भारत में 17 वीं लोकसभा के चयन के लिए चौथे चरण का मतदान जारी है. लोग ज्यादा से ज्यादा पोलिंग बूथ की तरफ आएं इसलिए कई चीजों को एकसाथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. चुनाव के मद्देनजर सोशल मीडिया पर प्रचारित प्रसारित हो रही इन चीजों में कुछ चीजें सही हैं. तो वहीं कुछ बिल्कुल फेक और एकदम निराधार हैं. ऐसे ही एक वीडियो ने व्हाट्सऐप और फेसबुक पर धूम बचा रखी है, जिसे लोग अलग अलग अंदाज में शेयर कर रहे हैं.
'मतदान में आई एक सुंदर महिला' कैप्शन के साथ शेयर किये जा रहे इस वीडियो में एक पुरुष को दर्शाया गया है जिसने बुर्का पहना है और पुलिस जिसके कपड़े उतरवा रही है. सोशल मीडिया पर एक बड़ा वर्ग ऐसा है जिसका मानना है कि ये व्यक्ति महिला का हुलिया बनाकर फर्जी वोट डालने आया था जिसे पुलिस ने धर दबोचा.
इसके अलावा इस वीडियो को तमाम मुस्लिम संगठनों द्वारा श्रीलंका का हवाला देकर भी खूब शेयर किया जा रहा है. फेसबुक पर ऐसे पेजों की भरमार है जो ये कह रहे हैं कि अभी हाल ही में श्रीलंका में जो धमाके हुए थे उन धमाकों के तहत श्रीलंका पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने एक बौद्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिनसे मुस्लिम महिला का भेस बनाकर श्रीलंका में सिलसिलेवार बम धमाकों को अंजाम दिया.
चूंकि दो अलग अलग विषयों के तहत इस वीडियो को शेयर किया जा रहा है इसलिए हमारे लिए भी ये स्वाभाविक था कि इस वीडियो की जांच की जाए. तो सबसे पहले बात उन लोगों से, जो इसे भारत का बताकर शेयर कर रहे हैं. इस वीडियो का अवलोकन किया जाए तो मिलता है कि इसपर (www.http://nethnews.lk) लिखा है जो खुद ब खुद इस बात की तस्दीख कर देता है कि ये वीडियो...
भारत में 17 वीं लोकसभा के चयन के लिए चौथे चरण का मतदान जारी है. लोग ज्यादा से ज्यादा पोलिंग बूथ की तरफ आएं इसलिए कई चीजों को एकसाथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. चुनाव के मद्देनजर सोशल मीडिया पर प्रचारित प्रसारित हो रही इन चीजों में कुछ चीजें सही हैं. तो वहीं कुछ बिल्कुल फेक और एकदम निराधार हैं. ऐसे ही एक वीडियो ने व्हाट्सऐप और फेसबुक पर धूम बचा रखी है, जिसे लोग अलग अलग अंदाज में शेयर कर रहे हैं.
'मतदान में आई एक सुंदर महिला' कैप्शन के साथ शेयर किये जा रहे इस वीडियो में एक पुरुष को दर्शाया गया है जिसने बुर्का पहना है और पुलिस जिसके कपड़े उतरवा रही है. सोशल मीडिया पर एक बड़ा वर्ग ऐसा है जिसका मानना है कि ये व्यक्ति महिला का हुलिया बनाकर फर्जी वोट डालने आया था जिसे पुलिस ने धर दबोचा.
इसके अलावा इस वीडियो को तमाम मुस्लिम संगठनों द्वारा श्रीलंका का हवाला देकर भी खूब शेयर किया जा रहा है. फेसबुक पर ऐसे पेजों की भरमार है जो ये कह रहे हैं कि अभी हाल ही में श्रीलंका में जो धमाके हुए थे उन धमाकों के तहत श्रीलंका पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने एक बौद्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिनसे मुस्लिम महिला का भेस बनाकर श्रीलंका में सिलसिलेवार बम धमाकों को अंजाम दिया.
चूंकि दो अलग अलग विषयों के तहत इस वीडियो को शेयर किया जा रहा है इसलिए हमारे लिए भी ये स्वाभाविक था कि इस वीडियो की जांच की जाए. तो सबसे पहले बात उन लोगों से, जो इसे भारत का बताकर शेयर कर रहे हैं. इस वीडियो का अवलोकन किया जाए तो मिलता है कि इसपर (www.http://nethnews.lk) लिखा है जो खुद ब खुद इस बात की तस्दीख कर देता है कि ये वीडियो भारत का नहीं है. बल्कि पड़ोसी मुल्क श्रीलंका के किसी हिस्से का है.
अब बात उनसे जो इसे ये कहकर शेयर कर रहे कि ये व्यक्ति बौद्ध है जिसने श्रीलंका में मुस्लिम महिला बन हमला किया. ऐसे लोगों को जान लेना चाहिए कि ये वीडियो कोई आज का नहीं है बल्कि 2018 का वीडियो है. ज्ञात हो कि इस वीडियो पर (www.http://nethnews.lk) का वाटर मार्क है. जब इसे श्रीलंका स्थित नेथ न्यूज़ की वेबसाइट पर सर्च किया गया तो वहां पर इसका कोई परिणाम नहीं निकला.
क्योंकि मामला लगातार सुर्खियों में है इसलिए नेथ एफएम ने इस वीडियो का खंडन किया है और इसे अगस्त 2018 का बताया है. नेथ एफएम ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि, 'आज ये वीडियो जो वेब पर खूब शेयर हो रहा है ये वीडियो उस खबर का हिस्सा है जो 29 अगस्त 2018 को दिखाई गई थी.
कौन है वीडियो में दिख रहा ये व्यक्ति
वीडियो में पुरुष से महिला बने इस व्यक्ति को लेकर अगस्त 2018 में नेथ न्यूज़ में प्रकाशित एक लेख में दावा किया गया है ये व्यक्ति जिसने बुर्का पहना है उसे वेलीकड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. लेख के अनुसार व्यक्ति को वेलीकड़ा प्लाजा में गिरफ्तार किया गया था. दिलचस्प बात ये है कि ये गिरफ्तारी उस रिक्शा वाले के कारण हुई थी जो इसे लेकर वेलीकड़ा प्लाजा आया था. रिक्शे वाले को गड़बड़ लगी और उसने पुलिस को सूचना दे दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने व्यक्ति को गिरफ्तार कर दूघ का दूध पानी का पानी अलग कर दिया.
बहरहाल, अब जबकि 2018 का ये वीडियो हमारे बीच आ गया है और हमें लगातार बरगला रहा है. तो हमें भी इस बात को समझना होगा कि सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हर बात सत्य नहीं होती. यदि हम कुछ देख रहे हैं. उसे अपने जानने वालों से साझा कर रहे हैं. तो ये हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम अपनी बुद्धि और विवेक का सहारा लेते हुए उस चीज की जांच करें और यदि वो चीज हमें सही लगे तब ही हम उसे आगे फैलाएं.
अंत में बस इतना ही कि यदि हम वाकई झूठी ख़बरों से अपने आप को बचाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहला एक्शन हमें खुद लेना होगा और इस गंभीर समस्या का समाधान करना होगा.
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