दुनिया भर के देश अपने यहां टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कुछ न कुछ नया करते रहते हैं. कोई देश टैक्स फ्री शराब रखता है तो कोई अपने यहां टूरिज्म वीजा ऑन अराइवल (पहुंचने पर वीजा मिलना) की सुविधा देता है. हमारे देश में ही टूरिज्म का बढ़ावा देने के लिए गोवा में पेट्रोल 56 रुपए का मिल रहा है तो पूरे भारत में कई जगहों पर ये 90 रुपए प्रति लीटर का हो गया है.
जिस तरह टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए जाते हैं उसी तरह दुनिया के कई बेहद खूबसूरत देश भारतीय वीजा पर वहां ड्राइविंग करने की सुविधा देते हैं. इनकी वैध्यता देश में एंट्री लेने के समय से देखी जाती है और कई तो साल भर तक भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस पर ड्राइविंग करने की इजाजत देते हैं.
1. ग्रेट ब्रिटेन-
भारतीय पासपोर्ट पर इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में 1 साल तक ड्राइविंग करने की सुविधा है, हालांकि वहां किस तरह की गाड़ी चलानी है ये सरकार द्वारा निर्धारित है.
2. फ्रांस-
1 साल तक फ्रांस में भी भारतीय ड्राविंग लाइसेंस के साथ ड्राइविंग की जा सकती है. हालांकि, वहां भारतीय लाइसेंस का फ्रेंच ट्रांसलेशन ले जाना जरूरी है.
3. नॉर्वे-
नॉर्वे में भी भारतीय लाइसेंस पर ड्राइविंग की जा सकती है, लेकिन वहां वैध्यता सिर्फ 3 महीने की ही है.
4. जर्मनी-
जिस समय जर्मनी में एंट्री ली है उसके बाद से लेकर 6 महीने तक वहां भारतीय लाइसेंस वैध्य रहता है.
5. स्वित्जरलैंड-
स्वित्जरलैंड में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ 1 साल तक ड्राइविंग की जा सकती...
दुनिया भर के देश अपने यहां टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए कुछ न कुछ नया करते रहते हैं. कोई देश टैक्स फ्री शराब रखता है तो कोई अपने यहां टूरिज्म वीजा ऑन अराइवल (पहुंचने पर वीजा मिलना) की सुविधा देता है. हमारे देश में ही टूरिज्म का बढ़ावा देने के लिए गोवा में पेट्रोल 56 रुपए का मिल रहा है तो पूरे भारत में कई जगहों पर ये 90 रुपए प्रति लीटर का हो गया है.
जिस तरह टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए जाते हैं उसी तरह दुनिया के कई बेहद खूबसूरत देश भारतीय वीजा पर वहां ड्राइविंग करने की सुविधा देते हैं. इनकी वैध्यता देश में एंट्री लेने के समय से देखी जाती है और कई तो साल भर तक भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस पर ड्राइविंग करने की इजाजत देते हैं.
1. ग्रेट ब्रिटेन-
भारतीय पासपोर्ट पर इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में 1 साल तक ड्राइविंग करने की सुविधा है, हालांकि वहां किस तरह की गाड़ी चलानी है ये सरकार द्वारा निर्धारित है.
2. फ्रांस-
1 साल तक फ्रांस में भी भारतीय ड्राविंग लाइसेंस के साथ ड्राइविंग की जा सकती है. हालांकि, वहां भारतीय लाइसेंस का फ्रेंच ट्रांसलेशन ले जाना जरूरी है.
3. नॉर्वे-
नॉर्वे में भी भारतीय लाइसेंस पर ड्राइविंग की जा सकती है, लेकिन वहां वैध्यता सिर्फ 3 महीने की ही है.
4. जर्मनी-
जिस समय जर्मनी में एंट्री ली है उसके बाद से लेकर 6 महीने तक वहां भारतीय लाइसेंस वैध्य रहता है.
5. स्वित्जरलैंड-
स्वित्जरलैंड में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ 1 साल तक ड्राइविंग की जा सकती है.
6. ऑस्ट्रेलिया-
ऑस्ट्रेलिया में कुछ जगह भारतीय लाइसेंस के साथ ड्राइविंग की जा सकती है इनमें न्यू साउथ वेल्स, क्वीन्सलैंड, साउथ ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रेलियन कैपिटल टेरिटरी आदि शामिल है. लोगों को वही गाड़ियां इस्तेमाल करनी होंगी जिन्हें ऑस्ट्रेलियाई प्रशासन ने लिस्ट किया है. उत्तर ऑस्ट्रेलिया में भारतीय 3 महीने तक भारतीय लाइसेंस पर ड्राइविंग कर सकते हैं.
7. न्यूजीलैंड-
भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस द्वारा आप एक साल तक न्यूजीलैंड में ड्राइविंग कर सकते हैं. बशर्ते आपके पास न्यूजीलैंड की किसी ट्रांसपोर्ट एजेंसी द्वारा प्रमाणित लाइसेंस का ट्रांसलेशन हो. इसके अलावा, भारतीय ड्राइवर को 21 साल से ऊपर होना पड़ेगा कार किराए पर लेने के लिए.
8. अमेरिका-
अमेरिका के अधिकतर राज्यों में भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के साथ भारतीयों को 1 साल तक ड्राइव करने की अनुमति दी जाती है. लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए और वैध्य होना चाहिए. इसके अलावा, I-94 फॉर्म की कॉपी होनी चाहिए जिसमें संबंधित व्यक्ति की अमेरिका में एंट्री की तारीख लिखी हो.
9. साउथ अफ्रीका-
भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस यहां वैध्य है अगर वो अंग्रेजी में हो और उसमें ड्राइवर की फोटो और साइन हो. हालांकि, अगर कार किराए पर लेनी हो तो यकीनन भारतीयों को अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस लगेगा.
वैसे तो कई देश भारतीय लाइसेंस पर गाड़ी चलाने की सुविधा देते हैं, लेकिन अगर किसी को गाड़ी किराए पर लेनी हो तो यही सही होगा कि आपके पास इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस हो क्योंकि कार रेंट पर देने वाली कई एजेंसियां अंतरराष्ट्रीय लाइसेंस ही मांगती हैं.
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