X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
भले ही उमेश पाल 2023 में मरा, लेकिन अतीक ने इस मौत की स्क्रिप्ट 2012 में ही लिख दी थी!
साबरमती जेल में रहने के बावजूद अतीक और उसके गुर्गों ने सरेराह उमेश पाल की हत्या की, कारण बस ये था कि अतीक उस डर और दहशत को कायम रखना चाह रहा था जो उसने लोगों के बीच बनाया था. तस्दीक 2012 में लिखा अतीक का वो पत्र कर देता है जो उसने उस समय तत्कालीन गृह सचिव को लिखा था.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
गुलाम मोहम्मद की मां ने जो कहा, वो 'अपराधियों' की पैरवी करने वालों को सुनना चाहिए!
एनकाउंटर में मारे गए उमेश पाल के हत्यारे गुलाम मोहम्मद का शव लेने से उसकी मां और भाई ने इनकार कर दिया है. जबकि अतीक का परिवार और उसके हिमायती असद को 'शहीद' बनाने पर तुले हैं. दोनों ओर के लोगों में फर्क है संस्कारों का...
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मशाहिद अब्बास
@masahid.abbas
क्या अब 'एक था अतीक' लिखने का समय आ चुका है? सीएम योगी ने संदेश तो कुछ ऐसा ही दिया है!
योगी ने कहा मिट्टी में मिला देंगे, अतीक ने जवाब दिया मिट्टी में मिल चुके हैं और फिर योगी की पुलिस ने मिट्टी में मिला दिया. एक एनकाउंटर ने बहुत सारे सवाल छोड़ दिए हैं. क्या होगा इस एनकाउंटर का सियासी समीकरण. सपा मुस्लिम वर्ग को कैसे रिझाएगी. बसपा क्या अतीक की पत्नी को पार्टी से बाहर निकाल फेकेगी. अतीक ब्रांड का क्या होगा और क्या होगा माफिया का भविष्य?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
असद एनकाउंटर: अन्य सूबों को भी लॉ एंड आर्डर के मामले में यूपी सीएम से प्रेरणा ले ही लेनी चाहिए!
यदि बाकी के सूबे असद एनकाउंटर प्रभावित हो जाते हैं तो इससे होगा ये कि अपराधियों के बीच एक सख्त सन्देश जाएगा और यक़ीनन इससे कानून व्यवस्था सुधरेगी। बाकी अब जबकि यूपी एसटीएफ ने असद अहमद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. इतना तो साफ़ हो गया है कि जुर्म की जड़ें कितनी भी गहरी क्यों न हों, लेकिन एक न एक दिन उसका किला गिरता जरूर है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
चाहे सुफियान का हो या प्रिंस का एनकाउंटर, योगी आदित्यनाथ ने बता दिया अपराधी सिर्फ अपराधी है!
लखनऊ में गर्लफ्रेंड की धक्का देकर हत्या करने वाले सुफियान के एनकाउंटर पर आहत और 'मुस्लिमों के नाम पर सीएम योगी को कोसते लोग आजमगढ़ हो लें और प्रिंस यादव से मिल लें. यूपी में अपराधियों के तहत सरकार हिंदू मुस्लिम नहीं कर रही. संदेश साफ़ है कि अपराधी सिर्फ अपराधी है.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
निधि गुप्ता के कातिल सूफियान का हश्र कानून से ज्यादा योगी पर यकीन बढ़ाता है!
इधर दिल्ली पुलिस श्रद्धा के कत्ल के आरोपी आफताब (Aaftab Ameen Poonawal) के खिलाफ निर्णायक सबूत जुटाने के लिए सिर खपा रही है, उधर ऐसे ही एक मामले (Love Jihad) में लखनऊ पुलिस ने कातिल को मौत का चेहरा दिखा दिया.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
योगी को मालूम हो कि पुलिस की ज्यादा पीठ ठोकना भी अच्छा नहीं होता!
मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही गोरखपुर अस्पताल में बच्चों की मौत की ही तरह चुनाव के ऐन पहले मनीष गुप्ता (Manish Gupta Case) का केस योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकता है - अगर वो यूपी पुलिस (UP Police) को काबू में नहीं रख पाये.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Saidabad Rape Case: रेप, आरोपी के एनकाउंटर की धमकी, और आरोपी की आत्महत्या!
Saidabad rape case के आरोपी राजू की मौत के बाद पुलिस ने एक बयान दिया है और कहा है कि जब पुलिस उसका पीछा कर रही थी तो आरोपी कथित तौर पर एक ट्रेन के सामने कूद गया. भले ही अधिकारियों की तरह से राजू की मौत को ‘आत्महत्या’ का मामला बता दिया गया हो मगर तमाम सवाल हैं जो इस मौत के बाद खड़े हो रहे हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
योगी आदित्यनाथ को लेकर संजय सिंह के बयान हद पार हैं, या नई हद है?
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे संजय सिंह को याद रखना चाहिए राजनीतिक विरोध अपनी जगह है. लेकिन वो जो भी बातें योगी आदित्यनाथ को लेकर कर रहे हैं वो हदें पार करती दिखाई दे रही हैं.