उसे भी शर्मिंदगी का एहसास हुआ. उसने अरुण गोविल से माफ़ी मांगते हुए लिखा है कि वो भगवान राम (अरुण गोविल) का बहुत बड़ा भक्त है और जैसे ही ये सीरियल दोबारा शुरू हुआ उसने ये अकाउंट बनाया.
अरुण गोविल के नाम पर फेक अकाउंट चलने वाले व्यक्ति ने कुछ इस अंदाज में किया रिप्लाई
गौरतलब है कि 1987 में आए रामानंद सागर के लोकप्रिय सीरियल रामायण के जरिये लोकप्रिय हुए अरुण गोविल आज भी कई घरों में पूजे जाते हैं. लोगों के बीच आस्था का आलम कुछ यूं है कि अरुण गोविल ही भगवान राम है. बता दें कि इस लोकप्रिय शो में अरुण गोविल के साथ दीपिका चिखलिया, दारा सिंह और सुनील लहरी भी अहम भूमिका में थे.
बहरहाल फेक प्रोफाइल के इस खेल में जो हुआ सो हुआ. मगर जिस तरह देश के प्रधानमंत्री तक फेक प्रोफाइल के चक्कर में फंस गए. ये खुद ब खुद साफ़ हो जाता है कि सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइल का ये खेल कितना खतरनाक हो सकता है. बात इस मामले की हो तो भले ही इस मामले में वो व्यक्ति जिसकी फेक प्रोफाइल थी उसने अरुण गोविल से माफ़ी मांग ली लो लेकिन हर बात ऐसा नहीं होता. पूर्व में हम कई ऐसे मामले देख चुके हैं जिसमें करा किसी और है और उसके बाद भरा किसी और ने है.
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