ममता समेटे जब एक महिला डॉक्टर (Doctor) बन जाती है तो उसकी शक्ल, वीडियो में दिखने वाली आगरा की सुरेखा चौधरी की तरह हो जाती है. इस महिला डॉक्टर ने एक नवजात बच्ची की जिंदगी बचाने के लिए अपनी जान लगा दी. आखिरकार इस महिला डॉक्टर का जज्बा जीत गया और वे बच्ची को मौत के मुंह से खींच लाईं. अगर डॉ. सुरेखा चौधरी ने अपने तरफ से कोशिश नहीं की होती तो बच्ची की जान जा सकती थी.
डॉक्टर सुरेखा चौधरी है एक पीडियाट्रिशियन यानी चाइल्ड स्पेशलिस्ट हैं. रिपोर्ट्स की माने तो यह वीडियो मार्च 2022 का है मगर इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि डॉक्टर सुरेखा चौधरी ने अपनी गोद में एक बच्चा लिए हैं और उसके मुंह से अपनी सांस भर रही हैं.
वे बच्ची को लगातार माउथ टू माउथ रेस्पिरेशन के जरिए सांस दे रही हैं. इसके थोड़ी देर बाद देखा जाता है कि बच्ची एकदम ठीक हो गई है और मुस्कुरा रही है. इस तरह इस महिला डॉक्टर ने अपनी सूझ-बूझ से एक मासूम को नया जीवन दिया है.
इस वीडियो को आगरा के पुलिसकर्मी सचिन कौशिक ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. सचिन ने लिखा है कि "बच्ची का जन्म हुआ लेकिन शरीर में कोई हलचल नहीं थी. बच्ची को पहले ऑक्सीजन सपोर्ट दिया, लेकिन जब उससे भी लाभ नहीं हुआ तो लगभग 7 मिनट तक ‘माउथ टू माउथ रेस्पिरेशन’ दिया, बच्ची में सांस आ गई."
सुरेखा चौधरी ने अपनी ड्यूटी से बढ़कर फर्ज निभाया है और बताया है कि क्यों लोगों के लिए डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं. इस दुनिया में अपना काम तो सब करते हैं, मगर कुछ ही लोग हैं जो अपने काम में अपनी जान लगा देते हैं...जैसे की यह...
ममता समेटे जब एक महिला डॉक्टर (Doctor) बन जाती है तो उसकी शक्ल, वीडियो में दिखने वाली आगरा की सुरेखा चौधरी की तरह हो जाती है. इस महिला डॉक्टर ने एक नवजात बच्ची की जिंदगी बचाने के लिए अपनी जान लगा दी. आखिरकार इस महिला डॉक्टर का जज्बा जीत गया और वे बच्ची को मौत के मुंह से खींच लाईं. अगर डॉ. सुरेखा चौधरी ने अपने तरफ से कोशिश नहीं की होती तो बच्ची की जान जा सकती थी.
डॉक्टर सुरेखा चौधरी है एक पीडियाट्रिशियन यानी चाइल्ड स्पेशलिस्ट हैं. रिपोर्ट्स की माने तो यह वीडियो मार्च 2022 का है मगर इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि डॉक्टर सुरेखा चौधरी ने अपनी गोद में एक बच्चा लिए हैं और उसके मुंह से अपनी सांस भर रही हैं.
वे बच्ची को लगातार माउथ टू माउथ रेस्पिरेशन के जरिए सांस दे रही हैं. इसके थोड़ी देर बाद देखा जाता है कि बच्ची एकदम ठीक हो गई है और मुस्कुरा रही है. इस तरह इस महिला डॉक्टर ने अपनी सूझ-बूझ से एक मासूम को नया जीवन दिया है.
इस वीडियो को आगरा के पुलिसकर्मी सचिन कौशिक ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. सचिन ने लिखा है कि "बच्ची का जन्म हुआ लेकिन शरीर में कोई हलचल नहीं थी. बच्ची को पहले ऑक्सीजन सपोर्ट दिया, लेकिन जब उससे भी लाभ नहीं हुआ तो लगभग 7 मिनट तक ‘माउथ टू माउथ रेस्पिरेशन’ दिया, बच्ची में सांस आ गई."
सुरेखा चौधरी ने अपनी ड्यूटी से बढ़कर फर्ज निभाया है और बताया है कि क्यों लोगों के लिए डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं. इस दुनिया में अपना काम तो सब करते हैं, मगर कुछ ही लोग हैं जो अपने काम में अपनी जान लगा देते हैं...जैसे की यह महिला डॉक्टर.
हम तो इस महिला को सैल्यूट करते हैं जिसने अपना कर्तव्य निभाकर दुनिया को बता दिया है कि इंसानियत क्या होती है? आपको नहीं लगता कि डॉक्टर सुलेखा चौधरी इस बच्ची के लिए किसी मसीहा से कम नहीं है.
इस वीडियो देख आपका भी मन महिला डॉक्टर सुरेखा को सैल्यूट करने का करेगा-
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.