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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
अखिलेश को साथ लेकर नीतीश के प्रयासों पर मायावती अकेले ही पानी फेर देंगी
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) यूपी के रास्ते दिल्ली पर धावा बोलने की तैयारी में हैं - और 2024 के मिशन को कामयाब बनाने के लिए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के कंधे पर सवार भी हो चुके हैं, लेकिन वो भूल रहे हैं कि मायावती (Mayawati) ने तो पहले से ही पेंच फंसा रखा है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
नीतीश के फूलपुर से चुनाव लड़ने की बात भले अपवाह हो, आइ़डिया बुरा नहीं है!
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के यूपी दौरे से पहले ही फूलपुर लोक सभा सीट (Phulpur Lok Sabha Seat) से उनके अगला चुनाव (General Election 2024) लड़ने की चर्चा होने लगी है - और जेडीयू के आधिकारिक ने चर्चा को और आगे बढ़ा दिया है. वैसे हाथ आजमाने में कोई दिक्कत वाली बात नहीं है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
कांग्रेस को यूपी गठबंधन से बाहर रखने के फायदे और नुकसान
मायावती और अखिलेश यादव ने यूपी में काफी सोच विचार के बाद गठबंधन किया है. हाल के विधानसभा चुनावों में एक्सपेरिमेंट फेल होने के बावजूद कांग्रेस को गठबंधन से बाहर रखा है - इसके फायदे भी हैं और खतरे भी.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
2019 में योगी आदित्यनाथ का भविष्यफल बता रही हैं 2018 की ये 3 बातें
योगी आदित्यनाथ के लिए 2017 तो बेहतरीन रहा, लेकिन 2018 में यूपी की बीजेपी सरकार का प्रदर्शन साफ बता रहा है कि 2019 में अच्छे दिन कायम रहेंगे या नहीं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
लगे हाथ ये भी साफ हो गया कि योगी का मोदी बनना फिलहाल मुश्किल है
देखा जाये तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बूते बीजेपी की यूपी की सत्ता में वापसी करा दी. 2019 में 2014 जैसा यूपी दोहराने की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ पर है. क्या उपचुनावों में हार के बाद भी योगी कामयाब रहेंगे?
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
2019 की छोड़िये, कैराना गंवाने के बाद क्या होगा योगी आदित्यनाथ का?
गोरखपुर की हार को योगी आदित्यनाथ ने ओवर-कॉन्फिडेंस का नतीजा बताया था, कैराना के लिए भी कोई बहाना हो सकता है. सच तो ये है कि एकजुट विपक्ष के आगे योगी चारों खाने चित्त हो चुके हैं - और इसकी कीमत भी चुकानी पड़ सकती है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
क्यों बीजेपी को कैराना में यूपी के 2019 चुनाव परफॉर्मेंस का अक्स दिख रहा है
कर्नाटक के बाद कैराना उपचुनाव को देखिये - देश का मिजाज दिखेगा. कर्नाटक शो की तरह ही कैराना की लड़ाई में एक तरफ बीजेपी है तो दूसरी तरफ एकजुट विपक्ष. नतीजा जो भी, फिलहाल तो कैराना 2019 के लिए बेहतरीन केस स्टडी लगता है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
मायावती सिर्फ यूपी पर ही फोकस करें तो बीएसपी को बचा सकती हैं
मायावती फिलहाल चार मोर्चों पर जूझ रही हैं. एक, 2019 में कोई चमत्कार हो जाये. दो, कार्यकर्ताओं में जोश बना रहे. तीन, बीएसपी बूथ लेवल पर मजबूत हो और चार, राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा किसी तरह बच जाये.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
अशोक के सिंह
@ashok.k.singh.3194
2019 में मोदी को हराने के सपने देख रहा विपक्ष
गर इंदिरा गांधी के समय में सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हो जातीं तो भारत में गठबंधन सरकारें तभी से बननी शुरु हो जाती. विपक्षी दलों की एकजुटता के न के बराबर संभावनाओं का जो आंकलन सीपीआई(एम) ने किया है उसके अनुसार, 2019 में मोदी और शाह बड़े ही आरामदायक स्थिति में दिख रहे हैं.