2019 के आम चुनावों में अब बस कुछ ही समय बचा हुआ है. क्या सत्ता पक्ष क्या विपक्ष सभी अपने - अपने स्तर से तैयारी में जुटे हैं. भारत जैसे विशाल और मजबूत लोकतंत्र में ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान हो, इसके लिए पीएम मोदी ने नेताओं, फिल्मी कलाकारों, खिलाड़ियों, धर्म गुरुओं और मीडिया से अपील की है कि, वो अपने स्तर से ऐसे प्रयास करें जिससे देश के लोग विशेषकर वो युवा जो पहली बार वोट डालने जा रहे हैं इतने उत्साहित हों.
पीएम का मानना नही कि लोगों में चुनावों को लेकर उत्साह इस हद तक हो कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव बन जाए. पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा कि लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के मतदान में अब महीने भर से भी कम समय है. मतदान हमारे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक है. हमारा वोट देश की विकास यात्रा में हमारी भागीदारी का संकल्प है.
चाहे समर्थक हों या फिर आलोचक दोनों ही इस बात पर सहमत हैं कि पीएम मोदी का शुमार उन चुनिंदा लोगों में हैं जिनके अन्दर अपनी बात पूरी रचनात्मकता के साथ रखने का गुण हैं. ये बात कितनी सही है इसे पीएम मोदी के उस ट्वीट से समझा जा सकता है जिसमें उन्होंने अपने सबसे प्रबल आलोचकों जैसे राहुल गांधी, ममता बनर्जी, शरद पवार, मायावती, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और एमके स्टालिन को टैग कर उनसे अपील की है कि वो लोग भी...
2019 के आम चुनावों में अब बस कुछ ही समय बचा हुआ है. क्या सत्ता पक्ष क्या विपक्ष सभी अपने - अपने स्तर से तैयारी में जुटे हैं. भारत जैसे विशाल और मजबूत लोकतंत्र में ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान हो, इसके लिए पीएम मोदी ने नेताओं, फिल्मी कलाकारों, खिलाड़ियों, धर्म गुरुओं और मीडिया से अपील की है कि, वो अपने स्तर से ऐसे प्रयास करें जिससे देश के लोग विशेषकर वो युवा जो पहली बार वोट डालने जा रहे हैं इतने उत्साहित हों.
पीएम का मानना नही कि लोगों में चुनावों को लेकर उत्साह इस हद तक हो कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव बन जाए. पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग में लिखा कि लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के मतदान में अब महीने भर से भी कम समय है. मतदान हमारे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक है. हमारा वोट देश की विकास यात्रा में हमारी भागीदारी का संकल्प है.
चाहे समर्थक हों या फिर आलोचक दोनों ही इस बात पर सहमत हैं कि पीएम मोदी का शुमार उन चुनिंदा लोगों में हैं जिनके अन्दर अपनी बात पूरी रचनात्मकता के साथ रखने का गुण हैं. ये बात कितनी सही है इसे पीएम मोदी के उस ट्वीट से समझा जा सकता है जिसमें उन्होंने अपने सबसे प्रबल आलोचकों जैसे राहुल गांधी, ममता बनर्जी, शरद पवार, मायावती, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और एमके स्टालिन को टैग कर उनसे अपील की है कि वो लोग भी आगे आएं और अपने अपने समर्थकों से आग्रह करें कि वो अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते हुए भारत के लोकतंत्र को मजबूत करें.
इस ट्वीट में रोचक ये है कि इसमें उन्होंने उन नेताओं जैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ़्ती को सिरे से खारिज कर दिया है जो ट्विटर पर बहुत सक्रिय हैं और जिनका फैन बेस बहुत अच्छा है. बात अगर छूते हुए नेताओं पर चुटकी की हो तो दिल्ली के मुख्यमंत्री का शुमार उन नेताओं में है जिनकी ट्विटर पर सबसे ज्यादा खिल्ली उड़ाई गई है.
@theskindoctor13 नाम के यूजर ने अरविंद केजरीवाल की फोटो लगाते हुए केजरीवाल के ही अंदाज में लिखा है कि,'मैंने देखा कि मोदी सबसे अपील कर रहे हैं, सोचा मुझसे भी करेंगे। लेकिन इन्होंने तो..... लगभग मना कर दिया.'
वहीं @bhaiyyajispeaks नाम के यूजर ने भी केजरीवाल के साथ चुटकी लेते हुए लिखा है कि, मोदी जी आपने दिल्ली के मालिक को लगभग लगभग इग्नोर कर दिया है. ऐसा क्यों?
वहीं पीएम मोदी द्वारा टैग न किये जाने के बाद पूरे सोशल मीडिया पर हंसी का पात्र बने केजरीवाल ने खुद ही मामले को लेकर ट्वीट कर दिया है और प्रधानमंत्री पर ठीक वैसे ही आरोप लगाए हैं जिनके लिए वो जानें जाते हैं.
जैसा कि हम बता चुके हैं अपने ट्वीट्स में पीएम ने नेताओं, फिल्मी कलाकारों, खिलाड़ियों, धर्म गुरुओं और मीडिया से लोकतंत्र को मजबूत बनाने की अपील की थी तो आइये जानें कि पीएम की इस मुहीम पर उन लोगों का क्या कहना है जिन्हें पीएम ने टैग किया था.
अखिलेश यादव
पीएम के ट्वीट का जवाब देते हुए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा है कि,'दिल ख़ुश हुआ कि प्रधान मंत्री जी भी #MahaGathbandhan से #MahaParivartan की अपील कर रहे हैं. मैं भी सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध करता हूँ कि ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में मतदान करें और नया प्रधान मंत्री चुनें.'
राम विलास पासवान
राम विलास पासवान ने अपने ट्विटर पर पीएम मोदी को टैग करते हुए लिखा है कि, देश के सभी मतदाताओं, विशेष रूप से युवाओं, से मेरी अपील है कि लोकतंत्र के महापर्व में अधिक से अधिक संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग कर देश की समृद्धि में अपना योगदान दें.
मोहनलाल
साउथ के सुपरस्टार मोहनलाल ने ट्वीट करते लिखा है कि, निश्चित रूप से सर, ये मेरे लिए गर्व की बात होगी कि मैं लोगों से ये अनुरोध कर सकूं कि वो अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर लोकतंत्र को मजबूत करें.
किरन बेदी
पुडुचेरी की राज्यपाल किरन बेदी ने पीएम मोदी की अपील का जवाब देते हुए लिखा है कि मतदान हमारे ‘लोकतंत्र के अधिकार’ की सबसे महत्वपूर्ण एक्सरसाइज है. साथ ही यह सभी नागरिकों की आकांक्षा भी है. वो सभी भारतीय बहुत भाग्यशाली हैं जो जिन्हें ये अधिकार मिला हुआ है.
सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पीएम मोदी का धन्यवाद दिया है और लिखा है कि वो अपनी सैंड आर्ट से लगातार मतदाताओं में जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं.
बाबा रामदेव
पीएम मोदी को रिप्लाई करते हुए योग गुरु बाबा रामदेव ने एक कविता लिखी है. बाबा ने लिखा है कि
महाशक्ति भारत बन जाए, हो जग में जय-गान.
लोकतंत्र के महापर्व पर सभी करें मतदान..
नीति-निपुण,सच्चरित्र-पुरोधा हिमगिरि जैसी शान.
उन्नति के पथ-उन्नायक यह मोदी की पहचान..
योगेश्वर दत्त
ओलंपियन योगेश्वर दत्त ने पीएम मोदी का धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया है कि धन्यवाद माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी. देशहित में लोकतन्त्र बना रहे इसके लिए आवश्यक है अधिक से अधिक जनता मतदान करे. सभी भारतीय नागरिकों का दायित्व है की लोकतंत्र के महापर्व में सम्मिलित हो कर शक्तिशाली भारत के निर्माण मे सहयोग करे जय हिंद #election2019 #sveep
आनंद महिंद्रा
ट्विटर पर सबसे सक्रिय लोगों में शुमार आनंद महिंद्रा ने पीएम मोदी के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए कहा है कि, लोकतंत्र के किसी भी वासी के लिए मताधिकार का इस्तेमाल महज जिम्मेदारी नहीं है. बल्कि ये अपने आप में एक बेहद पवित्र चीज है. भारत का शुमार विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में है इसलिए लोग आगे आएं और अपने मत के अधिकार से इसे और मजबूत करें.
सर्बानंद सोनोवाल
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पीएम मोदी की अपील का जवाब देते हुए ट्वीट किया है कि, धन्यवाद प्रधानमंत्री जी आपके मार्गदर्शन में हम लगातार लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि एक कुशल लोकतंत्र के लिए वो अपने मताधिकार का इस्तेमाल अवश्य करें.
करण जौहर
बॉलीवुड के लोकप्रिय निर्माता निर्देशकों में शुमार करण जौहर ने भी पीएम मोदी की इस अपील का समर्थन किया है और कहा है कि बॉलीवुड एक बिरादरी के रूप में मतदाताओं को जागरूक करने के लिए काम करेगा और हम या सुनिश्चित करेंगे कि पूरी शक्ति के साथ लोग मतदान करें.
आमिर खान
मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान ने भी प्रधानमंत्री की इस मुहीम का समर्थन किया है और लिखा है कि आइए हम सभी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिक के रूप में जुड़ते हैं. आइए हम अपनी ज़िम्मेदारी को पूरा करें, और अपनी आवाज़ सुनने के अपने अधिकार का लाभ उठाएं.
अक्षय कुमार
मिस्टर खिलाड़ी अक्षय कुमार ने भी पीएम मोदी के इस अभियान का समर्थन करते हुए उन्हें रिप्लाई किया है और कहा है कि वोटिंग एक राष्ट्र और एक नागरिक के बीच सुपरहिट प्रेम कथा होनी चाहिए.
आयुष्मान खुराना
आयुष्मान खुराना ने प्रधानमंत्री के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए कहा है कि देश के प्रत्येक जागरूक नागरिक का ये कर्तव्य है कि वो इस अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले. हमें अधिकतम संख्या में मतदान करना चाहिए ताकि हमारा लोकतंत्र मजबूत हो सके.
इसके अलावा जिस जिस को भी पीएम ने टैग किया है यदि उनके लिखने के अंदाज पर गौर किया जाए तो मिलता है कि पीएम ने उसी भाषा का इस्तेमाल किया है जो टैग किये गए लोगों की पर्सनालिटी से पूरी तरह मैच कर रहा है.
यदि पीएम के उस ट्वीट पर नजर डालें जिसमें उन्होंने लता मंगेशकर, सचिन तेंदुलकर और एआर रहमान को किया है साफ मिल रहा है कि पीएम ने इस बात का पूरा ख्याल रखा कि इन लोगों का स्वाभाव कैसा है और किस तरह ये लोग भारत को एक विशाल लोकतंत्र बनाने में अपना योगदान दे सकते हैं.
पीएम मोदी की इस अपील का कितना फायदा होता है इसका फैसला तो आने वाला वक़्त करेगा मगर जिस तरह से पीएम ने सभी वर्गों के लोगों को ध्यान में रखकर ट्वीट किये हैं साफ है कि वो अपने सबका साथ सबका विकास के नारे पर पूरी तरह कायम हैं. कह सकते हैं कि पीएम मोदी भी इस बात को भली प्रकार जानते हैं कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता. यदि इस देश का विकास करना है तो तमाम मतभेदों को दरकिनार करते हुए सबको एक मंच पर आना ही होगा.
ये भी पढ़ें -
दांडी मार्च में सरदार पटेल को हीरो बनाकर कांग्रेस पर नमक छिड़का है मोदी ने
महाराष्ट्र में शिवसेना कहीं भाजपा के खेमे की 'विभीषण' साबित ना हो !
New York Times की दो खबरें बता रही हैं कि आतंकवाद की परिभाषा कितनी खोखली है
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.