बेंगलुरु के टीनू चेरियन अब्राहम और उनकी पत्नी एक शादी में शामिल की तैयारियां कर रहे थे. तभी अर्बन क्लैप नाम के एप से उन्हें शादी में जाने से संबंधित किसी भी तरह के मदद के लिए मैसेज मिला. पति-पत्नी दोनों हैरान रह गए. क्योंकि न तो उन्हें शादी में आने का न्योता डिजिटल तरीके से मिला था न ही उन्होंने इंटरनेट पर शादी से जुड़ी कोई भी सर्च की थी. फिर आखिर किसी एप को कैसे पता चल गया कि उनका प्लान क्या है!
ये तो हम सभी को पता है कि कई एप्स हमारे इंटरनेट की गतिविधियों को ट्रैक करते हैं. यही कारण है आपने कोई चीज सर्च की और थोड़ी ही देर में उससे संबंधित एड दिखने लगते हैं. ऐसा इसलिए होता है कि जैसे ही आप गूगल पर किसी चीज के बारे में सर्च करते हैं तो गूगल से जुड़े सारे ऐप्स के पास वो डिटेल पहुंच जाती है. और उसके बाद वो उसी चीज का एड कर ग्राहकों को लुभाने की कोशिश में लग जाते हैं.
इनके साथ हुई घटना ने भारी संदेश दे दिया
तो आपको लग रहा होगा कि अब्रहाम दंपत्ति के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ होगा. लेकिन ये केस ऐसा नहीं है. दंपत्ति ने अपने सर्च डिटेल दोबारा चेक करके ये आश्वस्त किया कि कहीं उन्होंने ही गलती से कुछ ऐसा सर्च न किया हो. पर उन्होंने पाया कि इससे संबंधित कुछ भी उन्होंने सर्च नहीं किया था. तभी वो दोनों हैरान थे कि आखिर कैसे उस एप को उनके प्लान के बारे में पता चला.
इस घटना के बारे में अब्राहम ने अपने ट्विटर पर लिखा- 'मेरी बीवी के साथ ये पिछले हफ्ते हुआ. और ये बहुत ही घटिया था @urbanclap. आपको कैसे पता चला कि पिछले हफ्ते हमें शादी में जाना था? गूगल तुम छिपकर हमारी बातें सुन रहे थे? हमने न तो शादी से संबंधित कुछ सर्च किया था न ही कुछ अपलोड किया था.'
अब्राहम को इसके पीछे गूगल के छिपकर बातें सुनने का शक इसलिए हुआ क्योंकि हम जब भी कोई एप इंस्टॉल करते हैं तो I Agree के बटन को क्लिक करना पड़ता है. और ये भी सच है कि शायद ही हम में से कोई थोड़ा रूक कर, धैर्य के साथ उसके नियम और शर्तें पढ़ने की मेहनत करता है. तो अब ये सोचिए कि अगर ये एप हमारे ईमेल, कैलेंडर इत्यादि पर नजर रख रहे हों तो? और यकीन मानिए ऐसा सिर्फ हॉलीवुड फिल्मों में ही नहीं सच में भी होता है.
हालांकि urbanclap ने तुरंत ही अब्राहम के ट्वीट का रिप्लाई कर गलतफहमी को दूर कर दिया. उन्होंने जवाब दिया- 'पिछले हफ्ते भारत में शादी के लिए सबसे ज्यादा व्यस्त समय था. इसलिए हमने आपको अपने कैलकुलेशन के हिसाब से मैसेज किया था. मैसेज भी हमने अपने ग्राहकों के इस्तेमाल के हिसाब से भेजे थे. इसमें किसी तरह की कोई गलत हरकत शामिल नहीं है.'
urbanclap के जवाब से संतुष्ट अब्राहम ने चैन की सांस ली.
वहीं एक इंटरव्यू में अर्बन क्लैप की कम्यूनिकेशन मैनेजर ने घटना के बारे में सारी गलतफहमी पर बात करते हुए कहा- 'ये शादी का सीजन है, और हम अपने ग्राहकों को ऐसे मैसेज भेजकर उनका काम आसान करने के बारे अवगत कराते रहते हैं. इस बारे में हमने अब्राहम से संपर्क किया है और उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं.'
चलिए ये तो खुशी की बात है कि अब्राहम का शक सही नहीं निकला, लेकिन इस घटना ने डराने वाली हकीकत से परिचय जरुर करा दिया है. इसलिए आइंदे से किसी भी एप को इंस्टॉल करने से पहले उसके नियम और शर्तों को अच्छे से पढ़ लें. जान लें. क्योंकि दुर्घटना से देर भली तो हम सभी को पता है.
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