एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला अस्पताल में भर्ती है, उससे जहर खाने का कारण पूछा जा रहा है. लेकिन जिस दुख के साथ उसने जवाब दिया वो हैरान करने वाला है.
ये सच है कि मोबाइल आज जरूरत बन गया है, जिसके बिना अब किसी का काम नहीं चलता. लेकिन क्या ये जरूरत इतनी बड़ी है कि इसके लिए कोई अपनी जान दे दे ? जवाब है 'हां'. एक महिला ने अपने मोबाइल के लिए अपनी जान देने की कोशिश की है.
एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला अस्पताल में भर्ती है, उससे जहर खाने का कारण पूछा जा रहा है. लेकिन जिस दुख के साथ उसने जवाब दिया वो हैरान करने वाला है.
'नहीं मुझे कोई टेंशन नहीं है. 10 हजार का मोबाइल लिया, सुबह सुबह चोरी हो गया. नहीं मिला तो मैंने जहर खा लिया.' अमूमन एक महिला जब आत्महत्या करने का मन बनाती है तो उसके पीछे का कारण सिर्फ यही होता है कि वो मानसिक रूप से परेशान होती है. और वो मानसिक परेशानी ज्यादातर घरेलू हिंसा या पति और ससुराल वालों से किसी तरह की प्रताड़ना ही होती है. लेकिन ऐसा शायद ही देखने को मिला हो कि किसी ने मोबाइल चोरी हो जाने की वजह से जहर खा लिया हो.
देखा जाए तो ये भी एक तरह की मानसिक परेशानी ही थी, जिससे वो महिला जूझ रही थी. मोबाइल वास्तव में सभी को बहुत प्रिय होते हैं. और यही वो चीज है जिसका इंसान खुद से भी ज्यादा ध्यान रखता है. हमें कहने में एक मिनिट नहीं लगेगा कि 'भला मोबाइल के लिए भी कोई जान देता है!' लेकिन किसी दुख या मानसिक परेशानी का कारण तो कुछ भी हो सकता है. एक सांसारिक चीज भी. मोबाइल भी. ये महिला देखने में एक मध्यमवर्गीय महिला लग रही है. न जाने कितने जतन से उसे ये मोबाइल मिला होगा. हो सकता है एक-एक पैसा जोड़-जोड़कर ये मोबाइल खरीदा गया हो या फिर पति से लड़-लड़कर या मिन्नतें करके मोबाइल मांगा होगा. और हम ये भी क्यों भूल जाते हैं कि आज भले ही 10 हजार रुपए की कीमत बहुत न मानी जाए, लेकिन बहुतों के लिए 10 हजार 1 लाख रुपए जितने कीमती होते हैं. हां उससे ये गलती हुई, कि 10 हजार रुपए के आगे उसने अपनी जान की कीमत कौड़ियों की समझ ली.
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ये सच है कि मोबाइल आज जरूरत बन गया है, जिसके बिना अब किसी का काम नहीं चलता. लेकिन क्या ये जरूरत इतनी बड़ी है कि इसके लिए कोई अपनी जान दे दे ? जवाब है 'हां'. एक महिला ने अपने मोबाइल के लिए अपनी जान देने की कोशिश की है.
एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला अस्पताल में भर्ती है, उससे जहर खाने का कारण पूछा जा रहा है. लेकिन जिस दुख के साथ उसने जवाब दिया वो हैरान करने वाला है.
'नहीं मुझे कोई टेंशन नहीं है. 10 हजार का मोबाइल लिया, सुबह सुबह चोरी हो गया. नहीं मिला तो मैंने जहर खा लिया.' अमूमन एक महिला जब आत्महत्या करने का मन बनाती है तो उसके पीछे का कारण सिर्फ यही होता है कि वो मानसिक रूप से परेशान होती है. और वो मानसिक परेशानी ज्यादातर घरेलू हिंसा या पति और ससुराल वालों से किसी तरह की प्रताड़ना ही होती है. लेकिन ऐसा शायद ही देखने को मिला हो कि किसी ने मोबाइल चोरी हो जाने की वजह से जहर खा लिया हो.
देखा जाए तो ये भी एक तरह की मानसिक परेशानी ही थी, जिससे वो महिला जूझ रही थी. मोबाइल वास्तव में सभी को बहुत प्रिय होते हैं. और यही वो चीज है जिसका इंसान खुद से भी ज्यादा ध्यान रखता है. हमें कहने में एक मिनिट नहीं लगेगा कि 'भला मोबाइल के लिए भी कोई जान देता है!' लेकिन किसी दुख या मानसिक परेशानी का कारण तो कुछ भी हो सकता है. एक सांसारिक चीज भी. मोबाइल भी. ये महिला देखने में एक मध्यमवर्गीय महिला लग रही है. न जाने कितने जतन से उसे ये मोबाइल मिला होगा. हो सकता है एक-एक पैसा जोड़-जोड़कर ये मोबाइल खरीदा गया हो या फिर पति से लड़-लड़कर या मिन्नतें करके मोबाइल मांगा होगा. और हम ये भी क्यों भूल जाते हैं कि आज भले ही 10 हजार रुपए की कीमत बहुत न मानी जाए, लेकिन बहुतों के लिए 10 हजार 1 लाख रुपए जितने कीमती होते हैं. हां उससे ये गलती हुई, कि 10 हजार रुपए के आगे उसने अपनी जान की कीमत कौड़ियों की समझ ली.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.