कुछ काम हैं जो महिला दिवस पर कर ही लिए जाएं
महिला दिवस की कीमत समझो और एक दिन तो वो करो, जो वाकई जिंदगी पर असर डाले. महिला दिवस का बहाना ही सही पर ये कुछ चीजें हैं जो महिला दिवस पर कर ही लेनी चाहिए-
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भारत में महिला दिवस भी जोर शोर से मनाया जाने लगा है. और शर्त लगाकर कहती हूं कि 90% महिलाएं अपनी महिला मित्रों, मां, बहन, बेटियों पड़ोस वाली सहेलियों को Happy women's day विश करके, फेसबुक पर women's day का हैशटैग लगाकर सेल्फी पोस्ट करके इस दिन की औपचारिकता निभा देती हैं और पतियों, भाइयों और पुरुष मित्रों से Happy women's day विश सुनकर खुश हो लेती हैं, बस हो गया women's day. हां इनमें से थोड़ी बहुत वो भी हैं जिन्हें इस दिन गिफ्ट भी मिल जाते हैं. ये है हमारे भारतीय women's day की एक सामान्य सी झलक. पर इस दिन के महत्व को समझने के लिए क्या ये औपचारिकताएं पर्याप्त हैं?
अरे बहनों, होश में आओ, 365 दिनों में एक दिन जो ऑफीशियली महिलाओं का समर्पित है, उसकी कीमत समझो और एक दिन तो वो करो, जो वाकई तुम्हारी जिंदगी पर असर डाले. महिला दिवस का बहाना ही सही पर ये कुछ चीजें हैं जो महिला दिवस पर कर ही लेनी चाहिए-
1. खुद की देखभाल को मजाक में मत लो, हेल्थ चैकअप करवाओ-
दूसरों का ख्याल रखते-रखते महिलाएं हमेशा अपने स्वास्थ को किनारे कर देती हैं. समझो तो, खुद स्वस्थ रहोगी तभी तो बाकियों का ध्यान रख सकोगी. सिर्फ शुगर और बीपी चैक कराने से संतुष्ट हो जाने वाली महिलाओं, महिला दिवस का सदुपयोग करते हुए किसी अच्छी पैथ लैब से पूरा हेल्थ चेकअप करवाओ. और हां, ब्लड सैंपल देने के लिए लैब तक जाने की जरूरत नहीं, घर पर ही सैंपल कलेक्ट करने के लिए लैब से बंदा बुलवाओ, वो सुबह सुबह समय पर हाजिरी लगाएगा, मैम मैम कहते हुए आपको अच्छा फील भी कराएगा और सैंपल लेकर चला जाएगा. महिला दिवस की शुरुआत ही सुकून भरी लगेगी.
2. ये क्यों सोचती हो कि कैंसर तुम्हें नहीं हो सकता-
हां, ज्यादातर महिलाएं यही सोचती हैं. भले ही कितनी ही खबरें सुन लें, या टीवी पर कितने ही जागरुकता फैलाने वाले विज्ञापन देख लें, लेकिन ये तब भी यही सोचती हैं कि इन्हें कुछ नहीं होगा. तो बता दें कि, कैंसर से पीड़ित 46% महिलाओं की उम्र 50 से कम है. और ज्यादा खतरा 25-40 साल की महिलाओं को होता है. हैरानी होगी ये जानकर कि भारत में हर 8 मिनट में एक महिला सरवाइकल कैंसर से मारी जाती है. ठीक वही हाल ओवेरियन कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर का भी है जिसके मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, भारत में ये कैंसर बहुत कॉमन हैं.
जरा सोचिए अगर आपको अपने कैंसर के बारे में बहुत देर से पता चला तो ?? इसलिए अब समय खराब न करें, और इसी दिन इन कैंसर की जांच के जरूरी बेसिक टेस्ट करवा लें. अपनी सेहत से संतुष्ट रहें और बेफिक्र जीवन जिएं.
3. आपका पर्सनल बैंक एकाउंट बहुत जरूरी है-
हां, आप भले ही कह सकती हैं कि पति कमाते हैं, हमें क्या जरूरत है बैंक के झमेलों में पड़ने की, लेकिन ये बात जितनी सरल है उतनी ही महत्वपूर्ण भी. अगर बैंक अकाउंट बना हुआ है तो उससे जुड़ी सारी जरूरी चीजों की जानकारी होना चाहिए, जैसे डेबिट कार्ड, पास बुक, चैक बुक, नेट बैंकिंग वगैरह. और अगर अकाउंट नहीं है, तो तुरंत नजदीक के बैंक में जाएं और अपना पर्सनल अकाउंट खुलवाएं. घर के दराजों और पुराने कपड़ों की जेबों में पैसे बचाकर रखने का तरीका आउटडेटेड हो गया, और नोटबंदी के वक्त तो ये समझ भी आ गया होगा. जो भी बचत करें बैंक में जमा कर आएं, ये पैसे आपके ही काम आएंगे. और हां, पर्सनल बैंक एकाउंट के बारे में पर्सनल एडवाइस तो यही है कि बैंक से जुड़े सारे पासवर्ड्स और एटीएम पिन भी पर्सनल ही रखें, (पति को न बताने में ही भलाई है)
4. आर्थिक रूप से मजबूत होने में हर्ज ही क्या है-
ज्यादातर हर घर की यही कहानी होती है कि महिलाएं आर्थिक मामलों से दूर ही रहती हैं. कामकाजी महिलाएं जिनकी शादी नहीं हुई वो तो इंनवेस्टमेंट का लोड ही नहीं लेतीं, और जिनकी शादी हो गई उनका ये काम उनके पति ही करते हैं और जो हाउसवाइफ हैं, उनके लिए तो काला अक्षर भैंस बराबर ही है. अब सोचिए, भला क्या कर रहे हैं हम अपनी लाइफ और अपने पैसे के साथ ?? जवाब नहीं मिलेगा...
इस दिन कम से कम ये स्थिति रखें कि आपके भविष्य के योजनाओं का पता आपको हो और जवाब आप जानती हों. अगर आपके पति ये सब मैनेज करते हैं तो उनके साथ बैठकर पूरा हिसाब किताब समझिए. अगर अब तक आपने भविष्य के लिए कोई योजनाएं नहीं बनाई हैं तो घर पर ही किसी फाइनेंस एडवाइज़र को बुलाएं, वो खुशी खुशी दौड़कर आएंगे आपका पैसा सही जगह इनवेस्ट करने के लिए. जिससे आपका भविष्य सुखद हो सके. यकीन करें आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने का अपना ही मजा है.
5. मन का स्वस्थ रहना भी तो जरूरी है-
कहते हैं महिलाओं को सबसे ज्यादा खुशी शॉपिंग करने से ही मिलती है, सही भी है...पर इस बार आप खास अपने लिए ही शॉपिंग करें. ज्यादातर महिलाएं अपनी जरूरत से पहले महीने के बजट पर ध्यान देती हैं और सिर्फ सबसे जरूरी चीजें ही खरीदती हैं. यहां बहुत सी ऐसी चीजें मिस हो जाती हैं जो हमेशा से आपके मन में रहती हैं, उन्हें खरीदने का नंबर कभी नहीं आता. खास बात ये कि ये बहुत कीमती चीजें भी नहीं होतीं, पर हों तो आपको खुशी बहुत मिलती है. तो महिला दिवस पर खुद को खुश रखें और एक्सक्लूसिव शॉपिंग करें सिर्फ अपने लिए.
जैसे अगर आपको खाना बनाने का शौक है तो अपनी किचन के लिए मनचाहे कुकवेयर और किचिन एप्लायंसेस लीजिए, पेंटिंग का शौक है तो जाइए कैनवस, ब्रश और पेंट्स लाइए, भरिए रंग, संगीत में रुचि है और कोई साज बजाने की इच्छा मन में रह गई हो तो ले आइए कोई गिटार, वॉयलन या तबला, खुद के लिए वो सब लेकर आइए जिसे करने से आपको सुकून मिले. अगर पढ़ने का शौक हो, तो कुछ किताबें हम बताए देते हैं, ये लाइए और तृप्त कीजिए खुद को. ये आपको प्रेरित करेंगी और जीवन को आसान भी. 1) रहस्य (The Secret)- Rhonda Byrne 2) जीत आपकी (You Can Win)- Shiv Khera 3) the woman code- Sophia A. Nelson4) Life Begins When You Do5) Learning to Dance in the Rain– The Power of Gratitude4) Trust- iyanla vanzant
अगर घूमने का शौक हो तो इच्छाएं मत मारो, बस प्लान करो, अकेले घूमो, नहीं तो दोस्तों के साथ किसी ऐसी जगह पर जाओ जहां जाकर अच्छा महसूस हो.
महिला दिवस पर वो सबकुछ करो जो करना चाहते हो. सिर्फ Happy women's day विश ही काफी नहीं... एक दिन तो अपने लिए जियो.
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