इन लड़कियों की हरकत देखने के बाद आपको बहुत-बहुत गुस्सा आ सकता है. यह वो लड़कियां है जिस वजह से पीड़ित लड़कियों पर भी लोग भरोसा नहीं कर रहे हैं. ये वही लड़कियां हैं जिनके तमाशे की वजह से नारीवादी महिलाओं का भी मजाक बनाया जाता है. महिलाओं के अधिकार के लिए सालों से लड़ाई लड़ती आ रही महिलाओं की मेहनत पर इस तरह की लड़कियों ने ही पानी फेर रखा है. जिनके लिए लड़की होना ही एक हथियार है. जो महिला अधिकार के नाम पर शराब पीकर सड़क पर तमाशा कर रही हैं.
पहले यह वीडियो देख लीजिए-
असल में एक वीडियो इतनी वायरल हुई कि वह मेरे पास भी पहुंची. जब ट्वीट देखा तो पाया कि ऐसी ही 11 वीडियो पोस्ट की गई है, जिसमें एक लड़की रात के सामय में मुंबई की सड़कों पर तमाशा कर रही है. उसके साथ उसकी दो दोस्त भी हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैब ड्राइवर कार में नहीं बैठा है. कार सड़क पर खड़ी है और एक सड़की सड़क पर उत्पाद मचाए हुए है. वह अपनी सहेली का नाम बार-बार चिल्ला रही है.
वह क्या बोल रही है शायद उसे भी नहीं पता, क्योंकि उसने इतनी शराब पी ली है कि उसे होश भी नहीं है. उसके कपड़े इधर-उधर हो रहे हैं. सड़क पर लोग खड़े होकर तमाशा देख रहे हैं. पुलिस आई हुई, ड्राइवर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा है तो वे उसे गंदी-गंदी गालियां दे रही हैं. वह कह रही है कि उसका कोई कुछ नहीं कर पाएगा.
ऐसा लग रहा है यह शराब का नहीं किसी और चीज का नशा हो...आखिर शराब में कोई इतना होश तो नहीं खो देता जितना यह लड़की कर रही...
इन लड़कियों की हरकत देखने के बाद आपको बहुत-बहुत गुस्सा आ सकता है. यह वो लड़कियां है जिस वजह से पीड़ित लड़कियों पर भी लोग भरोसा नहीं कर रहे हैं. ये वही लड़कियां हैं जिनके तमाशे की वजह से नारीवादी महिलाओं का भी मजाक बनाया जाता है. महिलाओं के अधिकार के लिए सालों से लड़ाई लड़ती आ रही महिलाओं की मेहनत पर इस तरह की लड़कियों ने ही पानी फेर रखा है. जिनके लिए लड़की होना ही एक हथियार है. जो महिला अधिकार के नाम पर शराब पीकर सड़क पर तमाशा कर रही हैं.
पहले यह वीडियो देख लीजिए-
असल में एक वीडियो इतनी वायरल हुई कि वह मेरे पास भी पहुंची. जब ट्वीट देखा तो पाया कि ऐसी ही 11 वीडियो पोस्ट की गई है, जिसमें एक लड़की रात के सामय में मुंबई की सड़कों पर तमाशा कर रही है. उसके साथ उसकी दो दोस्त भी हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैब ड्राइवर कार में नहीं बैठा है. कार सड़क पर खड़ी है और एक सड़की सड़क पर उत्पाद मचाए हुए है. वह अपनी सहेली का नाम बार-बार चिल्ला रही है.
वह क्या बोल रही है शायद उसे भी नहीं पता, क्योंकि उसने इतनी शराब पी ली है कि उसे होश भी नहीं है. उसके कपड़े इधर-उधर हो रहे हैं. सड़क पर लोग खड़े होकर तमाशा देख रहे हैं. पुलिस आई हुई, ड्राइवर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहा है तो वे उसे गंदी-गंदी गालियां दे रही हैं. वह कह रही है कि उसका कोई कुछ नहीं कर पाएगा.
ऐसा लग रहा है यह शराब का नहीं किसी और चीज का नशा हो...आखिर शराब में कोई इतना होश तो नहीं खो देता जितना यह लड़की कर रही है. वह इतने नशे में है कि पुलिस अफसर का कॉलर पकड़ ले रही है. वह पुलिस को लात मारने की कोशिश कर रही है. वह कभी सड़क पर सो रही है तो कभी कार पर लेट रही है. कभी वहां खड़े लड़कों से फालतू की बात कर रही है. लोग लड़की समझकर कुछ कर भी नहीं रहे हैं. जब पुलिस वालों की वह बात नहीं सुन रही तो लोगों की क्या सुनती.
उसके इस भयानक रूप की वजह से वो जहां जाती है उस तरफ के लोग भाग जा रहे हैं. मैं तो उस कैब ड्राइवर की हालत सोच रही हूं कि अगर उस पर लड़कियों ने छेड़खानी का आरोप लगा दिया हो और लोग बिना सोचे समझे उसे पीट दिए होते तो? वह बेचारा तो इस हालात में भी हिम्मत बनाए हुए है. खुद को सही साबित करने के लिए ये कहिए कि उसने 11 वीडियो शूट कर लिए हैं, जिसमें नशे में धुत लड़कियों की करतूत साफ देखी जा सकती है.
जब सड़कों पर कुछ लड़कियां इस तरह तमाशा करेंगी तो इसका खामियाजा पूरी महिला कौम को भुगतना पड़ेगा...महिलाओं के समान अधिकार का मतलब यह नहीं है कि लड़कियां भी सड़कों पर दारू और सिगरेट पीकर हंगामा करने लगे. फेमिनिस्ट होने का मतलब फेसबुक पर दाग लगे पैड और ब्रा की फोटो पोस्ट करना है भी नहीं है. समान अधिकार के नाम पर यह फूहड़ता फैलाकर उन महिलाओं को भी शर्मिंदा किया जा रहा है जो दूसरी औरतों के हक की बात करती हैं. आज जितनी भी रियल फेमिनिस्ट हैं उनका दिल इस वीडियो को देखने के बाद जरूर दुखा होगा. महिलाओं को पुरानी परंपरा और पिछड़ी सोच से आजादी चाहिए, उन्हें महिला-पुरुष में होने वाले भेदभाव से पेरशानी है.
चाहें लड़का हो या लड़की शराब पीकर हंगामा करने पर दोनों को सजा मिलनी चाहिए. आप लड़की हैं और अधिकार की बात करके बच नहीं सकती हैं. फेमिनिस्ट होना मॉडर्न कहलाने का कोई शॉर्ट कट तरीका नहीं है ना ही यह कोई फैशन है, जिसे कुछ लड़कियां अपने हिसाब से मोड़ लेती हैं. इन लड़कियों की जगह पर अगर लड़के होते तो लोग फिर भी जबरदस्ती करके घर भेज देते लेकिन लड़की के मामले में लोग हाथ कैसे लगाएं, आजकल झूठे केस में फंसाने का माहौल ऐसा चल रहा है.
माफ कीजिए लेकिन महिलाओं ने बड़ी मेहनत और लड़ाई से अपनी जगह बनाई है, इसलिए इनकी लड़ाई को अपनी ओछी हरकतों से धूमिल मत कीजिए. ऐसी ही लड़कियों की वजह से रियल फेमिनिस्ट का नाक कटी हुई है...वे महिला सुरक्षा, उनकी आत्मनिर्भरता की बात कैसे करेंगी जब यही हाल है. इसका नतीजा आने वाली महिला पीढ़ी को भुगतना पड़ सकता है. शराब पीना है तो कमरे में पीकर सो जाइए लेकिन सड़क पर हंगामा करने पर सजा भुगतने के लिए भी तैयार हो जाइए...
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.