गुजरात विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती हो रही है. भाजपा गुजरात में छठी बार सरकार बनाती हुई दिख रही है. और ताजा-ताजा कांग्रेस अध्यक्ष बने राहुल गांधी की कांग्रेस फिर पिछड़ गई है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी राजकोट पश्चिम सीट पर जीत की ओर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं.
मतगणना के दौरान एक समय ऐसा भी आया था, जब कांग्रेस आगे हो गई थी और भाजपा पीछे. लेकिन फिर कुछ ही समय बाद भाजपा दोबारा आगे हो गई और कांग्रेस को पछाड़ दिया. एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि उन लोगों के लिए 2 मिनट का मौन रखना चाहिए जो कांग्रेस के समर्थन में जश्न मनाने लगे थे. चुनाव आयोग ने फिरकी ले ली.
ईवीएम को लेकर एक ट्विटर यूजर ने लिखा है- शाम को ईवीएम के कपड़े फटेंगे, अभी तो ईवीएम बहुत उड़ रहा है.
गुजरात चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच हो रही कड़ी टक्कर को भी एक ट्विटर यूजर ने आड़े हाथ लिया है. उसने लिखा है- अगर आप की माँ रोज़ रोज़ एक ही खाना दे खाना खाने के लिए तो आप तंग हो जायेंगे और चाची के घर चले जायेंगे खाना खाने के लिए लेकिन माँ के लिए प्यार कम नहीं होगा! इसलिए तगड़ी टक्कर का मतलब कुछ भी नहीं है.
चुनावी रुझानों के तहत एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट किया है कि अगर भाजपा जीत जाती है तो हार्दिक और राहुल एक दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ेंगे. पीएम मोदी को इस्तीफा दे देना चाहिए. ईवीएम को हैक किया गया.
बीजेपी को गुजरात में बड़े अंतर की जीत न मिलने से गुजरात के कुछ बीजेपी नेता खुश हैं. उनका मानना है कि इससे पार्टी को सबक मिलेगा कि वह जमीन पर मिल रही चुनौतियों को हलके में न ले.
कांग्रेस की हार के साथ ही EVM को लेकर भी चुटकी ली जाती रही हैं.
सेंसेक्स की जान में जान आई. एक समय में जब कांग्रेस पिछड़ती हुई दिख रही थी, तब सेंसेक्स ने भी गोता लगा दिया था. सुबह नौ बजे जब बाजार खुला तो बीजेपी के लिए बुरी खबरें आ रही थीं और बाजार ने नकारात्मक रुझान दिखाया. लेकिन साढ़े दस बजे जैसे जैसे सत्ताधारी पार्टी ने बेहतर करना शुरू किया, बाजार रिकवर हो गया.
जब 'भक्तों' ने टीवी तोड़ दिए
बीच में जब भाजपा कांग्रेस से पीछे हुए थी तो ट्विटर पर बहुत सारे लोगों ने मोदी सरकार को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया था. यहां तक कि विकास (जिसे पागल कहा गया) को भी नहीं बख्शा गया. कोई एग्जिट पोल को खरी-खोटी सुना रहा था तो किसी का निशाना सीधे न्यूज चैनलों से एंकर पर था. इतना ही नहीं, ईवीएम हैकिंग को लेकर भी खूब मजाक उड़ाया जा रहा था. देखिए कुछ दिलचस्प ट्वीट-
एक ट्विटर यूजर में मतगणना के दौरान ट्वीट किया- कांग्रेस 87 भाजपा 75, एग्जिट पोल वाले अपने मुंह पर अंडे खाने के लिए तैयार रहें.
कुछ यूजर तो राहुल गांधी की ओर झुक रहे चुनावी नतीजों के लिए गुजरात के लोगों को ही खरी-खोटी सुना रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है कि गुजरातियों के खून में बस बिजनेस है, जो कभी अपने फायदे के साथ समझौता नहीं करते... इस बार उन्होंने साबित भी कर दिया... शर्म आनी चाहिए गुजरात वालों...
एक ट्विटर यूजर ने तो रुझानों के हिसाब से ही यह मान लिया है कि भाजपा हार रही है. उन्होंने लिखा है- मौजूदा हाल देखते हुए यह साफ है कि कांग्रेस आगे चल रही है... भक्तों ने तो टीवी तोड़ना शुरू कर दिया है..
एक ट्विटर यूजर ने टीवी चैलनों पर निशाना साधते हुए यहां तक कह दिया है कि अब बिना किसी देरी के साथ रिपब्लिक और टाइम्स नाऊ के साथ सुसाइड हेल्पलाइन नंबर शेयर कर देने चाहिए.
ट्विटर पर कांग्रेस के आगे होने पर विकास को भी नहीं बख्शा गया. एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि गुजरात चुनाव में विकास पागल होकर 80 सीटों के नीचे ऑल आउट हो जाएगा.
पीएम मोदी के जीएसटी को भी गुजरात चुनाव के नतीजों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. एक यूजर ने लिखा है- लग रहा है जैसे गुजरात ने आज ही अपना जीएसटी रिटर्न फाइल किया है और सारा भुगतान 2000 के नोटों में किया है.
कुछ यूजर तो गुजरात में भाजपा की इस हालत के लिए अरुण जेटली को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और उन्हें हटाने को भी बोल रहे हैं.
गुजरात चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह तक ट्वीट कर दिया गया है- जेएनयू और एएमयू के बाद अब गुजरात नया देशद्रोही है.
जब भाजपा जीत रही होती है तो भाजपा के समर्थक कहते हैं- मोदी जी की लहर है भाई लहर...जब कांग्रेस जीत रही होती है तो भाजपा समर्थक कहते हैं- ये बस शुरुआती रुझान है..
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