मिस यूनिवर्स हरनाज़ कौर संधू (Miss universe Harnaaz Kaur Sandhu) पर हम सभी देशवासियों को गर्व है. हरनाज़ ने 21 साल बाद मिस यूनिवर्स का ताज जीतकर भारत का नाम ऊंचा किया है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सोशल मीडिया पर हरनाज़ का मजाक बना रहे हैं. इन लोगों ने अपनी सारी हदें पार करते हुए हरनाज़ की तुलना नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) से की है.
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने हरनाज़ को सिर्फ इसलिए नीचा दिखाने की कोशिश की है क्योंकि वह लड़की हैं. इस मीम पेज पर नीरज चोपड़ा और हरनाज संधू की तस्वीर शेयर की गई है. जिसमें एक तरफ नीरज चोपड़ा भारत की जर्सी पहने और अपने हाथ में गोल्ड मेडल लिए खड़े हैं वहीं दूसरी तरफ हरनाज अपने 'इंडिया' वाले सैश को पहने हुए स्विमवियर में खड़ी हैं.
इस तस्वीर के साथ जो कैप्शन दिया गया है ''लड़के कैसे सोचते हैं कि वो अपने देश को गर्व महसूस करवा सकते हैं और लड़कियां कैसे सोचती हैं.'' जरा सोचिए ऐसा लिखने वाले का दिमागी संतुलन किस हद तक खराब होगा?
मतलब इन लोगों ने इसमें में भी लड़का-लड़की वाला एंगल खोज ही लिया. मिस यूनिवर्स की स्विमवियर में तस्वीर शेयर करने का क्या मतलब है? क्या मिस यूनिवर्स का ताज बिना कुछ किए फ्री में मिल जाता है?
दरअसल, ऐसे लोगों के दिमाग में गंदगी भरी होती है जिनकी नजरें सिर्फ लड़कियों के कपड़े पर जाकर ही ठहर जाती हैं. उन्हें हरनाज का टैलेंट, नॉलेज और कड़ी मेहनत नहीं दिखी. इन्हें तो बस यही लगता है कि लड़कियां बस छोटे कपड़े पहनकर ताज जीत लेती हैं. क्या मिस यूनिवर्स बन जाना...
मिस यूनिवर्स हरनाज़ कौर संधू (Miss universe Harnaaz Kaur Sandhu) पर हम सभी देशवासियों को गर्व है. हरनाज़ ने 21 साल बाद मिस यूनिवर्स का ताज जीतकर भारत का नाम ऊंचा किया है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सोशल मीडिया पर हरनाज़ का मजाक बना रहे हैं. इन लोगों ने अपनी सारी हदें पार करते हुए हरनाज़ की तुलना नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) से की है.
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने हरनाज़ को सिर्फ इसलिए नीचा दिखाने की कोशिश की है क्योंकि वह लड़की हैं. इस मीम पेज पर नीरज चोपड़ा और हरनाज संधू की तस्वीर शेयर की गई है. जिसमें एक तरफ नीरज चोपड़ा भारत की जर्सी पहने और अपने हाथ में गोल्ड मेडल लिए खड़े हैं वहीं दूसरी तरफ हरनाज अपने 'इंडिया' वाले सैश को पहने हुए स्विमवियर में खड़ी हैं.
इस तस्वीर के साथ जो कैप्शन दिया गया है ''लड़के कैसे सोचते हैं कि वो अपने देश को गर्व महसूस करवा सकते हैं और लड़कियां कैसे सोचती हैं.'' जरा सोचिए ऐसा लिखने वाले का दिमागी संतुलन किस हद तक खराब होगा?
मतलब इन लोगों ने इसमें में भी लड़का-लड़की वाला एंगल खोज ही लिया. मिस यूनिवर्स की स्विमवियर में तस्वीर शेयर करने का क्या मतलब है? क्या मिस यूनिवर्स का ताज बिना कुछ किए फ्री में मिल जाता है?
दरअसल, ऐसे लोगों के दिमाग में गंदगी भरी होती है जिनकी नजरें सिर्फ लड़कियों के कपड़े पर जाकर ही ठहर जाती हैं. उन्हें हरनाज का टैलेंट, नॉलेज और कड़ी मेहनत नहीं दिखी. इन्हें तो बस यही लगता है कि लड़कियां बस छोटे कपड़े पहनकर ताज जीत लेती हैं. क्या मिस यूनिवर्स बन जाना इतना आसान है? एक पल के लिए हरनाज संधू की जगह खुद को रख कर देखें, पसीने ना छूट जाएं तो नाम बदल सकते हैं.
कुछ घरों में आज भी ऐसा होता है ना कि बेटे की छोटी उपलब्धि पर उसे घरवाले माथे पर बिठा लेते हैं, लेकिन बेटी की बड़ी जीत भी उनके लिए मायने नहीं रखती. बेटी को हमेशा बेेटे से कम ही आंका जाता है.
हरनाज़ की तुलना नीरज चोपड़ा से करके कुछ लोगों ने सच में अपने दिमाग के कचरे को जगजाहिर ही कर दिया है. इनके हिसाब से लड़के मेहनत करते देश के लिए गोल्ड जीतते हैं और लड़कियां तो मुफ्त में बिना मेहनत के ही ताज जीतकर दुनिया में भारत का नाम ऊंचा करती हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है कि ऐसे लोग लड़कियों के लिए बहुत ही घटिया सोच रखते हैं. वैसे ऐसी सोच रखने वाले पीवी सिंधू, मीराबाई चानू को कुछ जल्दी नहीं भूल गए?
जिस आत्मविश्वास के साथ हरनाज ने अपने देश का नाम पूरी दुनियां में रोशन किया है वह काबिले तारीफ है. ट्रोल करने वाले तो हरनाज के सामने टिक भी नहीं पाएंगे. नीरज चोपड़ा अपनी जगह हैं और हरनाज़ संधू अपनी जगह है. दोनों का क्षेत्र भले ही अलग है लेकिन दोनों ही प्रतिभा के धनी है. यहां किसी से किसी की तुलना करना सही नहीं है.
वहीं अपनी मिस यूविनर्स हरनाज संधू पर गर्व करने वाले लोगों ने ऐसे घटिया मीम बनाने वाले को जमकर लताड़ा है. लोगों ने इन ट्रोलर्स को खरी-खोटी सुनाते हुए लिखा कि “तुम तो दोनों ही नहीं कर सकते.” दूसरे ने लिखा कि ''क्या तुमने भारत या फिर अपने माता-पिता को ही गर्व महसूस करनवाने के लिए कुछ किया है?'' तीसरे यूजर ने लिखा, ''असली मर्द अपने देश को ऐसे गर्व महसूस करवाते हैं और इनसिक्योर लड़के सोशल मीडिया पर ऐसे अटेंशन मांगते हैं.''
एक तरफ 21 साल की हरनाज ताज जीतकर पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई हैं वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोग अपने मानसकि दिवालियापन का सबूत दे रहे हैं. वैसे आप ये ट्वीट देखें फिर बताएं कि ऐसी छोटी सोच वाले लोगों के साथ क्या किया जाना चाहिए? मेरे हिसाब से तो ऐसे मीम बनाने वाले को मानसिक चिकित्सक में भेजने की जरूरत है. ये हरनाज संधू का तो कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे लेकिन अपने परिवार की लड़कियों का जीना जरूर मुहाल करेंगे.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.