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सिनेमा
| 3-मिनट में पढ़ें
प्रकाश कुमार जैन
'चंपारण मटन' खूब चर्चा में है और यूं ही नहीं है...
राजनीति से परे चंपारण अच्छी बातों के लिए ही याद रखा जाए और शायद इसीलिए एक शॉर्ट फिल्म बनाई है 'पंचायत' फेम चंदन ने. फिल्म ऑस्कर के सेमीफाइनल में पहुंची भी है, विश ये ऑस्कर जीते और एक बार फिर चंपारण का नाम अंतरराष्ट्रीय फलक पर खूब सुर्खियां बटोरे.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने से कांग्रेस क्यों कंफ्यूज है?
केंद्र की बीजेपी सरकार के हर मूव का कांग्रेस के तमाम नेता बगैर सोचे समझे आनन फ़ानन में कटु प्रतिक्रिया देकर अक्सर सेल्फ गोल ही कर बैठते हैं. थोड़ा सा पॉज दे देते तो निश्चित ही गीता प्रेस के मौजूदा मामले में मौन ही रहते और वही उनके लिए लाभकारी भी होता.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
तेजस पूनियां
@1602103889882155
Maurh Movie Review: रसूल पुकोट्टी के दमदार साउंड से चमकी ‘मौड़’
पंजाब में किसी जमाने में एक जट्ट हुआ नाम था जट्ट ज्योना मौड़. कहते हैं, था तो वह डाकू किस्म का इंसान लेकिन पैदाइश से वह किसान था. ज्योना मौड़ पर नैना देवी का भक्त होने के कारण विशेष आशीर्वाद था.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
सैयद तौहीद
@8187076694635826
फिल्में जिनको ऑस्कर्स नॉमिनेशन तो मिले लेकिन वो जीतने में नाकाम रहीं...
एकेडमी पुरस्कारों की रेस में पहुंचने वाली कई फिल्मों की कहानी दूसरी थी. जीत की प्रबल दावेदार माने जानी वाली यह फिल्में इतिहास में कहीं खो गई.ऑस्कर्स का इतिहास केवल जीत का इतिहास नहीं अपितु कंपटीशन में हार गई दावेदार फिल्मों एवम कलाकारों का भी इतिहास है.
सिनेमा
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
नाटू - नाटू को ऑस्कर मिला अच्छी बात, लेकिन जो राम चरण - जूनियर एनटीआर ने किया टीस रहेगी!
राम चरण और जूनियर एनटीआर ऑस्कर 2023 में नाटू-नाटू गाने पर परफॉर्म करने वाले थे. हालांकि, बाद में दोनों अलग-अलग कारणों से पीछे हट गए. इसके पीछे जो वजह बताई गयी वो गले के नीचे नहीं उतर रही. कह सकते हैं कि चाहे वो राम चरण हों या जूनियर एनटीआर दोनों ने ही हमें गहरी टीस दी है जिसका दर्द शायद ही कभी खत्म हो.
सिनेमा
| 2-मिनट में पढ़ें
ट्विंकल तोमर सिंह
@tweetysdream
झूठी कहानियों के द्वारा ठग कर आंखों को भिगो देने वाला धोखा नहीं है The Elephant Whisperers
The Elephant Whisperers डॉक्यूमेंट्री है तो डॉक्यूमेंट्री की तरह ही देखना होगा. साधारण मनोरंजन ढूंढने वाले को शायद रस न मिले. पर जब पता है डॉक्यूमेंट्री है, सत्य घटनाओं को दर्शा रही है, तब उसमें कहीं पर आंसू फूट पड़े, तो वे आंसू परम सच्चे हैं. ये झूठी कहानियों के द्वारा ठग कर आंखों को भिगो देने वाला धोखा नहीं है.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
RRR के अलावा भारत के दो और Oscar nomination, बस चर्चा नहीं हो रही है!
साल 2023 के ऑस्कर्स में सिर्फ RRR के गाने नाटू-नाटू का जलवा नहीं है. भारत से गयी दो और फ़िल्में हैं जिनके आगे विदेशी ज्यूरी नतमस्तक हो गयी है. हम जिन दो फिल्मों की बात कर रहे हैं उनमें से एक All That Breathes डाक्यूमेंट्री फीचर केटेगरी में नॉमिनेट हुई है. जबकि दूसरी फिल्म The Elephant Whisperers को डाक्यूमेंट्री शॉर्ट केटेगरी में नॉमिनेट किया गया है.
सोशल मीडिया
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
RRR पर सीएम रेड्डी की बांटने वाली बातों पर अदनान का गुस्सा जायज है!
RRR के गाने नाटू-नाटू के सात समुंदर पार धमाल मचाने पर तमाम लोगों की तरह आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी खुश हुए. लेकिन जिस तरह उन्होंने फिल्म को लेकर तेलुगू डिबेट छेड़ी उसने अदनान सामी को आहत कर दिया. फिर जो मोर्चा रेड्डी के खिलाफ अदनान ने खोला वो देखने लायक था.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
पल्लवी विनोद
@pallavi.vinod1
'रेत समाधि' पारम्परिक कहानी नहीं है- प्रेम कहानी, रहस्य और रोमांच तो बिल्कुल नहीं
यकीनन 'रेत समाधि' 2022 के बुकर पुरस्कार की प्रबल दावेदार है. 'रेत समाधि' के पात्रों की तरह कुछ भी किसी के वश में नहीं है. सब घटनाएं हैं, जो घट रही हैं और घटती रहेंगी. एक हिंदी किताब का पहली बार बुकर की महफ़िल में आमंत्रित किया जाना हम सबके लिए गर्व का विषय है.