X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा शो ने साबित किया हर पति 'वनराज' जैसा होता है और अनुज जैसे सिर्फ कल्पनाओं में होते हैं!
अनुपमा शो को पहले देखकर तसल्ली मिलती थी कि चलो वनराज जैसे लोग हैं तो अनुज जैसे भी तो हैं. मगर फिलहाल जो कुछ शो में दिखाया जा रहा है उस हिसाब से तो रियल दुनिया में अनुज जैसे अच्छे किरदार का अस्तित्व ही नहीं है. सच में ऐसा सीरियल में ही हो सकता है, क्योंकि असल दुनिया में लोग इतनी जल्दी अनुज से वनराज नहीं बन जाते. आपका क्या कहना है?
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा सीरियल अब बंद हो जाना चाहिए, क्या यह शो पुरुष विरोधी है?
अनुपमा (Anupama) शो में सारी महिलाएं रोती रहती हैं, अनुपमा की कहानी भी दोबारा उसी मोड़ पर आकर पहुंच गई है जहां से उसने आगे बढ़ने की शुरुआत की थी...अनुज भी अनुपमा पर चिल्ला रहा है, उसे दोष दे रहा है. उससे बात नहीं कर रहा है, उसे ताने मार रहा है. इस शो को देखकर लगता है कि दुनिया का हर पति अत्याचारी और पत्नी बेचारी होती है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा तलाक के बाद दूसरी शादी करके फंस गई, यहां भी वही जिम्मेदारी वही ताने
अनुपमा, पहली शादी में भी सूरी-सूरी करती थी. अब वह दूसरी शादी में भी सूरी-सूरी कहती रहती है. सॉरी टू से...मगर अनुपमा आज भी वही कर रही है जो 25 सालों तक किया. दर्शकों ने सोचा था कि अनुपमा को तलाक के बाद आगे बढ़ते हुए दिखाया जाएगा मगर यहां तो पति-पत्नी के रूठने मनाने से ही फुर्सत नहीं है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा शो के लेटेस्ट एपिसोड ने हमें सिखाई ये 9 बातें!
अनुपमा शो में समाज से जुड़े मुद्दे दिखाए जाते रहते हैं. ताकि लोगों के बीच सकारात्म संदेश जा सके. लेटेस्ट शो ने दर्शकों के दिल में खास जगह बनाई है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा प्लीज अब रोना बंद कर दो, तुम्हारे आंसू सूख गए होंगे!
टीवी सीरियल में सबसे अधिक आंसू बहाने वाली महिला का यदि कोई रिकॉर्ड दर्ज हो रहा है, तो अनुपमा इस मामले में सुपर लीडर है. मौका चाहे खुशी का हो या दुख का...अनुपमा को हर पल रोते-बिलखते देखना बड़ा ही दुखदाई लगता है.
सिनेमा
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
जब अनुपमा को शादी करके बच्चा ही चाहिए था, घर ही बसाना था तो इतनी लड़ाई क्यों लड़ी?
अनुज की कंपनी में पार्टनर रही अनुपमा उससे शादी के बाद मालकिन बनकर घर में बैठ गई है. वह अब एक बार फिर से वहीं आकर खड़ी हो गई है जहां कभी थी...वह फिर से रसोई में थेपला बना रही है.
सिनेमा
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
आखिरकार अनुपमा-अनुज की शादी हो गई, सच्चा हो दिल तो झुकता नसीबा पांव में
अनुपमा सालों में पहली बार इतनी खुश दिख रही है. उसके चेहरे पर जिंदगी में आगे बढ़ने की चहक है. यह मौका दुनिया की हर महिला को नहीं मिलता लेकिन मिलना चाहिए. अब अगर वनराज जैसे इंसान हैं, तो अनुज जैसे पुरुष भी हैं जो महिलाओं की खुशियों से जलते नहीं है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा की शादी की रस्में देख नाखुश क्यों हैं लोग, दादी की शादी में ये तो होना ही था!
जो कुछ भी सीरीयल में दिखाया जा रहा है वो तो होना ही था. अब दादी की शादी में ना जाने कुछ लोग किस बात की उम्मीद लगाए बैठे हैं? क्या वे अपने समाज की सोच को नहीं जानते?
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
Anupama latest episode: 5 डायलॉग से समझिए एक दादी की मॉरल पुलिसिंग कैसे होती है
बहू-बेटी, पत्नी के रूप में महिलाओं की मॉरल पुलिसिंग के किस्से तो बहुत सुने होंगे आपने. अब सुनिए कि जब एक महिला दादी-नानी वाले मुकाम पर पहुंच जाती है तो समाज उसके लिए कैसी लक्ष्मण रेखा खींचता है.