सोशल मीडिया का दौर बड़ा नाजुक दौर है. कोई बात बुरी लगी नहीं कि ट्रेंड की शुरुआत कर दी. अच्छा चूंकि सोशल मीडिया पर समर्थन और विरोध भी अपनी सुचिता के हिसाब से होता है तो समर्थकों से लेकर विरोधी तक खूब मिल जाते हैं. एक तरफ ते बातें हैं दूसरी तरफ एक्टर स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) हैं. कुछ मन मुताबिक न होने पर स्वरा ने जोमैटो (Zomato) से जवाब तलब किया जिसपर जो जवाब जोमैटो ने दिया, ये कहना गलत नहीं है कि, अगर स्वरा ने सवाल के रूप में नहला जड़ा तो जोमैटो का जवाब भी दहले से कम नहीं था.
दरअसल हुआ कुछ यूं है कि फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर जोमैटो से नफरत फैलाने वाले चैनल पर अपना विज्ञापन बंद करने की सलाह दी. बता दें कि स्वरा का इशारा रिपब्लिक टीवी की तरह था.
मुद्दा क्योंकि स्वरा भास्कर ने उठाया था तो जोमैटो भी कहां चुप रहने वाला था. जोमैटो ने स्वरा के सवालों का संज्ञान लिया और एक ऐसा जवाब दिया जिसने एक नई बहस को आयाम दे दिया. तमाम तरह के विवादों से अपना पल्ला झाड़ते हुए जोमैटो ने कहा कि वह चैनल के किसी भी कंटेंट को एंडोर्स नहीं करते हैं.
जोमैटो का ये कहना भर था उसके इतने स्ट्रेट फारवर्ड रिप्लाई से लोग नाराज हो गए और स्वरा के समर्थन में आते हुए उन्होंने जोमैटो को ट्रोल करना शुरू कर दिया. ध्यान रहे कि अब नौबत सोशल मीडिया पर बॉयकॉट...
सोशल मीडिया का दौर बड़ा नाजुक दौर है. कोई बात बुरी लगी नहीं कि ट्रेंड की शुरुआत कर दी. अच्छा चूंकि सोशल मीडिया पर समर्थन और विरोध भी अपनी सुचिता के हिसाब से होता है तो समर्थकों से लेकर विरोधी तक खूब मिल जाते हैं. एक तरफ ते बातें हैं दूसरी तरफ एक्टर स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) हैं. कुछ मन मुताबिक न होने पर स्वरा ने जोमैटो (Zomato) से जवाब तलब किया जिसपर जो जवाब जोमैटो ने दिया, ये कहना गलत नहीं है कि, अगर स्वरा ने सवाल के रूप में नहला जड़ा तो जोमैटो का जवाब भी दहले से कम नहीं था.
दरअसल हुआ कुछ यूं है कि फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर जोमैटो से नफरत फैलाने वाले चैनल पर अपना विज्ञापन बंद करने की सलाह दी. बता दें कि स्वरा का इशारा रिपब्लिक टीवी की तरह था.
मुद्दा क्योंकि स्वरा भास्कर ने उठाया था तो जोमैटो भी कहां चुप रहने वाला था. जोमैटो ने स्वरा के सवालों का संज्ञान लिया और एक ऐसा जवाब दिया जिसने एक नई बहस को आयाम दे दिया. तमाम तरह के विवादों से अपना पल्ला झाड़ते हुए जोमैटो ने कहा कि वह चैनल के किसी भी कंटेंट को एंडोर्स नहीं करते हैं.
जोमैटो का ये कहना भर था उसके इतने स्ट्रेट फारवर्ड रिप्लाई से लोग नाराज हो गए और स्वरा के समर्थन में आते हुए उन्होंने जोमैटो को ट्रोल करना शुरू कर दिया. ध्यान रहे कि अब नौबत सोशल मीडिया पर बॉयकॉट जोमैटो तक की आ गई है.
बात चूंकि स्वरा के ट्वीट की हुई है तो बता दें कि उन्होंने लिखा है कि जोमैटो मैं आपकी नियमित ग्राहक हूं. क्या आप नफरत फैलाने वाले चैनलों से अपना ऐड वापस लेंगे. मैं इस बात से संतुष्ट नहीं हूं कि मेरे द्वारा दिए गए पैसे का दुरुपयोग सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए किया जाए. कृपया अपने ग्राहक को बताएं.
बता दें कि ऐसा बिलकुल नहीं है कि मामले के मद्देनजर हर कोई स्वरा के समर्थन में हैं. जैसा स्वरा का सवाल था उसने लोगों को नाराज भी किया. यूजर्स का तर्क है कि कौन से विज्ञापन चलने चाहिए कौन से नहीं इसके लिए किसी पर यूं इस तरह दबाव नहीं डालना चाहिए.
मामले में एक दिलचस्प बात ये भी है कि जोमैटो से यूं इस तरह सवाल पूछने के बाद वो तमाम लोग एकजुट हो गए हैं जो मौके बेमौके स्वरा की आलोचना में लिप्त रहते हैं. यूजर्स ने स्वरा के पुराने ट्वीट्स निकाले हैं और कहा है कि अगर जोमैटो नफरत फैला रहा था तो स्वरा ने कौन सा ट्वीट्स के माध्यम से प्यार फैलाया है.
बहरहाल बात जोमैटो की हुई है तो हम ये कहकर अपनी बात को विराम देंगे कि स्वरा एक सेलिब्रिटी हैं जिस तरह उन्होंने दबाव बनाने के लिए ट्विटर का इस्तेमाल किया वो उन्हें एक सेलिब्रिटी कम बल्कि एक ट्रोल ज्यादा दिखा रहा है.
किसी मुद्दे पर पसंद नापसंद का होना एक अलग बात है मगर जिस तरह स्वरा ने जोमैटो को बदनाम किया और नौबत बॉयकॉट जोमैटो तक आई वो ये साफ बताता है कि स्वरा ने जाने अनजाने एक ब्लंडर किया है. बाक़ी जो जवाब जोमैटो ने दिया है वो एक बेहतरीन जवाब है. जोमैटो इधर उधर नहीं गया. उसने जो कहा एकदम क्लियर कहा और कट टू कट कहा. अंत में बस इतना ही सोशल मीडिया का नाजुक दौर है. जोमैटो कई बार दूध से जल चुका था उसने छाछ पिया और फूंक फूंककर पिया.
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