अयोध्या के सरयू नदी में ( Ayodhya Sarayu River) पति ने अपनी पत्नी को सरेआम चूम लिया और उसे ऐसा करते हुए वहां स्नान कर रहे लोगों ने देख लिया. फिर क्या वे न आव देखे न ताव पहुंच गए उसके पास. उससे कहा कि तुम्हारा घर परिवार नहीं है क्या? पति का हाथ पकड़कर पत्नी के पास से खींचा और नदी किनारे ले गए. देखते ही देखते वहां भीड़ जुट गई और कुछ लोगों ने मिलकर उस असंस्कारी पति को अच्छी तरह पीट दिया.
पत्नी नदी से निकलकर पति के पीछे भागती रही. वह पिटाई करते हुए लोगों से मिन्नते करती रही कि पति को मत मारो लेकिन आस-पास मौजूद लोग उसकी मदद के लिए आगे नहीं आए. पत्नी ने तो सोचा भी नहीं होगा कि पति का एक किस करना उसे कितना भारी पड़ जाएगा.
इस दौरान जो लोग पति को पीट रहे थे वे भी सिर्फ कच्छे में ही थे. उनके बदल पर बनियान भी नहीं था. क्या उन्हें बहन-बेटी के सामने ऐसे नहाना चाहिए. यह भी तो संस्कार नहीं है. वे संस्कार का पाठ पढ़ाते हुए शख्स की पत्नी को मां-बहन की गंदी-गंदी गालिया दे रहे थे. शायद, गाली देते वक्त उन्हें घर-परिवार की याद नहीं आई.
पति अपनी पत्नी के साथ नहा रहा था और वहां जो दूसरे लोग जो स्नान कर रहे थे वे उन्हें नहाते हुए देख रहे थे. यह सही है कि पति-पत्नी को अयोध्या में राम की पैड़ी को गोवा का बीच नहीं समझना चाहिए था. उन्हें इस तरह सरेआम किस नहीं करना चाहिए था, लेकिन क्या वहां मौजूद लोगों को पति-पत्नी को इसतरह गाली देकर पीटना सही है? लोगों ने तो पति-पत्नी का वीडियो शूट करके वायरल भी कर दिया. जो सोशल मीडिया पर तैर रही है. एक वीडियो में पति ने पत्नी को किस किया है तो दूसरी...
अयोध्या के सरयू नदी में ( Ayodhya Sarayu River) पति ने अपनी पत्नी को सरेआम चूम लिया और उसे ऐसा करते हुए वहां स्नान कर रहे लोगों ने देख लिया. फिर क्या वे न आव देखे न ताव पहुंच गए उसके पास. उससे कहा कि तुम्हारा घर परिवार नहीं है क्या? पति का हाथ पकड़कर पत्नी के पास से खींचा और नदी किनारे ले गए. देखते ही देखते वहां भीड़ जुट गई और कुछ लोगों ने मिलकर उस असंस्कारी पति को अच्छी तरह पीट दिया.
पत्नी नदी से निकलकर पति के पीछे भागती रही. वह पिटाई करते हुए लोगों से मिन्नते करती रही कि पति को मत मारो लेकिन आस-पास मौजूद लोग उसकी मदद के लिए आगे नहीं आए. पत्नी ने तो सोचा भी नहीं होगा कि पति का एक किस करना उसे कितना भारी पड़ जाएगा.
इस दौरान जो लोग पति को पीट रहे थे वे भी सिर्फ कच्छे में ही थे. उनके बदल पर बनियान भी नहीं था. क्या उन्हें बहन-बेटी के सामने ऐसे नहाना चाहिए. यह भी तो संस्कार नहीं है. वे संस्कार का पाठ पढ़ाते हुए शख्स की पत्नी को मां-बहन की गंदी-गंदी गालिया दे रहे थे. शायद, गाली देते वक्त उन्हें घर-परिवार की याद नहीं आई.
पति अपनी पत्नी के साथ नहा रहा था और वहां जो दूसरे लोग जो स्नान कर रहे थे वे उन्हें नहाते हुए देख रहे थे. यह सही है कि पति-पत्नी को अयोध्या में राम की पैड़ी को गोवा का बीच नहीं समझना चाहिए था. उन्हें इस तरह सरेआम किस नहीं करना चाहिए था, लेकिन क्या वहां मौजूद लोगों को पति-पत्नी को इसतरह गाली देकर पीटना सही है? लोगों ने तो पति-पत्नी का वीडियो शूट करके वायरल भी कर दिया. जो सोशल मीडिया पर तैर रही है. एक वीडियो में पति ने पत्नी को किस किया है तो दूसरी में उसे पीटा जा रहा है.
लोगों को चाहिए था कि वे पुलिस से उनकी शिकायत कर देते या उन्हें टोक देते कि, वे ऐसा न करें लेकिन भीड़ जुटाकर पिटाई नहीं करनी चाहिए थी. गंदे-गंदे कमेंट्स पास नहीं करने चाहिए थे.
मतलब, पति ने किस करके पाप किया था तो लोगों ने उसकी पत्नी से अभद्र व्यवहार करके, गालियां देकर और वीडियो सरेआम करके पुण्य का कमा लिया, है ना? अब जब यह वीडियो वायरल हो रहा है तो लोग यह तलाश रहे हैं कि पत्नी ने क्या पहना है. लोगों की नजरें महिला के सलवार तक पहुंच गई है.
फिर उन लोगों का क्या, जो किसी भी घाट पर नहाती हुई महिला में मंदाकिनी को खोजते हैं. महिलाओं की नहाती हुई वीडियो बनाकर वायरल करते हैं. सोशल मीडिया पर महिलाओं के स्नान की ढेरों वीडियो वायरल हो रही हैं. किसी घाट पर या कहीं पर भी किसी स्त्री को नहाते हुए निहारना भी अधर्म है. वहीं वे लोग जो घाट पर गई लड़कियों को ताड़ते हैं, उनके साथ छेडखानी करते हैं. क्या उन्हें धर्म की रक्षा की परवाह नहीं करनी चाहिए.
सोचिए, पत्नी को किस करने वाले लगभग 30 साल के पति को लोगों ने 20 मिनट तक पीटा. इस वजह से उसके चेहरे, कंधे और पीठ पर चोटें आई हैं. मान लीजिए इस दौरान अगर उसकी जान चली जाती तो? पत्नी की इंटरनेट पर बदनामी अलग हो रही है, लोग उसके बारे में गंदी-गंदी बातें बोल रहे हैं. कुछ लोग पिटाई करने वालों को शाबाशी दे रहे हैं तो कुछ इसे गलत मान रहे हैं.
देखिए सोशल मीडिया लोग इस पति-पत्नी को क्या कह रहे हैं-
-पब्लिक ने बहुत अच्छा किया है. ऐसे अधर्मी लोग तीर्थस्थल की मर्यादा को नहीं समझते हैं. शायद अब अक्ल ठिकाने आ जाएगी.
-धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थल पर अश्लील क्रिया करने से लोगों को बचना चाहिए लेकिन हिंसा कहीं से भी जायज नहीं ठहराया जा सकता है. लोगों के अंदर ऐसी मनोविकृति क्यों बनती जा रही है? लोग धार्मिक स्थल सार्वजनिक स्थल में इस तरह की क्रिया कर रहे हैं. इस पर सभी लोगों को आत्मचिंतन करने की जरूरत है.
- प्यार बिना हर रिश्ते अधूरे, राम रहीम और आशाराम जैसे तो नहीं, वैसे ये तो नॉर्मल किस है.
- किसी भी सार्वजनिक स्थल पर ऐसा नहीं करना चाहिए. वहां भाई-बहन, बाप-बेटी, मां-बेटा कोई भी हो सकता है जो घूमने आएं हों. इन्हें जेल होनी चाहिए.
- प्यार को सरेआम किस करके जाहिर करके जताना जरूरी है क्या? अच्छा हुआ, पावन स्थान को लवर प्वाइंट बना रहे लोगों के साथ यही होना चाहिए.
- राम रहीम, आशा राम, नित्यानंद, जैसे लोगों के साथ भी यही करना चाहिए था, धर्म के रंक्षकों...
- और जो जाहिल 'संस्कृति' की रक्षा कर रहे थे वे केवल कच्छे में थे और पत्नी को मां-बहन की गालियां दे रहे थे.
- महिला और पुरुष दोनों के लिए अलग-अलग स्थान होना चाहिए.
- उन लोगों को मना कर देते यही काफी था, मारने की जरूरत नहीं था.
- नदी को अशु्द्ध करने वालों का यही हाल होगा, एक सजा तो पानी में कचरा फेंकने वालों को भी होना चाहिए.
- ये अजूबा इंसान है अपनी ही वाइफ को किस करता है वो भी सबके सामने...
- ये संविधान के खिलाफ है आप ऐसे किसी को मार नहीं सकते...
सरयू नदी को वाटर पार्क समझने वाले पति-पत्नी को ऐसा सबक मिला है कि शायद जिंदगी भर नदी के किनारे जाने के नाम पर ही घबराएंगे. हालांकि जो महिलाएं घाट पर नहाती हैं, उनकी वीडियो कौन बनाता है? उन्हें यू ट्यूब पर कौन डालता है?
वे कौन से लोग हैं जो ऐसी हरकत करते हैं. कई लोग कपल को देखते ही उन पर कमेंट करने लगते हैं. लड़कियां कहीं घूमने जाएं तो लड़ने उनका पीछा करते घर तक पहुंच जाते हैं, ऐसे लोगों के लिए क्या सजा होनी चाहिए?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.