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टेक्नोलॉजी
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
क्या Chat GPT करोड़ों नौकरियों के लिये खतरा पैदा कर सकता है?
कुछ हद तक सही भी है. दोहराए जाने वाले कार्य समाप्त ही हो जाएंगे. लेकिन कुशल और प्रतिभाशाली सफलता की ऊंचाइयों को छूते रहेंगे...चैटजीपीटी एक नवीनतम कौशल ही है, टूल है, जो जितना इसके गुरों को सीख पारंगत होगा तरक्की करेगा.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल बने इंडिया में रहकर और अब चल दिए विदेश बसने !
वजहें बिज़नेस की लिगलिटी हो सकती है, पर्सनल लाइफ में लोगों की ताका झांकी भी हो सकती है और संभावित प्रवासी का सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी हो सकता है. चूंकि अब सुपर रिच है, वह अन्य प्राथमिकताओं के लिए फॉरेन सिटी में बसना अफ़ोर्ड कर सकता है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
देश के उद्योगपति नायक हैं या खलनायक?
हमारे यहां सफल उद्यमियों को लेकर समाज के एक वर्ग की बड़ी नेगेटिव राय रहती है. देख लीजिए कि आजकल देश के दो महत्वपूर्ण औद्योगिक घरानों अंबानी और अदानी के पीछे अकारण सोशल मीडिया पड़ा रहता है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
Artificial Intelligence: कल क्या हमारा आपका बॉस कोई रोबोट होगा?
इंसानों के बराबर इंटेलिजेंस वाले एआई ही भविष्य के लिए खतरे की घंटी है. जरूरत है द्रोणाचार्यों (इन एआई निर्माताओं) पर बंदिशें लगाने की क्योंकि सभी धनुर्धरों से एकलव्य सरीखे आदर्श की कल्पना ही बेमानी है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
मां की ममता सबको दिखती है पिता का दर्द किसी को महसूस क्यों नहीं होता?
वे लोग झूठे हैं जो यह कहते हैं कि पुरुष रो नहीं सकते, उन्हें दर्द नहीं होता. जबकि सच यह है कि एक पिता का दिल पत्थर का नहीं होता है, वह अपने बच्चों के लिए वह सब करता है जो कर सकता है. वह अपने परिवार को हर खुशी देना चाहता है. इसलिए दिन-रात मेहनत करता है.
टेक्नोलॉजी
| 3-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रिसर्च रोकने के लिए जमा हो गए टेक और दुनिया के दिग्गज!
2,600 से अधिक लोगों जिनमें एक बड़ी आबादी टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स और शोधकर्ताओं ने एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इन लोगों ने AI को समाज और मानवता के लिए बड़ा खतरा माना है और इसके विकास पर अस्थायी 'विराम' का आग्रह किया है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
गृहिणी बनना भी अपनी च्वाइस होती है, जानिए ट्रैड वाइफ पर क्यों छिड़ी है बहस?
हमारे समाज में घर संभालना छोटी बात क्यों मानी जाती है? क्या आपने कभी हाउसवाइफ का इसलिए सम्मान होते देखा है, क्योंकि उसने घर को बड़े ही करीने से संभाला है. लोगों को यह क्यों समझ नहीं आता कि जरूरी नहीं है कि हर महिला को बाहर काम करना ही पसंद हो. घर को मैनेज करना किसी कंपनी को मैनेज करने से आसान काम थोड़ी है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
मां बनने के बाद काम पर जाने वाली मांओं को मदर गिल्ट में जीने को जरूरत नहीं है
मां के लिए अपने बच्चे को छोड़कर काम पर जाना आसान नहीं होता है मगर दुनिया वाले उसके इमोशन को समझे बगैर उसे ताना मारने लगते हैं. वे कहते हैं कैसी मां है जो बच्चे से ज्यादा अपने काम से प्यार करती है?
समाज
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एक अलग नज़रिया
| बड़ा आर्टिकल
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
सोनाली ने कहा लड़कियां आलसी हैं उन्हें अच्छी नौकरी वाला पति चाहिए, इस बात के कितने मायने हैं?
लड़कियों के दिमाग में भी यही होता है कि जब च्वाइस है तो फिर कंप्रोमाइज क्यों करें? वह भी अपने लिए कंफर्ट का ही चुनाव करती हैं. जब उनके पास ऑप्शन है तो वे शादी के बाद क्यों पूरे खानदान का खाना बनाएं?