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समाज
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एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा शो ने साबित किया हर पति 'वनराज' जैसा होता है और अनुज जैसे सिर्फ कल्पनाओं में होते हैं!
अनुपमा शो को पहले देखकर तसल्ली मिलती थी कि चलो वनराज जैसे लोग हैं तो अनुज जैसे भी तो हैं. मगर फिलहाल जो कुछ शो में दिखाया जा रहा है उस हिसाब से तो रियल दुनिया में अनुज जैसे अच्छे किरदार का अस्तित्व ही नहीं है. सच में ऐसा सीरियल में ही हो सकता है, क्योंकि असल दुनिया में लोग इतनी जल्दी अनुज से वनराज नहीं बन जाते. आपका क्या कहना है?
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा सीरियल अब बंद हो जाना चाहिए, क्या यह शो पुरुष विरोधी है?
अनुपमा (Anupama) शो में सारी महिलाएं रोती रहती हैं, अनुपमा की कहानी भी दोबारा उसी मोड़ पर आकर पहुंच गई है जहां से उसने आगे बढ़ने की शुरुआत की थी...अनुज भी अनुपमा पर चिल्ला रहा है, उसे दोष दे रहा है. उससे बात नहीं कर रहा है, उसे ताने मार रहा है. इस शो को देखकर लगता है कि दुनिया का हर पति अत्याचारी और पत्नी बेचारी होती है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा तलाक के बाद दूसरी शादी करके फंस गई, यहां भी वही जिम्मेदारी वही ताने
अनुपमा, पहली शादी में भी सूरी-सूरी करती थी. अब वह दूसरी शादी में भी सूरी-सूरी कहती रहती है. सॉरी टू से...मगर अनुपमा आज भी वही कर रही है जो 25 सालों तक किया. दर्शकों ने सोचा था कि अनुपमा को तलाक के बाद आगे बढ़ते हुए दिखाया जाएगा मगर यहां तो पति-पत्नी के रूठने मनाने से ही फुर्सत नहीं है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा शो की पाखी ने बताया, लड़का हमेशा दोषी और लड़की हमेशा सही नहीं होती...
कितने लड़कों की जिंदगी झूठे केस में बर्बाद हो जाती है. महिलाओं को समझना होगा कि ये सारे कानून, घरेलू हिंसा और उत्पीड़न रोकने के लिए बने हैं, ना कि किसी को झूठे केस में फंसाने के लिए.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा शो के लेटेस्ट एपिसोड ने हमें सिखाई ये 9 बातें!
अनुपमा शो में समाज से जुड़े मुद्दे दिखाए जाते रहते हैं. ताकि लोगों के बीच सकारात्म संदेश जा सके. लेटेस्ट शो ने दर्शकों के दिल में खास जगह बनाई है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
क्या खोटे नसीब वाली महिलाओं का सीरियल है अनुपमा?
अनुपमा शो में कुछ तो बात है जो यह टीआरपी में नंबर 1 पर बना रहता है. वरना दुनिया एक रोती हुई महिला को क्यों देखती? असल में कई महिलाओं को लगता है कि सीरियल में उनके जीवन की सच्चाई दिखाई जा रही है, क्योंकि जो कुछ अनुपमा के साथ होता है वह कहीं ना कहीं औरतें अपनी जिंदगी में महसूस करती हैं.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा शो में किंजल को उसके पति ने दिया धोखा, ऐसे हालात में एक पत्नी को क्या करना चाहिए?
शादी के बाद अगर पति धाखेबाज निकल जाए तो एक पत्नी को क्या करना चाहिए? अनुपमा (Anupamaa) शो में इन दिनों किंजल इसी दौर से गुजर रही है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा का बेटा भी वनराज की तरह धोखेबाज निकला, यह शो पुरुषों को गलत साबित करने पर तुला है?
महिला सशक्तिकरण से शुरु हुई अनुपमा की कहानी आज एक अजीबो-गरीब मोड़ पर आकर खड़ी है. पिता के बाद अब बेटे को भी निगेटिव ही दिखाया जा रहा है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अनुपमा ने पूछा, पत्नी के गर्भवती होने पर पति का दूसरी औरत के साथ संबंध जायज कैसे?
अनुपमा गुस्से में अपने बड़े बेटे पारितोष को एक थप्पड़ जड़ती है. इसके बाद पारितोष कहता है कि 'अरे आप लोग समझते क्यों नहीं, किंजल प्रेग्नेंट थी. मेरी शारीरिक जरूरते थीं, ऐसे में किसी हसबैंड का किसी दूसरी औरत की तरफ अट्रैक्ट होना नॉर्मल है.'