अगर घर में चूहे आ गए हैं तो क्या किया जाएगा? चूहे मारने की दवा डालेंगे? फंदा लगाएंगे, कुछ लोग बिल्ली पाल लेते हैं या फिर चूहों के साथ रहना सीख जाते हैं. पर क्या कभी आप ये सोच सकते हैं कि कोई इंसान चूहे को पकड़कर उसे कांच के जार पर बांधकर उसे लकड़ी से पीटेगा, टॉर्चर करेगा और उसका वीडियो भी बनाएगा.
इसी तरह का एक वीडियो सामने आया है जहां मैसूर का एक इंसान चूहे को खाना चुराने के इल्जाम में सजा दे रहा है. वीडियो अब तो यूट्यूब से हटा दिया गया है, लेकिन उसकी तस्वीरें अब भी वायरल हो रही हैं. वीडियो मैंने भी देखा था. एक इंसान चूहे को टॉर्चर कर रहा था और एक पीछे से वीडियो बना रहा था और हंस रहा था. डेलीमेल के मुताबिक चूहे के साथ ये टॉर्चर करने वाला शख्स मैसूर का एक दुकानदार मेलाहल्ली रामन्ना है. चूहे को हरे रंग की प्लास्टिक की रस्सी से X शेप में बांधा गया है और उसे इस हद तक टॉर्चर किया जा रहा है कि जार जमीन पर गिरने तक को आ जाता है. वीडियो अचानक खत्म हो जाता है और ये भी नहीं बताया जाता कि चूहे का क्या किया गया. हो सकता है उसे और टॉर्चर कर बुरी तरह से मारा गया हो. सिर्फ अपने सुकून के लिए ये करना क्या सही है? क्या अब इंसान इतना गिर चुका है कि चूहे से भी बदला लेगा? आइए जानते हैं ऐसी मानसिकता वाले लोगों को कहा क्या जाता है...
कुछ समय पहले एक एमबीबीएस स्टूडेंट का वीडियो सामने आया था जिसमें उसने एक कुत्ते को छत से नीचे फेंक दिया था. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड भी किया गया. जैसे ही वो वीडियो सोशल मीडिया पर आया था, पत्थर से पत्थर दिल भी इस कुत्ते के प्रति पसीज गया. वीडियो में पहले छत से जमीन तक की गहराई दिखाई गई है और फिर उस व्यक्ति को दिखाया गया जो कुत्ते को पकड़े हुए...
अगर घर में चूहे आ गए हैं तो क्या किया जाएगा? चूहे मारने की दवा डालेंगे? फंदा लगाएंगे, कुछ लोग बिल्ली पाल लेते हैं या फिर चूहों के साथ रहना सीख जाते हैं. पर क्या कभी आप ये सोच सकते हैं कि कोई इंसान चूहे को पकड़कर उसे कांच के जार पर बांधकर उसे लकड़ी से पीटेगा, टॉर्चर करेगा और उसका वीडियो भी बनाएगा.
इसी तरह का एक वीडियो सामने आया है जहां मैसूर का एक इंसान चूहे को खाना चुराने के इल्जाम में सजा दे रहा है. वीडियो अब तो यूट्यूब से हटा दिया गया है, लेकिन उसकी तस्वीरें अब भी वायरल हो रही हैं. वीडियो मैंने भी देखा था. एक इंसान चूहे को टॉर्चर कर रहा था और एक पीछे से वीडियो बना रहा था और हंस रहा था. डेलीमेल के मुताबिक चूहे के साथ ये टॉर्चर करने वाला शख्स मैसूर का एक दुकानदार मेलाहल्ली रामन्ना है. चूहे को हरे रंग की प्लास्टिक की रस्सी से X शेप में बांधा गया है और उसे इस हद तक टॉर्चर किया जा रहा है कि जार जमीन पर गिरने तक को आ जाता है. वीडियो अचानक खत्म हो जाता है और ये भी नहीं बताया जाता कि चूहे का क्या किया गया. हो सकता है उसे और टॉर्चर कर बुरी तरह से मारा गया हो. सिर्फ अपने सुकून के लिए ये करना क्या सही है? क्या अब इंसान इतना गिर चुका है कि चूहे से भी बदला लेगा? आइए जानते हैं ऐसी मानसिकता वाले लोगों को कहा क्या जाता है...
कुछ समय पहले एक एमबीबीएस स्टूडेंट का वीडियो सामने आया था जिसमें उसने एक कुत्ते को छत से नीचे फेंक दिया था. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड भी किया गया. जैसे ही वो वीडियो सोशल मीडिया पर आया था, पत्थर से पत्थर दिल भी इस कुत्ते के प्रति पसीज गया. वीडियो में पहले छत से जमीन तक की गहराई दिखाई गई है और फिर उस व्यक्ति को दिखाया गया जो कुत्ते को पकड़े हुए है. और फिर अचानक वो कुत्ते को नीचे फेंक देता है. जमीन छूते ही कुत्ता दर्द से चिल्लाने लगता है. उस वीडियो में जब तक कुत्ता उस लड़के के साथ में था तब तक पूछ हिला रहा था और भरोसा कर रहा था उस इंसान पर. क्या पता था उसे कि वो इंसान ही भरोसा तोड़ देगा.
कुछ मानसिक बीमार लोगों को अपनी कामेच्छा शांत करने के लिए एक जानवर बहुत ही सुलभ साधन लगता है. उन्हें काबू किया जा सकता है, यहां कंसेंट का सवाल ही नहीं उठता, वो अपने मुंह से किसी को अपनी कहानी बता नहीं सकते. ये लोग ज्यादातर कुत्ते, गधे, भेड़, बकरी और बिल्ली जैसे जानवरों के साथ जबरन संबंध बनाते हैं, उसका आनंद लेते हैं, और अपनी इस वीरता का वीडियो बनाकर इंटरनेट पर शेयर भी करते हैं. ऐसा ही एक वीडियो हैदराबाद से आया था जहां एक 22 साल के लड़के ने प्रेगनेंट कुतिया को मारा फिर उसका रेप किया था. लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती है...
सवाल ये है कि क्या जानवरों के साथ ऐसा करने वाले लोग मानसिक तौर पर बीमार होते हैं? जानवर तो अपनी प्रवृत्ति नहीं छोड़ता है, लेकिन इंसान की इस हैवानियत को क्या कहा जाए? अमेरिकन साइकिएट्रिक असोसिएशन के ICD-10 और DSM-V के अनुसार ये एक मानसिक विकार है जिसे पैराफीलिया कहा जाता है. हो सकता है कि ये मानसिक बीमारी हो, लेकिन ऐसे लोगों को उपचार कौन उपलब्ध कराएगा. या ऐसी सजा कौन देगा, जो इनके भीतर ऐसी बीमारी जड़ से खत्म कर दे.
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