डेटिंग एप टिंडर से जुड़े कई किस्से आप सुन चुके होंगे, लेकिन इस बार टिंडर पर कुछ ऐसा हुआ जो इससे पहले कभी नहीं हुआ होगा. न्यूयॉर्क में एक महिला ने टिंडर पर एक नहीं बल्कि सैकड़ों लोगों को राइट स्वाइप किया. यानी असल जीवन में उस व्यक्ति से मिलने की इच्छा जताई. अब यहां मिलने वाला एक नहीं सैकड़ों था और मजे की बात ये कि महिला ने उन सभी को एक ही दिन, एक ही समय और एक ही जगह पर एकसाथ मिलने बुला लिया. हां, ये सोचने में भी अजीब लगेगा लेकिन यही हुआ है.
नताशा एपॉन्टे खुद को एक अभिनेत्री, मॉडल और गायक कहती है. उसने सैकड़ों पुरुषों को न्यूयॉर्क के यूनियन स्कॉयर पर बुला लिया. और जब सारे वहां पहुंच गए. तो उनसे कहा गया कि उन्हें नताशा के साथ डेट जीतने के लिए कई चैलैंज से होकर गुजरना होगा. डेट की उम्मीद से सज धजकर आए लोगों को लगा, उनके साथ बहुत बड़ा मजाक किया गया है. वे भड़क गए, लेकिन नताशा की बातें भी सुनते रहे.
क्या हुआ था इस डेट पर-
नताशा ने वहां आए लड़कों को ये बताया कि उन्हें परीक्षा देनी होगी, जिसे वो पसंद करेगी वही उसके साथ डेट पर जाएगा. नताशा ने छंटनी शुरू कर दी. नताशा ने कहा- 'जो लोग पहले से ही रिलेशनशिप में हैं वो चले जाएं. जिनकी लंबाई 5' 10 से कम हो वो चले जाएं. जो ट्रंप सपोर्टर्स हैं वो चले जाएं, जिनको उनकी गर्लफ्रेंड ने डंप किया है वो चले जाएं, जिनकी दाढ़ी हो वो चले जाएं. जिनके नाम जिम्मी हैं वो चले जाएं क्योंकि मुझे या नाम...
डेटिंग एप टिंडर से जुड़े कई किस्से आप सुन चुके होंगे, लेकिन इस बार टिंडर पर कुछ ऐसा हुआ जो इससे पहले कभी नहीं हुआ होगा. न्यूयॉर्क में एक महिला ने टिंडर पर एक नहीं बल्कि सैकड़ों लोगों को राइट स्वाइप किया. यानी असल जीवन में उस व्यक्ति से मिलने की इच्छा जताई. अब यहां मिलने वाला एक नहीं सैकड़ों था और मजे की बात ये कि महिला ने उन सभी को एक ही दिन, एक ही समय और एक ही जगह पर एकसाथ मिलने बुला लिया. हां, ये सोचने में भी अजीब लगेगा लेकिन यही हुआ है.
नताशा एपॉन्टे खुद को एक अभिनेत्री, मॉडल और गायक कहती है. उसने सैकड़ों पुरुषों को न्यूयॉर्क के यूनियन स्कॉयर पर बुला लिया. और जब सारे वहां पहुंच गए. तो उनसे कहा गया कि उन्हें नताशा के साथ डेट जीतने के लिए कई चैलैंज से होकर गुजरना होगा. डेट की उम्मीद से सज धजकर आए लोगों को लगा, उनके साथ बहुत बड़ा मजाक किया गया है. वे भड़क गए, लेकिन नताशा की बातें भी सुनते रहे.
क्या हुआ था इस डेट पर-
नताशा ने वहां आए लड़कों को ये बताया कि उन्हें परीक्षा देनी होगी, जिसे वो पसंद करेगी वही उसके साथ डेट पर जाएगा. नताशा ने छंटनी शुरू कर दी. नताशा ने कहा- 'जो लोग पहले से ही रिलेशनशिप में हैं वो चले जाएं. जिनकी लंबाई 5' 10 से कम हो वो चले जाएं. जो ट्रंप सपोर्टर्स हैं वो चले जाएं, जिनको उनकी गर्लफ्रेंड ने डंप किया है वो चले जाएं, जिनकी दाढ़ी हो वो चले जाएं. जिनके नाम जिम्मी हैं वो चले जाएं क्योंकि मुझे या नाम पसंद नहीं.' नताशा ने उनसे ये भी कहा कि जो लोग नहीं चाहते कि उनकी वीडियो बने तो वो भी यहां से जा सकते हैं.
अब छंटनी के बाद नताशा के पास कुछ लड़के बचे थे तो उसने लाइव स्वाइप शुरू कर दी. रिजेक्ट करने के लिए लेफ्ट और सलेक्ट करने के लिए राइट स्वाइप. इस सारी प्रक्रीया में नताशा के साथ दो महिला रेफरी और कुछ बॉडी गार्ड्स भी शामिल थे.
बेहतर कौन ये जानने के लिए लड़कों से पुश-अप्स करवाए गए, दौड़ लगवाई और सवाल जवाब किए. तब कहीं जाकर एक लड़का नताशा को पसंद आया. और फिर वो उसके साथ डेट पर गई.
ये सबकुछ सुनने के बाद एक ही सवाल खड़ा होता है वो ये, कि आखिर ये सारी कवायद की किसलिए गई थी. और तो और ऐसा करके नताशा ने इतने सारे लड़कों की बददुआएं भी लीं. भला डेट पर कोई ऐसा करता है क्या. कौन लड़कों के फिजिकल टेस्ट लेता है कौन उन्हें इस तरह जज करता है?
नताशा ने ऐसा क्यों किया-
इस पूरी कहानी पर लड़कों का गुस्सा होना स्वाभाविक था. जाहिर है नताशा ने उन लड़कों के छोटे-छोटे, प्यारे-प्यारे डेट वाले सुन्दर सपनों को बड़ी बेदर्दी से तोड़ा जो था. नाराज और रिजेक्ट किए हुए लोगों ने ट्विटर पर इसके बारे में बताया. इस कांड से जुड़ी कई कहानियां लोग ट्विटर पर शेयर कर रहे थे. और देखते ही देखते टिंडर डेट का ये किस्सा वायरल हो गया.
इसपर पूरे ईवेंट को नताशा ने एक वीडियो के जरिए यूट्यूब पर बताया कि उसने ये सब किया क्यों था. देखिए और आप भी समझिए-
ये आइडिया नताशा और वीडियो मार्केटिंग एजेंसी चलाने वाले रॉब ब्लिस का था. दोनों ने एकसाथ मिलकर ये पूरा आयोजन किया था. ब्लिस का कहना था कि इसके जरिए वो टिंडर के अनुभवों को असल जीवन में लाना चाहते थे. एप्स पर आप लोगों की हाइट, नौकरी जैसी चीजें देखकर उन्हें रिजेक्ट करते हैं, लोगों को इन चीजों के लिए रिजेक्ट करने को तो जैसे सामाजिक स्वीकार्यता मिल चुकी है. ये बहुत अजीब है. इस वीडियो के जरिए वो चाहते थे कि लोग जागरुक हों और जानें कि ये डेटिंग एप्स कितने बेतुके होते हैं.
भले ही तमाम दिल टूटे हों और लोगों को लगा हो कि उन्हें उल्लू बनाया गया, लेकिन जो काम नताशा और ब्लिस ने किया उसे करने की हिम्मत किसी-किसी में ही होती है. डेटिंग एप्स लोगों को थोड़ी देर का मनोरंजन तो देते हैं लेकिन असल में भरोसे लायक जरा भी नहीं होते, ये कारनामा तो बस इन एप के खोखलेपन को सामने लाने का एक जरिया था. कुछ भी हो ये सैकड़ों लोग अपने जीवन की इस डेट को कभी भूल तो नहीं पाएंगे.
ये भी पढ़ें-
'मेरा Tinder एक्सपीरियंस बताता है कि भारत में सेक्स एजुकेशन बहुत जरूरी है'
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.