सोशल मीडिया का टॉयलेट युग है. सड़कें या तो खाली हैं या फिर उनमें गाड़ियों की कतार है. उन कतारों में खड़ी गाड़ियों के अन्दर, आदमी खिड़कियों को बंद कर यहां वहां से आई चीजों को शेयर कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहा है. कहा जा सकता है कि आज देश के आम आदमी ने क्रांति कर पूरे सोशल मीडिया को पाट दिया है. निजी जीवन में तमाम तरह की कुंठाओं से घिरे व्यक्ति, उन व्यक्तियों को ट्रोल कर परेशान कर रहे हैं जो स्थापित हैं और एक खास मुकाम पा चुके हैं. ये एक क्रम है जो चल रहा है, चले जा रहा है.
जब आप किसी के साथ हुई या किसी के साथ चल रही ट्रोलिंग पर गौर करेंगे तो मिलेगा कि किसी भी तरह की ट्रोलिंग की शुरुआत आलोचना से होती है जहां तर्क कुतर्क का दौर बदस्तूर जारी रहता है. तर्क कुतर्क, कब गाली गलौज या फिर आहत करने वाली भाषा या इशारों का रूप ले लेते हैं हमें पता ही नहीं चलता.
आलोचना में कोई बुराई नहीं है. हां मगर गाली गलौज गलत है, और ये गाली गलौज जब सोशल मीडिया पर हो तो और गलत है. वैसे तो सोशल मीडिया पर चल रही गाली गलौज से सब ही परेशान हैं, मगर जो सबसे ज्यादा परेशान है वो खुद ट्विटर हैं जिसने अब गाली गलौज या अश्लील भाषा को बेहद गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है और जो गाली दे रहे हैं उनपर अपना रुख कड़ा कर दिया है.
जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने. खबर है कि ट्विटर पर आए दिन हो गाली गलौज और बहस बाजी से परेशान ट्विटर अब उन अकाउंट को सख्ती से दंडित करने की योजना बना रहा है जो लगातार ट्विटर का माहौल खराब कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अब ट्विटर उन एकाउंट्स पर कड़ी निगाह रखने वाला है जिनके यूजर नेम, डिस्प्ले पिक्चर या बायो में कहीं भी गड़बड़ है और जो आपत्तिजनक सामग्री का प्रचार प्रसार...
सोशल मीडिया का टॉयलेट युग है. सड़कें या तो खाली हैं या फिर उनमें गाड़ियों की कतार है. उन कतारों में खड़ी गाड़ियों के अन्दर, आदमी खिड़कियों को बंद कर यहां वहां से आई चीजों को शेयर कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहा है. कहा जा सकता है कि आज देश के आम आदमी ने क्रांति कर पूरे सोशल मीडिया को पाट दिया है. निजी जीवन में तमाम तरह की कुंठाओं से घिरे व्यक्ति, उन व्यक्तियों को ट्रोल कर परेशान कर रहे हैं जो स्थापित हैं और एक खास मुकाम पा चुके हैं. ये एक क्रम है जो चल रहा है, चले जा रहा है.
जब आप किसी के साथ हुई या किसी के साथ चल रही ट्रोलिंग पर गौर करेंगे तो मिलेगा कि किसी भी तरह की ट्रोलिंग की शुरुआत आलोचना से होती है जहां तर्क कुतर्क का दौर बदस्तूर जारी रहता है. तर्क कुतर्क, कब गाली गलौज या फिर आहत करने वाली भाषा या इशारों का रूप ले लेते हैं हमें पता ही नहीं चलता.
आलोचना में कोई बुराई नहीं है. हां मगर गाली गलौज गलत है, और ये गाली गलौज जब सोशल मीडिया पर हो तो और गलत है. वैसे तो सोशल मीडिया पर चल रही गाली गलौज से सब ही परेशान हैं, मगर जो सबसे ज्यादा परेशान है वो खुद ट्विटर हैं जिसने अब गाली गलौज या अश्लील भाषा को बेहद गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है और जो गाली दे रहे हैं उनपर अपना रुख कड़ा कर दिया है.
जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने. खबर है कि ट्विटर पर आए दिन हो गाली गलौज और बहस बाजी से परेशान ट्विटर अब उन अकाउंट को सख्ती से दंडित करने की योजना बना रहा है जो लगातार ट्विटर का माहौल खराब कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अब ट्विटर उन एकाउंट्स पर कड़ी निगाह रखने वाला है जिनके यूजर नेम, डिस्प्ले पिक्चर या बायो में कहीं भी गड़बड़ है और जो आपत्तिजनक सामग्री का प्रचार प्रसार कर रहे हैं. रीकोड में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक अब अपनी कार्यप्रणाली में दो ऐसे महत्वपूर्ण फेर बदल कर रहा है जो यदि पूर्ण हो जाते हैं तो अब ट्विटर पर कोई भी हेट स्पीच नहीं फैला पाएगा.
गौरतलब है कि काफी समय पहले से लोग ट्विटर की यूजर्स द्वारा सिर्फ इसलिए आलोचना की जा रही थी क्योंकि एक यूजर की सुरक्षा को लेकर वो बिल्कुल भी गंभीर नहीं था. अपने ऊपर लगे इस आरोप को खारिज करते हुए ट्वीटर का मत था कि वो अपने यूजर्स की सुरक्षा और सम्मान के लिए बेहद गंभीर हैं और वो जल्द ही ऐसा कुछ करेगा जिससे ट्विटर का माहौल खराब करने वाले लोगों को सबक मिले और ऐसे मामले कम हों.
ज्ञात हो कि कुछ समय पहले ट्विटर के सीईओ जैक डोरसे भी इस मामले पर बेहद गंभीर दिखे थे और उन्होंने इशारों इशारों में ये समझा दिया था कि जो लोग एक बार भी किसी आपत्तिजनक गतिविधि के अंतर्गत दोषी पाए गए उन्हें ट्विटर हमेशा के लिए बर्खास्त कर देगा.
बहरहाल, वर्तमान परिपेक्ष में ये कहना बिल्कुल भी गलत नहीं है कि आज ट्विटर का माहौल बहुत खराब है और हम कई ऐसे मामले भी देख चुके हैं जहां ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया माध्यमों पर हुई गली गलौज या आपत्तिजनक टिपण्णी के चलते लोग गहरे अवसाद में आ गए हैं और उनका आम जीवन उससे प्रभावित हुआ है. अंत में हम ये कहते हुए अपनी बात खत्म करेंगे कि पूर्व की अपेक्षा वर्तमान में तकनीक के मद्देनजर ट्विटर समेत सोशल मीडिया मजबूत हुआ है और वहां ये प्रयास लगातार किये जा रहे हैं कि एक यूजर अपने आप को पूर्ण रूप से सुरक्षित महसूस कर सके ताकि उसे किसी भी तरह की किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े.
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सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वालों को ये खबर जरूर पढ़ लेनी चाहिए...
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.