किसी भी दिव्यांग को देखकर लोगों के मन के भाव थोड़े से बदल जाते हैं, थोड़ी चिंता, थोड़ी सी हमदर्दी बढ़ जाती है, मन मन में अफसोस वाली भावनाएं आती हैं, जिन्हें कैसे व्यक्त करें ये भी बड़ा मुश्किल होता है. पर जानते हैं, लोग दिव्यांगों के जीवन पर जितना अफसोस जताते हैं, उतना तो कभी दिव्यांग खुद भी महसूस नहीं करते.
ताजा उदाहरण हैं एक नेत्रहीन महिला, निधी गोयल, जो इस समय इंटरनेट पर छा गई हैं. वजह ये नहीं है कि वो नेत्रहीन हैं, वजह ये है कि नेत्रहीन होने के बावजूद भी वो क्या क्या हैं और क्या क्या कर रही हैं.
ट्रेनर, राइटर, लॉयर, डिसेबिलिटी इशूज़ पर महिलाओं के लिए काम करना, लोगों से मिलना, उन्हें जागरुक करना आदि वो काम है जो वो करती आई हैं. लेकिन इन सबके वाबजूद वो ये मानती हैं कि अगर लोगों तक अपनी बात पहुंचानी है तो वो जरिया कॉमेडी है. और इसलिए वो इंडियन स्टैंडअप कॉमेडी का मक्का कहे जाने वाले 'कैनवस लॉफ क्लब' से जुड़ गईं और अपनी जिंदगी के उन्हीं खट्टे अनुभवों को बेहद मजाकिया अंदाज में लोगों के सामने रखा.
स्टैंडअप कॉमेडियन अदिती मित्तल ने उनका ये वीडियो सबसे साझा किया और इस जिंदादिल इंसान के खुशनुमा पहलू को दुनिया के सामने रखा.
निधी ने अपने अनुभव बांटते हुए बताया कि लोग दिव्यांगता को लेकर कितना विनम्र और भावुक होकर ये पूछते हैं कि 'कोई प्रोब्लम है क्या?'. उन्होंने नेत्रहीन लोगों से जुड़ी उन गलतफहमियों से भी रूबरू करवाया जो लोग अक्सर नेत्रहीन लोगों के बारे में सोचते हैं, जैसे कि वो बहुत पढ़े लिखे कैसे हो सकते हैं? वो नौकरी पेशा कैसे हो सकते हैं? उनकी शादी और बच्चे कैसे हो सकते...
किसी भी दिव्यांग को देखकर लोगों के मन के भाव थोड़े से बदल जाते हैं, थोड़ी चिंता, थोड़ी सी हमदर्दी बढ़ जाती है, मन मन में अफसोस वाली भावनाएं आती हैं, जिन्हें कैसे व्यक्त करें ये भी बड़ा मुश्किल होता है. पर जानते हैं, लोग दिव्यांगों के जीवन पर जितना अफसोस जताते हैं, उतना तो कभी दिव्यांग खुद भी महसूस नहीं करते.
ताजा उदाहरण हैं एक नेत्रहीन महिला, निधी गोयल, जो इस समय इंटरनेट पर छा गई हैं. वजह ये नहीं है कि वो नेत्रहीन हैं, वजह ये है कि नेत्रहीन होने के बावजूद भी वो क्या क्या हैं और क्या क्या कर रही हैं.
ट्रेनर, राइटर, लॉयर, डिसेबिलिटी इशूज़ पर महिलाओं के लिए काम करना, लोगों से मिलना, उन्हें जागरुक करना आदि वो काम है जो वो करती आई हैं. लेकिन इन सबके वाबजूद वो ये मानती हैं कि अगर लोगों तक अपनी बात पहुंचानी है तो वो जरिया कॉमेडी है. और इसलिए वो इंडियन स्टैंडअप कॉमेडी का मक्का कहे जाने वाले 'कैनवस लॉफ क्लब' से जुड़ गईं और अपनी जिंदगी के उन्हीं खट्टे अनुभवों को बेहद मजाकिया अंदाज में लोगों के सामने रखा.
स्टैंडअप कॉमेडियन अदिती मित्तल ने उनका ये वीडियो सबसे साझा किया और इस जिंदादिल इंसान के खुशनुमा पहलू को दुनिया के सामने रखा.
निधी ने अपने अनुभव बांटते हुए बताया कि लोग दिव्यांगता को लेकर कितना विनम्र और भावुक होकर ये पूछते हैं कि 'कोई प्रोब्लम है क्या?'. उन्होंने नेत्रहीन लोगों से जुड़ी उन गलतफहमियों से भी रूबरू करवाया जो लोग अक्सर नेत्रहीन लोगों के बारे में सोचते हैं, जैसे कि वो बहुत पढ़े लिखे कैसे हो सकते हैं? वो नौकरी पेशा कैसे हो सकते हैं? उनकी शादी और बच्चे कैसे हो सकते हैं? तो निधी गोयल ने अपनी जिंदगी की इन्हीं खास बातों को लोगों के सामने रखकर उन्हें हंसने को मजबूर कर दिया.
देखिए इस वीडियो को जो दिव्यांगों के प्रति आपका नजरिया बदल देगा-
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.