X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Tokyo Paralympics में अवनि के गोल्ड-ब्रॉन्ज पर नहीं, जी तोड़ मेहनत-डेडिकेशन पर गौर करिये!
पहले गोल्ड फिर ब्रॉन्ज शूटर अवनि लखेरा ने टोक्यो पैरा ओलंपिक में कमाल कर दिया है और उस कहवात को चरितार्थ कर दिया है कि जब ऊपर वाला किसी को देता है तो छप्पर फाड़ के देता है. बाकी अवनि को ये सब भाग्य के भरोसे नहीं मिला है, इसके पीछे तमाम चुनौतियां और जी तोड़ मेहनत है.
स्पोर्ट्स
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ पैरालिंपिक गोल्ड जीतने वाले सुमित अंतिल और नीरज चोपड़ा में फर्क क्या है?
दो वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करके Tokyo Paralympics 2020 में जेवलिन थ्रो का गोल्ड मैडल जीतने वाले सुमित अंतिल इतिहास रच चुके हैं मगर क्या उन्हें वैसा और उतना ही सम्मान मिल रहा है जिसके वो हक़दार हैं? सवाल थोड़ा तीखा है, लेकिन पूछना बनता है कि क्या उन्हें भी उसी तरह सिर आंखों पर बैठाया गया है, जैसा नीरज चोपड़ा को?
स्पोर्ट्स
| 4-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
Tokyo Paralympics: 'गोल्डन गर्ल' अवनि लेखरा की उपलब्धि से ज्यादा प्रेरणास्पद है उनके संघर्षों की कहानी!
टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics 2020) खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में गोल्ड मेडल जीतकर राजस्थान के जयपुर की रहने वाली 19 वर्षीय शूटर अवनि लेखरा ने इतिहास रच दिया है. अवनि खेलों के साथ पढ़ाई में भी अव्वल हैं. वो आगे चलकर जज बनना चाहती हैं.
स्पोर्ट्स
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Tokyo Paralympics 2020: मीडिया जान ले भारतीय Paralympians की वीर गाथाओं का जिक्र बनता है!
क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस और तो और कबड्डी जैसे खेलों पर घंटों का कवरेज करने वाले टीवी चैनल और स्पोर्ट्स के पत्रकार Tokyo Paralympics 2020 में क्यों चुप हैं ? आखिर वहां भी तो उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करेंगे भारतीय खिलाड़ी. उनकी भी वीर गाथाओं का जिक्र होना चाहिए. देश को हक़ है उनके बारे में जानने का.
स्पोर्ट्स
| 5-मिनट में पढ़ें
मोहित चतुर्वेदी
@mohitchaturvedi123
ओलंपिक खिलाड़ियों को क्रिकेटर्स जैसी इज्जत क्यों नहीं ?
एक तरफ जहां क्रिकेट खिलाड़ियों पर करोड़ों की बरसात हो रही है. वहीं ओलंपिक में खिलाड़ियों को भीख मांगनी पड़ रही है. आखिर कब तक ये भेदभाव चलेगा.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
अभिनव राजवंश
@abhinaw.rajwansh
ओलंपियन को खेल रत्न तो पैरालंपियनों को क्यों नहीं?
इन खिलाड़ियों को खेल रत्न देकर न केवल उन खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया जा सकता है बल्कि विपरीत परिस्थितियों का सामना करके भी जिस जज्बे का प्रदर्शन इन खिलाड़ियों ने किया है वो देश के कई लोगों को भी प्रेरित कर सकता है
स्पोर्ट्स
| 4-मिनट में पढ़ें
शुभम गुप्ता
@shubham.gupta.5667
रियो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल को उतना प्यार नहीं जितना ओलंपिक के रजत पदक को!
जब पी.वी. सिंधू और साक्षी मलिक अपना मुकाबला लड़ रही थी तो हर कोई पल-पल ट्वीट कर रहा था. जैसे ही मेडल की खबर आई, नेताओं ने ट्वीट की बारिश कर दी. मगर यहां मामला अलग है. देश ने गोल्ड मेडल जीता है. मगर किसी में उत्साह नहीं. न मीडिया में और न नेताओं में...क्यों
स्पोर्ट्स
| 3-मिनट में पढ़ें
शुभम गुप्ता
@shubham.gupta.5667
ओलंपिक से भी बड़े पैरालंपिक का प्रसारण भारत में क्यों नहीं ?
ये पहली बार है जब भारत की ओर से खिलाड़ियों के लिए इतने बड़े इनाम की घोषणा की गई हो. लेकिन ये बेहद दुख की बात है कि पैरालंपिक का प्रसारण भारत के किसी भी चैनल पर नहीं हो रहा है.
स्पोर्ट्स
| 5-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
ये ओलंपिक जरूर देखिएगा, यहां का बोल्ट जबर्दस्त प्रेरणा देता है
ब्राजील के रियो डी जनेरो शहर के कई हिस्सों में ओलंपिक रिंग्स को हटाकर अब अगिटोस का सिंबल लगा दिया गया है. जाहिर है, रियो ओलंपिक के बाद सांबा की धुन पर अब पैरालंपिक खेलों की शुरुआत हो गई है.