कोई फलों के हजारों पेड़ लगा रहा है तो कोई रक्त दान शिविर आयोजित कर रहा है. कोई अस्पतालों में फल बांट रहा है तो कोई गरीब बच्चों को खाना खिला रहा है. प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन मनाने का सबका अलग-अलग तरीका रहा. प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए सरकार 14 से 20 सितंबर सेवा सप्ताह का आयोजन किया जिसको लेकर हर कोई देश सेवा में लगा हुआ है.
खुद अपने 69वें जन्मदिन पर मोदी जी भी काफी व्यस्त रहे. तमाम कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद मोदी जी ने अपनी माताजी का आशीर्वाद लिया, साथ खाना खाया.
और एक बात और इस दिन की अच्छी लगी कि पीएम मोदी ने एक बैग से तितलियों को छोड़ा जो बड़ा खूबसूरत नजारा था. हां कुछ पॉजिटिव सोच रखने वालों नें इसमें भी संदेश ढूंढा.
ट्विटर पर पूरे दिन सिर्फ #NarendraModi ट्रेड करता रहा. यूं लगा जैसे आज कोई उत्सव था. लोगों ने बड़े चाव से अपने चहेते पीएम का जन्मदिन मनाया. 17 सितंबर का दिन कई मायनों में यादगार रहेगा. अगर सोशल मीडिया पर बधाई देने वालों की बात करें तो बधाइयों में कई नए रंग देखने को मिले.
अक्षय कुमार
अक्षय कुमार मोदी के फैन हैं. स्वच्छ भारत अभियान पर 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' बनाकर अक्की ने ये साबित कर दिया था कि वो प्रधानमंत्री मोदी और उनकी योजनाओं को कितना सीरियसली लेते हैं. इसके अलावा पीएम का इंटरव्यू लेकर भी उन्होंने अपने और प्रधानमंत्री मोदी के बीच के लगाव को भी जग जाहिर किया. इसी लगाव के चलते अक्षय कुमार ने मोदी के जन्मदिवस पर मोदी की एक...
कोई फलों के हजारों पेड़ लगा रहा है तो कोई रक्त दान शिविर आयोजित कर रहा है. कोई अस्पतालों में फल बांट रहा है तो कोई गरीब बच्चों को खाना खिला रहा है. प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन मनाने का सबका अलग-अलग तरीका रहा. प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए सरकार 14 से 20 सितंबर सेवा सप्ताह का आयोजन किया जिसको लेकर हर कोई देश सेवा में लगा हुआ है.
खुद अपने 69वें जन्मदिन पर मोदी जी भी काफी व्यस्त रहे. तमाम कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद मोदी जी ने अपनी माताजी का आशीर्वाद लिया, साथ खाना खाया.
और एक बात और इस दिन की अच्छी लगी कि पीएम मोदी ने एक बैग से तितलियों को छोड़ा जो बड़ा खूबसूरत नजारा था. हां कुछ पॉजिटिव सोच रखने वालों नें इसमें भी संदेश ढूंढा.
ट्विटर पर पूरे दिन सिर्फ #NarendraModi ट्रेड करता रहा. यूं लगा जैसे आज कोई उत्सव था. लोगों ने बड़े चाव से अपने चहेते पीएम का जन्मदिन मनाया. 17 सितंबर का दिन कई मायनों में यादगार रहेगा. अगर सोशल मीडिया पर बधाई देने वालों की बात करें तो बधाइयों में कई नए रंग देखने को मिले.
अक्षय कुमार
अक्षय कुमार मोदी के फैन हैं. स्वच्छ भारत अभियान पर 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' बनाकर अक्की ने ये साबित कर दिया था कि वो प्रधानमंत्री मोदी और उनकी योजनाओं को कितना सीरियसली लेते हैं. इसके अलावा पीएम का इंटरव्यू लेकर भी उन्होंने अपने और प्रधानमंत्री मोदी के बीच के लगाव को भी जग जाहिर किया. इसी लगाव के चलते अक्षय कुमार ने मोदी के जन्मदिवस पर मोदी की एक बायोपिक का फर्स्ट लुक लॉन्च कर दिया. फिल्म का नाम है 'मन बैरागी' और निर्माता हैं संजय लीला भंसाली और महावीर जैन. फिल्म के निर्देशक संजय त्रिपाठी हैं. अक्षय ने पीएम मोदी को इस अंदाज में बधाई दी.
सचिन सांघे
सचिन सांघे एक माइक्रो स्कल्पचर आर्टिस्ट हैं जो बारीक कलाकृतियां बनाते हैं. वो चॉक पर या फिर पेंसिल की नोक पर इतनी बारीकी से मूर्ति बनाते हैं कि यकीन करना मुश्किल हो जाता है. अपनी कला के ही जरिए उन्होंने भी प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी. उन्होंने चॉक पर मोदी की एक मूर्ति गढ़ी है जिसमें मोदी ने हाथों में गाय को संभाल रखा है. अपने आप में ही ये कला कृति सबकुछ कहती है. कि किस तरह मोदी के राज में गाय महत्वपूर्ण है.
अमृता फड़नवीस
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देने के लिए लोग अच्छे-अच्छे शब्दों का चयन कर रहे हैं तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की धर्मपत्नी अमृता फड़नवीस बधाई देने के मामले में दो कदम और आगे निकल गईं. उन्हें गाने का बड़ा शौक है अपने एक गीत के माध्यम से उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी और उन्हें father of the country यानी देश के पिता की उपाधि दे डाली. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से तो सभी परिचित हैं, देश पिता हमारे प्रधानमंत्री मोदी हैं. हालांकि उनके इस ट्वीट की जमकर आलोचना भी हो रही है. कि आखिर राष्ट्र पिता गांधी के बाद कोई कैसे ये उपाधि मोदी जी को दे सकता है.
अशोक पंडित
अशोक पंडित फिल्म 'The accidental primeminister' के सह निर्माता हैं. अशोक ने अपने ट्विटर पर अपनी माता जी का वीडियो शेयर किया है. वो वीडियो में मोदी जी को 'मेरे बेटे मोदी जी' कहकर संबोधित कर रही हैं. एक मां के मुख से निकली हुई हर बात आशीर्वाद होती है. इन्होंने कहा कि मोदी जी संसार में दुष्टों का नाश करने के लिए आए हैं. उन्हें राम का जन्म मिला है. मां की दुआओं में प्रेम छलक रहा है लेकिन आलोचना करने वालों ने इन्हें भी नहीं छोड़ा. लोग कह रहे हैं कि अशोक पंडित ने अपनी मां का इस्तेमाल किया है.
विवेक ओबराय
नरेंद्र मोदी की बात हो तो विवेक ओबराय का जिक्र आना तो बनता है. आखिर विवेक ओबराय रील लाइफ के नरेंद्र मोदी जो ठहरे. फिल्म में नरेंद्र मोदी का किरदार निभाने वाले विवेक ओबराय ने मोदी जी की तारीफ में एक कविता पढ़ी है. जिसमें उन्होंने मोदी जी को युग पुरुष की उपाधि दी है.
अमूल
अमूल वो ब्रांड है जो हमेशा ही किसी सामयिक और चर्चित घटना पर अपने क्रिएटिव कार्टून बनाने के लिए जाना जाता है. प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर अमूल ने एक वीडियो पोस्ट किया है जो देखते ही बनता है.
हर तरफ उत्सव सा माहौल
प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन पूरे भारत में उत्सव की तरह मनाया गया. मोदी जी को बधाई देने के लिए पारंपरिक नृत्य किए गए, सामूहिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. मोदी जी के प्रति देश ने इतना प्रेम लुटाया है कि इससे पहले कभी किसी नेता के जन्मदिन पर ये जोश दिखाई नहीं दिया.
मोदी जी को बधाई देने वालों में उनके राजनीतिक विरोधियों की भी कमी नहीं थी. बहुतों ने बड़े सम्मान के साथ मोदी जी को बधाइयां दीं. किन्हीं की बधाइयों में तंज भी छिपे थे. तो किसी ने बधाई को भी गाली की तरह दिया. अखिलेश यादव और दिग्विजय सिंह को छोड़ दें तो लगभग सभी ने प्रधानमंत्री मोदी को बहुत ही सम्मान और औपचारिक तरीके से ट्विटर पर बधाइयां दीं.
अल्का लांबा
कांग्रेस कार्यकर्ता अल्का लांबा ने प्रधानमंत्री के जन्मदिवस को मौके के रूप में लिया और जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने भारत को जुमला दिवस पर बधाई दी. लेकिन ऐसा करके उन्होंने ये भी साबित कर दिया कि राजनीति के गुण सीखने के लिए उन्हें अपने सीनियर्स से कुछ सीख लेना चाहिए. उन्होंने प्रधानमंत्री के जन्म दिवस पर उनकी नाकामियों की लिस्ट बताई.
शशि थरूर
शशि थरूर ने पीएम मोदी को जो बधाई दी उसमें बधाई कम और कटाक्ष ज्यादा नजर आया. स्वाभाविक था. अपनी बधाई में शशि थरूर ने सतीश आचार्या का बनाया कार्टून पोस्ट किया जिसमें भारत की अलग अलग भाषाओं में मोदी जी को बधाई दी जा रही है. शशि लिखते हैं- बहुभाषी भारत की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को बधाई. ये याद दिलाने के लिए कि भारत विविधता और अनेकता का देश है. गारतलब है कि हिंदी दिवस पर गृहमंत्री अमित शाह ने हिन्दी को राष्ट्रीय भाषा बनाने की अपील की थी. जिसपर राजनीतिक घमासान जारी है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी जबरन हिंदी थोपने को लेकर सरकार को चेतावनी दी थी. थरूर ने कहा था कि दक्षिण के लोग हिंदी को दूसरी भाषा के रूप में सीखना चाहते हैं जबकि उत्तर में कोई भी तमिल और मलयालम को नहीं सीखना चाहता.
जिस तरह पूरे देश ने 17 सितंबर को सेलीब्रेट किया है, ये दिन लोगों के लिए यादगार बन गया. खुद प्रधानमंत्री भी ये दिन कभी नहीं भूल पाएंगे. पर इस दिन पर सोशल मीडिया देखने के बाद एक बात समझ आती है कि भले ही कितने ही राजनीतिक द्वेष क्यों न हों, देश के प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई देने के लिए सिर्फ उनका प्रधानमंत्री होना ही काफी है. वो देश के सम्मानीय व्यक्ति हैं जो पूरी दुनिया में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं. उनके जन्म दिन पर हर बात क किनारे रखकर एक बधाई तो हर किसी की बनती है.
प्रधानमंत्री को जन्मदिन की हार्दिक बधाई !
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