P Elections Results : अच्छा चलता हूं. दुआओं में याद रखना... न, न. अरे हम कहीं नहीं जा रहे. आने जाने की ये चुटीली बातें तो उन मशहूर शायर मुनव्वर राना के लिए हैं, जिन्होंने अभी कुछ दिनों पहले ट्रोल्स को सोशल मीडिया पर काम दे दिया था. मुनव्वर राना घर पर थे. खा पि रहे थे. बोरियत हुई. बयान दे दिया. फैंस से फ़रमाया कि अगर यूपी में भाजपा की सरकार आई और योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बने तो तुम्हारा भाई पलायन करने पर मजबूर हो जाएगा. जब मुनव्वर के समर्थकों ने इस बात को सुना कह दिया वाह दद्दा! योगी के चलते डर का माहौल तो है. सहमत. वहीं वो लोग जो मुनव्वर के आलोचक लेकिन भाजपा और सीएम योगी के समर्थक थे उन्होंने एकदम राजनाथ स्टाइल में मुनव्वर के इस बयान की कड़े शब्दों में निंदा की और ये तक कह दिया कि अगर उन्हें इतनी ही दिक्कत है तो फिर वो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते.
यूपी में भाजपा और योगी की वापसी के बाद शायर मुनव्वर राना को ट्रोल तो होना ही था
उस समय कुछ देर तो ट्विटर पर मामला चला फिर बात आई गई हो गयी. अब चूंकि यूपी चुनाव के नतीजे आ गए हैं और भाजपा ने समाजवादी पार्टी को आसानी से परास्त कर दिया है ट्विटर पर लोग यही पूछ रहे हैं कि आखिर कहां हैं मुनव्वर कहीं चले वले गए क्या?
यूपी चुनाव में भाजपा की जीत और योगी आदित्यनाथ के दोबारा सीएम बनने की ख़बरों के बीच मुनव्वर राना अलादीन के उस चिराग जैसे हैं जिसमें जिन छिपा है और जिसे सब जल्द से जल्द बाहर लाना और शायद पाकिस्तान भिजवाना चाहते हैं.
बात सीधी और एकदम साफ़ है भाजपा की प्रचंड जीत के साथ पूरे यूपी चुनावों की पिक्चर क्लियर हो गयी है. यूपी में सत्ता की मलाई भाजपा खाएगी और कटोरी योगी आदित्यनाथ के हाथ होगी. बात सोशल मीडिया की हुई है तो तमाम लोग ऐसे हैं जो मान न मान मैं तेरा मेहमान की तर्ज पर न केवल यूपी के मुख्यमंत्री होगी आदित्यनाथ को बधाई दे रहे हैं बल्कि खूब जमकर मुनव्वर राना को ट्रोल भी कर रहे हैं.
तमाम तरह के अच्छे बुरे ट्वीट्स और मीम जंगल की आग की तरह ट्विटर पर तैर रहे हैं. इनपर जैसी प्रतिक्रियाएं हैं, साफ़ है कि भले ही मुनव्वर ने ज्यादा बोलते हुए खुद को मुसलमानों के अलावा अन्य अल्प संख्यकों का खलीफा दिखाने की कोशिश की हो. लेकिन अपने प्रयासों में वो बुरी तरह नाकाम हुए हैं.
जो होना था हो गया. पुरानी बातों का क्या ही जिक्र किया जाए और चूंकि समाज ने हमेशा ही नए को हाथों हाथ लिया है इसलिए बात उन ट्वीट्स की जिन्होंने मुनव्वर राना के मद्देनजर पूरे सोशल मीडिया पर तहलका मचाया हुआ है.
क्योंकि नतीजों के बाद मुनव्वर से मौज ली जा रही है इसलिए कहा ये भी जा रहा है कि यदि वो अपना नाम बदलकर मनु रायजादा कर लें तो फिर उन्हें कहिं भी इधर उधर जाने की जरूरत नहीं है.
लोग मुनव्वर राना को कई जरूरी सलाह भी दे रहे हैं देखना दिलचस्प रहेगा कि वो उसपर अमल करते भी हैं या नहीं.
बहरहाल, अब बस कुछ दिन और हैं भाजपा की सरकार आ ही चुकी है. योगी दोबारा मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे और उन्हें ये भी सब जानते हैं कि मुनव्वर उसे अपनी टीवी स्क्रीन पर हंसते, मुस्कुराते या फिर कुढ़ते हुए देखेंगे भी.
बात बाकी ये है कि आदमी शायर से लेकर नेता तक कुछ भी हो अगर वो कुछ कह रहा है तो उसे अपने द्वारा कही बातों पर कायम हर सूरत में रहना चाहिए. रहा तो ठीक वरना आदमी का हाल कुछ वैसा ही होता है जैसा हाल फ़िलहाल में मुनव्वर राना का हो रहा है.
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