धर्म के नाम पर हो रही राजनीति में हम अक्सर हिंदू और मुस्लिम के बीच तनाव की खबरें सुनते हैं. लेकिन जब ये तनाव हमें कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों के बीच नजर आन लगे तो समझिए मामला गंभीर हो रहा है.
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक लॉ की छात्रा उमम खानम ने अपनी आपबीती शेयर की. ट्विटर पर कुछ ट्वीट्स करते हुए उमम ने अपने ही साथी छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनके साथ वो एक कॉलेज ट्रेप पर गई थी. उसका कहना है कि शराब के नशे में कुछ छात्रों ने उसका शोषण किया.
उमम ने लिखा है-
'मैं कॉलेज ट्रिप के लिए आगरा गई थी. 55 विद्यार्थियों में मैं अकेली मुस्लिम लड़की थी. हमारे साथ 4 फैकल्टी मेंबर्स भी थे जिनमें दो पुरुष थे. छात्रों ने शराब पीकर बद्तमीजी करने लगे और मुझे अपना शिकार बनाया.'
'वो बीजेपी की कैप जैसे सामान लेकर आए थे और वो मुझे भी उसे पहनने का दबाव डाल रहे थे. लेकिन जब मैंने मना कर दिया तो वो मुझसे बदतमीजी करने लगे. उन्होंने मुझे गलत तराके से छूने की कोशिश भी की. ये सब एक बस में हो रहा था जिसमें दो पुरुष शिक्षक भी थे जो ये सब कुछ इग्नोर कर रहे थे.'
'वो मेरा हाथ खींचने लगे और मुझे अपने साथ नाचने के लिए मजबूर कर रहे थे. जब मैंने मना किया तो मुझे अपशब्द कहने लगे.'
'उन्होंने मेरी पूरी बस यात्रा खराब कर दी, जब मेरा साथ देने मेरे सहयात्री आए तो उन्होंने उनके साथ भी बदतमीजी की. उन्होंने मुझे निशाना बनाया था वो मुझे धमका रहे थे कयोंकि मैंने वो काप पहनने और उनके साथ नाचने से मना किया था.'
'मैं वहां अकेली मुस्लिम लड़की थी. उन्होंने किसी और लड़की को कुछ नहीं कहा. वो लड़कियों उन्हें सपोर्ट कर रही थीं और मजे कर रही थीं. वो मुझे डराना चाहते थे. लेकिन अल्लाह की बदौलत मैं उनसे ज्यादा मजबूत...
धर्म के नाम पर हो रही राजनीति में हम अक्सर हिंदू और मुस्लिम के बीच तनाव की खबरें सुनते हैं. लेकिन जब ये तनाव हमें कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों के बीच नजर आन लगे तो समझिए मामला गंभीर हो रहा है.
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक लॉ की छात्रा उमम खानम ने अपनी आपबीती शेयर की. ट्विटर पर कुछ ट्वीट्स करते हुए उमम ने अपने ही साथी छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनके साथ वो एक कॉलेज ट्रेप पर गई थी. उसका कहना है कि शराब के नशे में कुछ छात्रों ने उसका शोषण किया.
उमम ने लिखा है-
'मैं कॉलेज ट्रिप के लिए आगरा गई थी. 55 विद्यार्थियों में मैं अकेली मुस्लिम लड़की थी. हमारे साथ 4 फैकल्टी मेंबर्स भी थे जिनमें दो पुरुष थे. छात्रों ने शराब पीकर बद्तमीजी करने लगे और मुझे अपना शिकार बनाया.'
'वो बीजेपी की कैप जैसे सामान लेकर आए थे और वो मुझे भी उसे पहनने का दबाव डाल रहे थे. लेकिन जब मैंने मना कर दिया तो वो मुझसे बदतमीजी करने लगे. उन्होंने मुझे गलत तराके से छूने की कोशिश भी की. ये सब एक बस में हो रहा था जिसमें दो पुरुष शिक्षक भी थे जो ये सब कुछ इग्नोर कर रहे थे.'
'वो मेरा हाथ खींचने लगे और मुझे अपने साथ नाचने के लिए मजबूर कर रहे थे. जब मैंने मना किया तो मुझे अपशब्द कहने लगे.'
'उन्होंने मेरी पूरी बस यात्रा खराब कर दी, जब मेरा साथ देने मेरे सहयात्री आए तो उन्होंने उनके साथ भी बदतमीजी की. उन्होंने मुझे निशाना बनाया था वो मुझे धमका रहे थे कयोंकि मैंने वो काप पहनने और उनके साथ नाचने से मना किया था.'
'मैं वहां अकेली मुस्लिम लड़की थी. उन्होंने किसी और लड़की को कुछ नहीं कहा. वो लड़कियों उन्हें सपोर्ट कर रही थीं और मजे कर रही थीं. वो मुझे डराना चाहते थे. लेकिन अल्लाह की बदौलत मैं उनसे ज्यादा मजबूत हूं. ये सब बीजेपी ने हमारे साथ किया है'
'मुसलमानों के लिए बहुत नफरत है. और अब ये इतनी बढ़ चुकी है कि विद्यार्थियों ने एक दूसरे को परेशान और शोषित करना शुरू कर दिया है- एक प्राउड मुस्लिम.'
इस लड़की के ट्वीट्स पढ़ने के बाद कुछ लोगों ने तो इनके साथ हमदर्दी दिखाई लेकिन कुछ मामले की जड़ तक जाना चाहते थे. तो उन्होंने पता लगा लिया कि मामला कहां का था. पता लगा कि ये मामला मेरठ के दीवान कॉलेज का था. वहां के HOD से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. बस के साथ गए फैकल्टी मेंबर का कहना है कि बीजेपी कैप और शराब पीने वाली बात सरासर गलत है.
अगले ही दिन इसी क्लास की एक और छात्रा सारिका जाट ने इस ट्रिप का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया जिसमें साफ दिख रहा है कि उमम ट्रिप इनजॉय कर रही है और अपने क्लासमेट्स के साथ डांस करती नजर आ रही है. (अब इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया है)
इस वीडियो को देखकर ऐसा जरा भी नहीं लगता कि उमम के साथ ऐसा कुछ भी हुआ जैसा कि उसने बताया है. सारिका तब से ट्विटर पर बराबर यही कह रही है कि उमम गलत है, वो सिर्फ राजनीति में हाइलाइट होना चाहती है और जानबूझकर ये सब कर रही है, पॉलिटिकल इशू बना रही है. वो अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रही है.
अब तक उमम ने इस मामले की शिकायत कॉलेज से की है, जिसमें दो छात्रों को निकाले जाने की बात सामने आ रही है.
इस मामले में कौन कितना गलत है और कौन कितना सही अभी तक कुछ भी सामने नहीं आया है. सिवाय इन बातों के जो ऊपर लिखी गई हैं. ये मामला पॉलिटिकल न हो इसके लिए ट्विटर पर छात्र और कई जिम्मेदार लोग लगे हुए हैं. हालांकि वीडियो देखकर उमम गलत मालूम पड़ती हैं, लेकिन ये भी हो सकता है कि वीडियो उस वाकिए के पहले बनाया गया हो. हो ये भी सकता है कि उमम वाकई गलत हो और ये सब सिर्फ पब्लिसिटी पाने के लिए कर रही हो. लेकिन जो भी हो विद्यार्थियों के बीच अगर धर्म इस तरह आता है कि उसपर बहस हो और राजनीति से जुड़ लोग बीच में आएं तो ये अच्छी बात नहीं है. इससे अच्छा संदेश नहीं जाता. और दोनों धर्मों के बीच नफरत की खाई सिर्फ बढ़ती है.
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