X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सिनेमा
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Badhaai Do Review: समलैंगिकता बाद की बात, शादी योग्य लड़की बस 30 या 30 से ऊपर का न हो!
Badhaai Do Review : मॉरल ऑफ द स्टोरी वही है जैसा हमारा समाज है. लड़की सफल हो वो मुद्दा ही नहीं है बस उसे 30 या 30 से ऊपर का नहीं होना चाहिए. बाकी फिल्म समलैंगिकता के ताने बाने में बुनी गयी है इसलिए निर्देशक ने इसे बड़ा ही सेंसिबल ट्रीटमेंट दिया है.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Shubh Mangal Zyada Saavdhan Review: कॉमेडी और स्टारकास्ट हिट है!
फिल्म शुभ मंगल ज्यादा सावधान (Shubh Mangal Zyada Saavdhan Review) एक ऐसे विषय पर है जिसपर समाज सहज नहीं है. मगर आयुष्मान (Ayushmann Khurrana) के अलावा जो एक्टिंग नीना गुप्ता और गजराज राव ने की है उसने बता दिया है कि फिल्म की स्क्रिप्ट के साथ इंसाफ हुआ है.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
ऑनलाइन एडिक्ट
कैसा होता है भारत में लेस्बियन होना...
भारत में लेस्बियन होना कैसा होता है? इसका जवाब बखूबी दिया एक लड़की ने जो समाज के दायरों के बीच फंसा हुआ सा महसूस करती है...
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
कुदरत सहगल
@kudrat.sehgal
'करन जौहर तुम गे कम्युनिटी के दुश्मन हो !'
कोई ऐसा 'गे' कैसे हो सकता है जो खुद पर लोगों को हंसने की छूट दे. इतने ऊंचे स्तर पर जाकर करण जौहर को अपने संघर्ष और दर्द का मजाक उड़ाने की छूट नहीं देनी चाहिए.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
पारुल चंद्रा
@parulchandraa
बेडरूम से ड्राइंग रूम में आ गई है समलैंगिकों की ये सच्चाई..
हाल ही में एक वीडियो आया है, जो शायद समलैंगिक संबंधों का समर्थन करने वाले बाकी विज्ञापनों से दो कदम आगे है. यहां दिखाया जा रहा है कि एक महिला अपने पति को बेटी की सेम सेक्स मैरिज को स्वीकृति देने के लिए समझा रही है.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
पीयूष द्विवेदी
@piyush.dwiwedi
अप्राकृतिक और अर्थहीन हैं समलैंगिक संबंध, अपराध ही रहने चाहिए
समलैंगिकता प्राकृतिक एवं सामाजिक संरचना को चुनौती दे रही है. समलैंगिक रिश्तों के भावी परिणामों की अनदेखी करते हुए इसके वर्तमान स्वरूप एवं स्थिति के आधार पर इसे कानूनी एवं सामाजिक स्वीकृति प्रदान कर देना शायद हमारे वर्तमान की सबसे बड़ी भूल होगी.
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
धारा 377 खत्म...फिर तो ये होगा !
देश में एक बार फिर से समलैंगिकता को अपराध मानने वाली धारा 377 को खत्म करने की बहस शुरू हो गई है, जरा सोचिए अगर हमारे यहां धारा 377 खत्म हो गई तो क्या होगा?