इतिहास इस बात का गवाह रहा है कि जब-जब फूट पड़ी है, आपसी कलह हुआ है तब-तब परिवार हो या राजनीतिक पार्टी, हर तरफ छीछालेदर हुई है. आपको यूपी विधानसभा चुनाव तो याद ही होगा जब सपा इसी आंतरिक लड़ाई की वजह से चुनाव हार गई थी. चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच मुलायम सिंह यादव ने पुत्र मोह को चुना और नजीता बीजेपी की जीत के रूप में सबके सामने आया.
कांग्रेस पार्टी में भी वही गलती हो रही है जो सपा में हुई. शायद इन पार्टियों ने एकता के महत्व को नहीं समझा, संगठन में ही शक्ति है ये बात कोई तो इन्हें याद दिलावो. इन लोगों ने क्या कभी महाभारत नहीं देखा या ईस्ट इंडिया कंपनी की चाल ‘फूट डालो राज करो’ वाली लाइन नहीं सुनी?
राजनीतिक गलियारे में इन दिनों पंजाब हॉट टॉपिक बना हुआ है. इतना तो कभी नहीं हुआ. एक तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू से कलह की वजह से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब वो दिल्ली में अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात करने वाले हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
तब तक दूसरी ओर पीछे-पीछे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया है कि ऐसा कोई सगा नहीं जिस हमने ठगा नहीं. अब राहुल गांधी बेचारे फंसे हुए हैं वो तो फिलहाल पीएम मोदी के गले जाकर रो भी नहीं सकते. अब इस उड़ते पंजाब को संभालना आसान नहीं है. अब तक कैप्टन हाईलाइट थे लेकिन अब पाजी ने बाजी मार ली है.
वैसे राहुल गांधी के नाम के मीम्स सदाबहार छाए रहते हैं, मीम्स बनाने वाले इनकी भद्द पीटते रहते हैं, ऐसा लगता है कि राहुल गांधी ना हों तो मीम्स वालों की नौकरी खतरे में पड़ जाए, लेकिन इस बार बाजी...
इतिहास इस बात का गवाह रहा है कि जब-जब फूट पड़ी है, आपसी कलह हुआ है तब-तब परिवार हो या राजनीतिक पार्टी, हर तरफ छीछालेदर हुई है. आपको यूपी विधानसभा चुनाव तो याद ही होगा जब सपा इसी आंतरिक लड़ाई की वजह से चुनाव हार गई थी. चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच मुलायम सिंह यादव ने पुत्र मोह को चुना और नजीता बीजेपी की जीत के रूप में सबके सामने आया.
कांग्रेस पार्टी में भी वही गलती हो रही है जो सपा में हुई. शायद इन पार्टियों ने एकता के महत्व को नहीं समझा, संगठन में ही शक्ति है ये बात कोई तो इन्हें याद दिलावो. इन लोगों ने क्या कभी महाभारत नहीं देखा या ईस्ट इंडिया कंपनी की चाल ‘फूट डालो राज करो’ वाली लाइन नहीं सुनी?
राजनीतिक गलियारे में इन दिनों पंजाब हॉट टॉपिक बना हुआ है. इतना तो कभी नहीं हुआ. एक तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू से कलह की वजह से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब वो दिल्ली में अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात करने वाले हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
तब तक दूसरी ओर पीछे-पीछे पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया है कि ऐसा कोई सगा नहीं जिस हमने ठगा नहीं. अब राहुल गांधी बेचारे फंसे हुए हैं वो तो फिलहाल पीएम मोदी के गले जाकर रो भी नहीं सकते. अब इस उड़ते पंजाब को संभालना आसान नहीं है. अब तक कैप्टन हाईलाइट थे लेकिन अब पाजी ने बाजी मार ली है.
वैसे राहुल गांधी के नाम के मीम्स सदाबहार छाए रहते हैं, मीम्स बनाने वाले इनकी भद्द पीटते रहते हैं, ऐसा लगता है कि राहुल गांधी ना हों तो मीम्स वालों की नौकरी खतरे में पड़ जाए, लेकिन इस बार बाजी नवजोत सिंह सिद्धू ने मार ली है.
एक तरफ पंजाब में इस्तीफे पर इस्तीफा दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस का दामन थाम लिए. इतना कुछ हो गया कि लगता है कि मीम वालों ने भी अपने दो-चार नए कारखाने खोल लिए हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ताजे-ताजे मीम को देखकर तो यही बोला जा सकता है, जैसे अभी-अभी मशीन से निकल कर गर्मागर्म परोसे गए हों. वो भी एक से बढ़कर एक...जिसे देख हंसी तो नहीं रूक पाएगी और हंसते-हंसते आपकी आंखों से हंसी वाले आंसू भी निकल सकते हैं.
इन मीम को देखकर तो यही लगता है कि अब वो दिन दूर नहीं, जब इसके लिए भी कोर्स शुरु किया जाएगा. अब पाजी खुद ही इतने मजाकियां हैं और चुटकुले सुनाते रहते हैं, ठोको ताली बोलते रहते हैं. उनके शायरी का तो अंदाज की निराला है...तो सोचिए इनपर मीम्स कैसे-कैसे बने होंगे?
दरअसल, सिद्धू पाजी ने सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा. जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे से समझौता नहीं कर सकता हूं. एक आदमी के चरित्र का पतन समझौते से उपजता है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे से कभी समझौता नहीं कर सकता. लिहाज, मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं, लेकिन, कांग्रेस की सेवा करता रहूंगा.’ इसके बाद ट्ववीटर पर मीम्म के साथ #NavjotSinghSidhu और #PunjabCongress भी ट्रेंड करने लगा.
सिद्धू के समर्थन में मंत्री रजिया सुल्ताना, गुलजार इंद्र सिंह चहल और योगेंद्र ढींगरा ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जिस पार्टी के लोगों में आपस में ना बनती हो उनका मजाक तो बनना ही है, वो भी सरेआम. लोग बोल रहे हैं कि कहीं अमित शाह से मिलने वाले दो ना हो जाएं...मेरा दिर जोर-जोरसे धड़क रहा है…
आप भी देखिए कि 2 महीने और 10 दिन बाद अपने पद से इस्तीफा देने पर किस तरह पाजी की सोशल मीडिया पर कॉमेडी कमेंट्री हो रही है...
Punjab Congress General Secretary Yoginder Dhingra resigns in support of #NavjotSinghSidhu. Thoko Taali. pic.twitter.com/1YMNQe32VO
— News Arena (@NewsArenaIndia) September 28, 2021
Navjot Singh Sidhu changes his political party and his post according to his need. pic.twitter.com/v2qDix1I
— Tariq Jawaid⚽ (@TARIQJAWAID) September 29, 2021
No captions needed #NavjotSinghSidhu pic.twitter.com/nqqikjkQvD
— SwatKat? (@swatic12) September 28, 2021
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