Twitter पर आपने कई ऐसे दीवानों को देखा होगा जो किसी न किसी के tweet पर कुछ न कुछ लिखकर चले जाते हैं. उन्हें इससे भी कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका ट्वीट कोई पढ़ भी रहा होगा या नहीं. वो बस अपने दिल की लिखते हैं और चलते बनते हैं. ऐसे लोगों को अक्सर trolls कहा जाता है. लेकिन ऐसे ट्रोल जब पुलिस के हत्थे चढ़ते हैं तो अक्सर मामला दिलचस्प भी हो जाता है. जरा गौर फरमाएं...
एक लड़की ने ट्विटर पर Pune Police से धनोरी पुलिस स्टेशन का नंबर मांगा. पुणे पुलिस ने लड़की को ट्विटर पर ही नंबर दे भी दिया. ये बेहद सामान्य सी बात थी. लेकिन एक लड़का जिसका ट्विटर पर नाम चिकलू है उसने इस conversation पर पुणे पुलिस को टैग करके पुलिस से ही उस लड़की का नंबर पूछा. यानी लड़की को पुलिस से पुलिस स्टेशन का नंबर चाहिए और इस दीवाने को पुलिस से उस लड़की का नंबर चाहिए. मतलब आप हिम्मत देखिए इस चिकलू की!
लेकिन पुणे पुलिस का भी अपना swag है, उन्होंने तुरंत जवाब दिया कि- 'श्रीमान फिलहाल तो हम तो आपका नंबर जानने के लिए ज्यादा इच्छुक हैं, ये जानने के लिए कि आप लड़की का नंबर जानने के लिए इतने इच्छुक क्यों है. आप मैसेज कर सकते हैं, और आपकी निजिता का सम्मान किया जाएगा.'
पहले तो दाद देनी पड़ेगी चिकलू की हिम्मत की, कि उसने टव्टर पर लड़की को छेड़ते हुए, पुलिस से ही उसका नंबर मांग लिया. और फिर तारीफ करनी होगी पुणे पुलिस की जिन्होंने चिकलू की इस हरकत पर उसे इतने प्यार से जवाब दिया. पुणे पुलिस के इस शानदार जवाब की तारीफ हो रही है क्योंकि पुलिस ने ह्यूमर को ध्यान में रखते हुए अपना फर्ज भी निभाया....
Twitter पर आपने कई ऐसे दीवानों को देखा होगा जो किसी न किसी के tweet पर कुछ न कुछ लिखकर चले जाते हैं. उन्हें इससे भी कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनका ट्वीट कोई पढ़ भी रहा होगा या नहीं. वो बस अपने दिल की लिखते हैं और चलते बनते हैं. ऐसे लोगों को अक्सर trolls कहा जाता है. लेकिन ऐसे ट्रोल जब पुलिस के हत्थे चढ़ते हैं तो अक्सर मामला दिलचस्प भी हो जाता है. जरा गौर फरमाएं...
एक लड़की ने ट्विटर पर Pune Police से धनोरी पुलिस स्टेशन का नंबर मांगा. पुणे पुलिस ने लड़की को ट्विटर पर ही नंबर दे भी दिया. ये बेहद सामान्य सी बात थी. लेकिन एक लड़का जिसका ट्विटर पर नाम चिकलू है उसने इस conversation पर पुणे पुलिस को टैग करके पुलिस से ही उस लड़की का नंबर पूछा. यानी लड़की को पुलिस से पुलिस स्टेशन का नंबर चाहिए और इस दीवाने को पुलिस से उस लड़की का नंबर चाहिए. मतलब आप हिम्मत देखिए इस चिकलू की!
लेकिन पुणे पुलिस का भी अपना swag है, उन्होंने तुरंत जवाब दिया कि- 'श्रीमान फिलहाल तो हम तो आपका नंबर जानने के लिए ज्यादा इच्छुक हैं, ये जानने के लिए कि आप लड़की का नंबर जानने के लिए इतने इच्छुक क्यों है. आप मैसेज कर सकते हैं, और आपकी निजिता का सम्मान किया जाएगा.'
पहले तो दाद देनी पड़ेगी चिकलू की हिम्मत की, कि उसने टव्टर पर लड़की को छेड़ते हुए, पुलिस से ही उसका नंबर मांग लिया. और फिर तारीफ करनी होगी पुणे पुलिस की जिन्होंने चिकलू की इस हरकत पर उसे इतने प्यार से जवाब दिया. पुणे पुलिस के इस शानदार जवाब की तारीफ हो रही है क्योंकि पुलिस ने ह्यूमर को ध्यान में रखते हुए अपना फर्ज भी निभाया. ट्विटर पर इस तरह के चिकलू तो बहुत हैं लेकिन पुलिस और चिकलुओं का ऐसा वार्तालाप अमूमन देखा नहीं जाता. इसपर पुणे पुलिस का कहना है कि- 'उम्मीद है कि पुणे के बाशिंदों के जीवन में अपराध कम हों और खुशियां ज्यादा.'
ट्विटर पर चिकलुओं की कमी नहीं, लेकिन ये कुछ अलग है
बात अगर चिकलू की करें तो इतना रायता फैलाने के बाद भी बंदा टस से मस नहीं हुआ. आमतौर पर ट्विटर पर महिलाओं के साथ बदतमीजी करने वाले लोग पुलिस की नज़र में आने के बाद ट्वीट डिलीट कर देते हैं. लेकिन चिकलू अपनी बात पर कायम है. और उसका tweet भी. पुणे पुलिस ने भी अपने इरादे को अपनी ट्विटर timeline पर मजबूत pin के साथ सबसे ऊपर जड़ दिया है.
पुलिस और लड़की के बीच हो रही बातचीत के बीच चिकलू का टपकना और ये दुस्साहस करना बहुत से लोगों को बुरा लगा और उसे तुरंत गिरफ्तार करने की भी आवाज उठीं, लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी थे जो चिकलू का सपोर्ट कर रहे थे. ये कहते हुए कि ये महज एक मजाक था. और उनके ट्वीट चिकलू अपने बचाव में retweet कर रहा था.
चिकलू के बायो में साफ लिखा था- 'बीयर पीके नाचने वाले बेबी' जो उसने बाद में डिलीट कर दिया. लेकिन उसके प्रोफाइल को ध्यान से देखें तो इस तरह के चिकलू ट्विटर पर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इनका काम केवल ट्रोल करना ही होता है. लड़कियों पर ज्यादा महरबान होते हैं. नाम पर मत जाइए क्योंकि ये लोग अपना असली नाम नहीं बताते. लेकिन अक्सर ऐसे लोग मामला बढ़ने पर पतली गली से निकल भी लेते हैं. हालांकि चिकलू ने यूटर्न लेते हुए शराफत दिखानी चाही है, जो उसके प्रोफाइल से जरा भी मैच नहीं करती. अब य् जनाब कह रहे हैं- 'मैं तो एक भारतीय और जिम्मेदार नागरिक के तौर पर उस लड़की की मदद करना चाहता था. लेकिन आप बातचीत को दूसरी दिशा में ले गए.'
मामला साफ तौर पर छेड़खानी और बदतमीजी का था लेकिन इस मामले पर चिकलू का सपोर्ट करके इसे वास्तव में गलत दिशा में ही मोड़ दिया गया. लोग इसे ट्विटर पर मजाक कह रहे हैं. लेकिन चिकलू के इरादे सवालों के घेरे में तो रहने ही चाहिए. 'चोरी उसपर से सीनाजोरी' का ऐसा उदारण पहले नहीं देखा होगा. अब पुलिस की क्या प्रतिक्रिया आती है ये देखने वाली बात होगी.
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