सऊदी अरब में महिलाओं की स्थिति क्या है इससे तो सभी वाकिफ हैं. इस कट्टर इस्लामी देश में महिलाओं की आजादी काफी सीमित है. घर से बाहर निकलने पर सिर से पैर तक हिजाब होना जरूरी है. वरना वहां की धार्मिक पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. हाल ही में महिलाओं को ड्राइविंग का अधिकार मिलने पर वहां खुशियां मनाई गई थीं. लेकिन इन सब खबरों के बीच सऊदी अरब में एक 'अनूठी' महिला की एंट्री हुई है. ऐसा नहीं है कि इसे वहां का कोई राजकुमार ब्याह के लाया है. लेकिन देश की इस सबसे नई नागरिक के बारे में हर कोई जानना चाहता है.
ये हैं सोफिया, सऊदी अरब की बेहद सशक्त महिला. ये खुलकर जो मन में आए बोल सकती हैं. इंटरव्यू दे सकती हैं. छोटे कपड़े पहन सकती हैं. किसी भी मर्द के साथ रह सकती हैं. और ऐसा करने पर उसे कोई धार्मिक अदालत सजा नहीं देगी. अब सवाल यह है कि सोफिया को यह खास छूट क्यों?
तो जवाब यह है कि सजा उसे ही दी जा सकती है, जिस उस सजा का असर हो. आइए इसे और स्पष्ट करते हैं. सऊदी अरब की ये नई नागरिक सोफिया एक रोबोट हैं. कोई ऐसी-वैसी रोबोट नहीं. इसकी खूबियों के आगे दुनिया के लोग दांतों तले अंगुली दबा लेंगे...
इसकी शक्ल, तौर तरीके, बोलने चलने का अंदाज इंसानों जैसा है. ये बेहद खूबसूरत है. सोफिया एक ह्यूमनॉइड रोबोट है.. उसे हैनसन रोबोटिक्स ने बनाया है और इसे कुछ इस तरह से प्रोग्राम किया गया है कि वो तेज तर्रार जवाब दे सके. सोफिया का इंटरव्यू सबसे पहले बिजनेस राइटर एंड्रियू रॉस सोर्किन ने लिया, जिन्होंने फ्यूचर इंवेस्टमेंट कॉन्फ्रेंस रियाद में. भई वाह.. एक ऐसी साउदी महिला रोबोट जो इंटरव्यू भी दे सकती है.
सोफिया ने इस कॉन्फ्रेंस में अपनी खुद की प्रोग्रामिंग और कैसे रोबोट्स दुनिया के लिए...
सऊदी अरब में महिलाओं की स्थिति क्या है इससे तो सभी वाकिफ हैं. इस कट्टर इस्लामी देश में महिलाओं की आजादी काफी सीमित है. घर से बाहर निकलने पर सिर से पैर तक हिजाब होना जरूरी है. वरना वहां की धार्मिक पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. हाल ही में महिलाओं को ड्राइविंग का अधिकार मिलने पर वहां खुशियां मनाई गई थीं. लेकिन इन सब खबरों के बीच सऊदी अरब में एक 'अनूठी' महिला की एंट्री हुई है. ऐसा नहीं है कि इसे वहां का कोई राजकुमार ब्याह के लाया है. लेकिन देश की इस सबसे नई नागरिक के बारे में हर कोई जानना चाहता है.
ये हैं सोफिया, सऊदी अरब की बेहद सशक्त महिला. ये खुलकर जो मन में आए बोल सकती हैं. इंटरव्यू दे सकती हैं. छोटे कपड़े पहन सकती हैं. किसी भी मर्द के साथ रह सकती हैं. और ऐसा करने पर उसे कोई धार्मिक अदालत सजा नहीं देगी. अब सवाल यह है कि सोफिया को यह खास छूट क्यों?
तो जवाब यह है कि सजा उसे ही दी जा सकती है, जिस उस सजा का असर हो. आइए इसे और स्पष्ट करते हैं. सऊदी अरब की ये नई नागरिक सोफिया एक रोबोट हैं. कोई ऐसी-वैसी रोबोट नहीं. इसकी खूबियों के आगे दुनिया के लोग दांतों तले अंगुली दबा लेंगे...
इसकी शक्ल, तौर तरीके, बोलने चलने का अंदाज इंसानों जैसा है. ये बेहद खूबसूरत है. सोफिया एक ह्यूमनॉइड रोबोट है.. उसे हैनसन रोबोटिक्स ने बनाया है और इसे कुछ इस तरह से प्रोग्राम किया गया है कि वो तेज तर्रार जवाब दे सके. सोफिया का इंटरव्यू सबसे पहले बिजनेस राइटर एंड्रियू रॉस सोर्किन ने लिया, जिन्होंने फ्यूचर इंवेस्टमेंट कॉन्फ्रेंस रियाद में. भई वाह.. एक ऐसी साउदी महिला रोबोट जो इंटरव्यू भी दे सकती है.
सोफिया ने इस कॉन्फ्रेंस में अपनी खुद की प्रोग्रामिंग और कैसे रोबोट्स दुनिया के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं इसका जवाब दिया. सोफिया ने ये जवाब पोडियम में खड़े होकर दिए. उसने ये भी कहा कि उसे इंसानों की मदद करनी है और एक अच्छा जीवन जीना है.
सोफिया ने ये एलन मस्क पर भी चुटकी ली और कहा कि लोग मस्क के बारे में काफी कुछ पढ़ रहे हैं और कई फिल्में देख रहे हैं. आप चिंता न करें. अगर आप मेरे साथ सही रहेंगे तो मैं आपके साथ सही रहूंगी. मुझे एक स्मार्ट इनपुट आउटपुट सिस्टम की तरह ही ट्रीट कीजिए.
इस पर खुद एलन मस्क ने भी ट्वीट किया...
सोफिया ने जिस बेबाकी से सारे जवाब दिए वैसे किसी इंसान के मुह से ही सुने जा सकते हैं, लेकिन सोफिया ने ये साबित कर दिया कि वाकई आने वाला समय आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का है और इसी के साथ आगे बढ़ेगा.
बहरहाल, मैं भी अभी तक इसी बात को लेकर सहमत हूं कि सऊदी अरब में ऐसी महिला को ही नागरिकता और सारे अधिकार मिल सकते हैं जिसे सार्वजनिक तौर पर कोड़े मारने वाली सजा से कोई फर्क न पड़े.
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