सोशल मीडिया के इस दौर में सभी कुछ सोशल हो गया है. शादी से लेकर हनीमून और पहले बच्चे का मुंडन हो या फिर नई नौकरी, नया घर, नया शहर कुछ भी हो सभी कुछ सोशल मीडिया पर रहता है. पर न जाने कितनी ही बार ऐसा होता है कि किसी की प्रोफाइल हैक हो जाती है, या फिर किसी की पर्सनल जानकारी का गलत फायदा उठाया जा सकता है. सोशल मीडिया के इस भंवर में 100 से भी ज्यादा ऐसी साइट्स, एप्स हैं जिनमें कोई भी प्रोफाइल बना सकता है और अपनी बातें शेयर कर सकता है, लेकिन असल जिंदगी की तरह ही फेसबुक, इंस्टाग्राम की जिंदगी में भी कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें अपने तक रखना ही सही है. क्या हैं वो?
1. पर्सनल लोकेशन या जियोटैगिंग..
लोकेशन शेयर करना बहुत खतरनाक हो सकता है. किसी को ये बताना कि आप कहां मौजूद हैं स्टॉकर से लेकर चोर तक सभी को सतर्क कर सकता है.
2. फीलिंग लोनली...
घर पर कोई नहीं है, या आपकी जिंदगी में कोई नहीं है (ब्रेकअप आदि) सोशल मीडिया साइट पर ये बताना कि आपको अकेलापन लग रहा है उन लोगों को दावत दे सकता है जो किसी न किसी तरह से आपका फायदा उठा सकते हैं. आजकल जहां सोसाइटी के गार्ड से लेकर रास्ते में मिले एक अजनबी तक सभी आपके सोशल मीडिया अकाउंट में मौजूद हैं उस समय किसी के लिए ऐसा स्टेटस दावत से कम नहीं होगा.
3. अपने घर का पता या फोन नंबर..
एक लड़की की शादी होने को थी कि उसके एक्स ब्वॉयफ्रेंड ने होने वाले पति को कॉल कर बहुत सी बातें बताईं. आधी सच, लेकिन आधी झूठ. उसके होने वाले पति का नंबर फेसबुक अकाउंट से मिला. नतीजा? शादी टूट गई. बाद में जब पता चला कि लड़की का एक्स झूठ बोल रहा था तब पछताने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा था.
सोशल मीडिया पर अपने घर का पता या नंबर डालना कई...
सोशल मीडिया के इस दौर में सभी कुछ सोशल हो गया है. शादी से लेकर हनीमून और पहले बच्चे का मुंडन हो या फिर नई नौकरी, नया घर, नया शहर कुछ भी हो सभी कुछ सोशल मीडिया पर रहता है. पर न जाने कितनी ही बार ऐसा होता है कि किसी की प्रोफाइल हैक हो जाती है, या फिर किसी की पर्सनल जानकारी का गलत फायदा उठाया जा सकता है. सोशल मीडिया के इस भंवर में 100 से भी ज्यादा ऐसी साइट्स, एप्स हैं जिनमें कोई भी प्रोफाइल बना सकता है और अपनी बातें शेयर कर सकता है, लेकिन असल जिंदगी की तरह ही फेसबुक, इंस्टाग्राम की जिंदगी में भी कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें अपने तक रखना ही सही है. क्या हैं वो?
1. पर्सनल लोकेशन या जियोटैगिंग..
लोकेशन शेयर करना बहुत खतरनाक हो सकता है. किसी को ये बताना कि आप कहां मौजूद हैं स्टॉकर से लेकर चोर तक सभी को सतर्क कर सकता है.
2. फीलिंग लोनली...
घर पर कोई नहीं है, या आपकी जिंदगी में कोई नहीं है (ब्रेकअप आदि) सोशल मीडिया साइट पर ये बताना कि आपको अकेलापन लग रहा है उन लोगों को दावत दे सकता है जो किसी न किसी तरह से आपका फायदा उठा सकते हैं. आजकल जहां सोसाइटी के गार्ड से लेकर रास्ते में मिले एक अजनबी तक सभी आपके सोशल मीडिया अकाउंट में मौजूद हैं उस समय किसी के लिए ऐसा स्टेटस दावत से कम नहीं होगा.
3. अपने घर का पता या फोन नंबर..
एक लड़की की शादी होने को थी कि उसके एक्स ब्वॉयफ्रेंड ने होने वाले पति को कॉल कर बहुत सी बातें बताईं. आधी सच, लेकिन आधी झूठ. उसके होने वाले पति का नंबर फेसबुक अकाउंट से मिला. नतीजा? शादी टूट गई. बाद में जब पता चला कि लड़की का एक्स झूठ बोल रहा था तब पछताने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा था.
सोशल मीडिया पर अपने घर का पता या नंबर डालना कई सारी मुसीबतों को दावत देने जैसा ही है. न सिर्फ आपका डेटा आसानी से किसी भी एडवर्टाइजर, हैकर तक पहुंच सकता है बल्कि आपके फोन नंबर से जुड़े डिटेल्स भी आसानी से लोग निकाल सकते हैं.
4. छुट्टी की डिटेल्स...
अगर घर पर कोई नहीं रहने वाला है और आप छुट्टी पर जा रहे हैं तो यकीनन पूरी ट्रिप की डिटेल्स सोशल मीडिया पर शेयर करना किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है.
5. किसी भी तरह की बैंकिंग की जानकारी...
आपका अकाउंट किस बैंक में है, नया क्रेडिट कार्ड आ गया, नया सैलरी अकाउंट खुला है, शॉपिंग बिल, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की तस्वीर आदि गलती से भी सोशल मीडिया का हिस्सा नहीं बनना चाहिए. भले ही किसी पोस्ट के कमेंट में आप अपने बैंक से जुड़ी कोई जानकारी शेयर कर रहे हों, इसे दूर ही रखिए.
6. अपनी नौकरी से संबंधित कोई पर्सनल बात...
ये सुनने में बचकाना लगेगा, लेकिन बहुत से लोग अपने बॉस का गुस्सा फेसबुक पर दिखाते हैं. न सिर्फ ये बचपना कहा जाएगा बल्कि इससे प्रोफेश्नल जिंदगी खराब भी हो सकती है.
7. जन्मदिन की पूरी तारीख..
फेसबुक पर अपना जन्मदिन डालना आम बात है, लेकिन पूरी तारीख डालना सही नहीं. इससे स्कैमर्स को आपके बारे में वो जानकारी मिल जाती है जो आधारकार्ड से लेकर बैंक अकाउंट तक सभी में इस्तेमाल की गई है. यानि आपकी डेट ऑफ बर्थ. जरा सोचिए फिर जानकारी शेयर कीजिए.
8. न्यूज आर्टिकल या पॉलिटिकल मामला..
फेक न्यूज के जमाने में अक्सर ऐसा देखा गया है कि कोई इंसान बिना किसी ठोस जांच-पड़ताल के अपनी फेसबुक पोस्ट पर कुछ भी शेयर कर देता है. किसी जान पहचान वाले ने ही भारत में धारा 377 के सर्मथन की पोस्ट शेयर की थी जिसमें लिखा था कि ये महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने नए कानून की धारा है और इसे लागू करना जरूरी है. असल में धारा 377 क्या है ये सभी जानते हैं. अब खुद सोचिए कितनी आसानी से लोग बेवकूफ बन सकते हैं. जहां खुद फेसबुक फेक पोस्ट से लड़ने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहा है वहां बिना किसी जांच के ऐसी चीजें फेसबुक पर शेयर करना सही नहीं.
9. माता-पिता/ पति या दोस्तों के साथ झगड़ा..
झगड़ा आपका पर्सनल मामला है और इसके बारे में दुनिया को बता कर कुछ हासिल नहीं होगा. उल्टा आपकी जिंदगी किसी के लिए हंसी का कारण बन जाएगी. इसलिए अपने पर्सनल झगड़े किसी से शेयर करने से बेहतर है कि अपने तक ही रखें. लड़ाई आज नहीं तो कल खत्म हो जाएगी, लेकिन सोशल मीडिया पर शेयर किया हुआ पोस्ट लोगों के दिमाग में हमेशा रहेगा.
10. कैंडी क्रश या किसी और गेम का स्कोर..
यकीन मानिए इससे कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन किसी की न्यूज फीड पर आपके फार्मविल या कैंडी क्रश गेम का स्कोर काफी बचकाना सा लग सकता है.
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