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सोशल मीडिया
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
मुनव्वर साहब, भाजपा आ गयी, योगी फिर CM बन रहे, अब आगे क्या?
अब जबकि UP Elections Results आ गए हैं और भाजपा ने वापसी की है सोशल मीडिया पर लोगों ने मशहूर शायर मुनव्वर राना की उस बात को मुद्दा बनाया है जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि योगी दोबारा मुख्यमंत्री बन गए तो वो सूबे से पलायन कर जाएंगे.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
3 कारण क्यों मुनव्वर राणा का विरोध केवल मुस्लिम नहीं बल्कि हर साहित्य प्रेमी को करना चाहिए!
तमाम लोगों की तरह शायर मुनव्वर राणा ने भी तालिबान का समर्थन करते हुए अपने दिल की भड़ास निकाली है. अब क्योंकि मुनव्वर राणा पब्लिक डोमेन से आते हैं और शायर हैं इसलिए 3 कारणों के जरिये समझिये कि उनके कहे का विरोध केवल मुसलमानों को नहीं, बल्कि हर साहित्य प्रेमी को क्यों करना चाहिए.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
तालिबान के 'मुनव्वर वेरिएंट' को निंदा की वैक्सीन नही, एक्शन का बूस्टर डोज ही रोक सकता है
भारत में ये ताज्जुब की बात नहीं मानी जाती है कि धर्मांधता में हर कोई एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की रेस में शामिल हो जाता है. वैसे इस तरह की हरकत कोई अनपढ़ शख्स करे, तो समझा जा सकता है. लेकिन, भारत में अनपढ़ ही नहीं, बड़े विद्वान भी तालिबान के पाले में खड़े हुए दिखाई पड़ रहे हैं. तालिबान समर्थकों की इस लिस्ट में हिंदी-उर्दू कविता मंचों के बड़े नामों में शामिल रहे मुनव्वर राणा का नाम भी शामिल हो गया है.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
सिद्धार्थ अरोड़ा 'सहर'
@siddhartarora2812
Freedom Of Speech का सबसे वीभत्स चेहरा तो शायर मुनव्वर राणा निकले!
एक जाना पहचाना चेहरा होने के बावजूद जिस तरह का बयान शायर मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) ने फ्रांस (France) मामले पर दिया है वो ये साफ़ बताता है कि उन पर कट्टरपंथ बुरी तरह हावी है और उनका असली चेहरा सांप्रदायिक है जो हत्या और सांप्रदायिक हिंसा (सांप्रदायिक हिंसा) का पक्षधर है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
मुनव्वर राणा जैसा शायर सरकार के विरोध में पटरी से क्यों उतरता गया?
मुनव्वर राणा (Munnawwar Rana) हमारे दौर के एक बेहद मकबूल शायर के रूप में जाने जाते रहे हैं. पर राणा कुछ समय से लगातार विभिन्न मसलों पर इस तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं, जो उनकी शख्सियत से तो कत्तई मेल नहीं खाती.
संस्कृति
| 3-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
माँ की बातें और मुनव्वर के आंसू
'हमारे कुछ गुनाहों की सजा भी साथ चलती है. हम अब तनहा नहीं चलती दवा भी साथ चलती है अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ नहीं होगा, मैं घर से जब निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है'