ऐसा नहीं है कि पोकेमॉन का क्रेज सीरिया तक भी पहुंच गया है, लेकिन एक अभियान के तहत सीरिया के गांवों के बच्चे पश्चिम के गेमर्स से अपील कर रहे हैं कि अपने गेम के डिजिटल जीवों को ढ़ूंढने के बजाए, युद्ध क्षेत्र में फंसे बच्चों की तरफ भी ध्यान दें.
|
इन तस्वीरों के जरिए कह रहे हैं कि हमें बचा लो ! |
रेवुल्यूशनरी फोर्सेज ऑफ सीरिया(RAF) ने बच्चों की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं, जिनमें बच्चों को पोकेमॉन कैरेक्टर्स की ड्रॉइंग्स हाथ में पकड़े दिखाया गया है, उन तस्वीरों के साथ संदेश भी लिखे हुए हैं कि-
'सीरिया में बहुत सारे पोकेमॉन हैं, आओ और हमें बचा लो'
चूंकि पोकेमॉन गेम में ऑगमेंटेड रिएलिटी टेक्नॉलोजी का इस्तेमाल किया गया है, जिसके जरिए यूजर पोकेमॉन के डिजिटल कैरेक्टर्स को रियल वर्ल्ड की सड़कों पर पकड़ सकता है. ठीक उसी तरह ये बच्चे चाहते हैं कि उन्हें भी ढ़ूंढकर बचा लिया जाए.
ये भी पढ़ें- ओबामा ने सीरिया को समझा अफगानिस्तान, वह वियेतनाम निकला
एक तस्वीर में एक रोते हुए बड़े पिकाचू को विस्फोट से बर्बाद हुई एक बिल्डिंग के बाहर एक बच्चे के साथ बैठा दिखा या गया है. बिल्कुल उसी तरह जैसा कि ये गेम का ही एक दृश्य हो.
2011 से सीरिया में युद्ध छिड़ा हुआ है, अब तक हजारों लोगों को मौत हुई और लाखों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा. युद्ध से प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों की आपबीती अखबारों और न्यूज चैनलों के जरिए लोगों तक पहुंचती रही है, लेकिन 5 साल से पढ़ी जा रही रुटीन खबरों के बीच बच्चों की इन तस्वीरों को देखकर हर किसी का दिल रो पड़ा. भावुक हुए लोग इन तस्वीरों को खूब शेयर कर रहे हैं और उनके लिए दुआएं भी मांग रहे हैं.
सच है ऐसा पोकेमॉन गेम किसी ने अब तक देखा नहीं होगा.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.