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समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
हम जिन्हें महामानव और देवता मानते हैं, वे पहले मानव थे!
Jaipur Literature Festival 2023: बिना मनुष्य रूप धरे तो कोई भगवान भी नहीं कहलाया. भगवान बुद्ध ना होते यदि सिद्धार्थ न जन्मा होता. वर्धमान भगवान महावीर कहलाए थे. भगवान श्रीराम भी राजा दशरथ के पुत्र राम ही थे. महात्मा पहले मोहनदास थे. उनका कर्म और आचार विचार मानवीय था.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
डॉ. अरुण प्रकाश
@DrArunPrakash21
Udaipur murder case: परिणाम पर प्रतिक्रिया नहीं, हिंसा का विरोध हो
महावीर कहते हैं कि 'हिंसा दूसरे के अस्तित्व का नकार है, उसके अस्तित्व की उपेक्षा है, उसके व्यक्तित्व की गरिमा का उल्लंघन है. हिंसा है अपने स्व को दूसरे के स्व पर उसकी सत्ता को एकदम नकारते हुए, आरोपण. अपने स्व की परिधि के पार ही हिंसा शुरू होती है.'
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
अंकिता जैन
@ankita.jain.522
Foundation Room: लॉसवेगास में धार्मिक अवहेलना पर आखिर दुनिया चुप क्यों है?
अमेरिका (America) में एक बार फिर हिंदू - जैन धर्मों (Indian Religion) का अपमान किया गया है. मामला लास वेगास (Las Vegas) स्थित फाउंडेशन क्लब (Foundation Club) का है जहां क्लब को भारतीय धर्मों के ईश्वरों से सजाया गया है.
संस्कृति
| 7-मिनट में पढ़ें
राजीव रंजन प्रसाद
@rajeev.prasad
महावीर को राष्ट्रनिर्माण से भी जोड़कर देखना चाहिये
महावीर जब अपने सिद्धांतो के प्रचार में निकलने लगे तो लोगों नें उन्हें पागल समझा, किसी नें पत्थर फेंके तो किसी नें डंडे से मारा, किसी नें उन पर कुत्ते छोड़ दिये. महावीर नें स्वयं अपना रास्ता बनाया जिस पर लाखों लोग चले.