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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
प्रहसन ही है सियासत तो संसद कैसे अछूता रह सकता है?
अडानी की ग्रोथ जर्नी मोदी काल में शानदार रही लेकिन ग्रोथ की एकमेव वजह मोदी काल ही नहीं है. कहावत है एक हद के बाद पैसा ही पैसे को खींचता है. अडानी ने वो हद 2014 के पूर्व यूपीए काल में ही प्राप्त कर ली थी. अडानी ने तौर तरीक़े ग़लत अपनाये, अनियमितता की, मेनीप्युलेट भी किया लेकिन ये सब तब तक क़यास ही रहेंगे जब तक जांच होकर सिद्ध नहीं हो जाते.
ह्यूमर
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
बैंक वालों तुम्हारी हड़ताल में देश तुम्हारे साथ होता, मोदी 'हाय-हाय' करता लेकिन...
प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में नौ यूनियनों के कंबाइंड संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन ने दो दिनों की राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का ऐलान किया है. इस मुश्किल वक़्त में देश का आम आदमी बैंक वालों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना चाहता है. नरेंद्र मोदी हां-हाय के नारे लगाना चाहता है मगर ऐसा नहीं हो पाया है और इसका कारण बैंक और उसके कर्मचारी हैं.
इकोनॉमी
| 4-मिनट में पढ़ें
vinaya.singh.77
@vinaya.singh.77
बैंकों के राष्ट्रीयकरण के 50 साल, जानिए भारतीय बैंकिंग की तस्वीर कैसे बदली
1969 में तत्कालीन सरकार द्वारा14 सबसे महत्वपूर्ण बैंकों का राष्ट्रीयकरण (Nationalisation Of Banks In India) किया गया.उसके बाद जैसी स्थितियां बनीं कहा जा सकता है कि भारतीय बैंकिंग सेवाओं(Indian Banking Services) की दिशा में तब एक बहुत बड़ा कदम उठाया गया था.
इकोनॉमी
| 6-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
Yes Bank news: कौन खा रहा है हमारे बैंकों को नोच-नोच कर
डूबने की कगार पर पहुंच गए यस बैंक (Yes Bank) ने बैंकिंग सेक्टर की चौंका देने वाली सूरत पेश की है. बड़ी-बड़ी बैंकों के कर्ता-धर्ता किस तरह छोटे जमाकर्ताओं का पैसा मनमाने तरीके से कभी वापस न आने वाले लोन के रूप में बांटते रहे.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
Yes Bank crisis पर हुई राजनीति ने तो सरकार का दबाव कम कर दिया!
यस बैंक संकट (Yes Bank Crisis) को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच 'कीचड़ उछालो' राजनीति जारी है. लेकिन सवाल ये उठता है प्रभु नरेंद्र मोदी जी, सभी निजी-प्राइवेट बैंकों की कुंडली सरकार के पास होती है तो ये आखिरी वक्त की सर्जिकल स्ट्राइक क्यों? वो भी आम जनता के तनाव की कीमत पर.
इकोनॉमी
| 3-मिनट में पढ़ें
नीरज उपाध्याय
@media.neerajupadhyay
Yes Bank crisis: प्राण सुखाने वाले सवाल, कुछ राहत देने वाले जवाब
Yes Bank crisis की वजह से RBI ने उस पर लेन-देन को लेकर पाबंदी लगा दी हैं. खाताधारकों और निवेशकों में अफरा-तफरी का माहौल है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने भरोसा दिलाया है कि किसी भी खाताधारक का पैसा नहीं डूबेगा. लेकिन, कई सवालों के जवाब आने बाकी हैं...
इकोनॉमी
| 5-मिनट में पढ़ें
अनुज मौर्या
@anujkumarmaurya87
SBI Fixed deposit rates का घटना सीनियर सिटिजन्स और घरेलू बचत पर संकट की घड़ी है
SBI Fixed Deposit Interest Rates के पिछले कुछ सालों के आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो पता चलेगा कि ये दरें लगातार घटी हैं और अब घटते-घटते बहुत कम हो चुकी हैं. वैसे दरें तो सबके लिए घटी हैं, लेकिन बुजुर्गों के इससे अधिक दिक्कत होगी.
इकोनॉमी
| 2-मिनट में पढ़ें
बिजय कुमार
@bijaykumar80
SBI के 14,722 ATM से अब भी नहीं निकाल सकते 200 रूपये के नोट
RTI के जवाब में स्टेट बैंक ने बताया है कि नए नोट के हिसाब से एटीएम को तैयार करने की कोई डेडलाइन नहीं दी गयी थी. नए नोटों के हिसाब से एटीएम को ढालने में बैंक को अपने पास से अब तक 22.50 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े हैं.
इकोनॉमी
| 3-मिनट में पढ़ें
अनुज मौर्या
@anujkumarmaurya87
एटीएम कार्ड को लेकर कोर्ट का ये फैसला सभी को टेंशन देने वाला है!
एक महिला ने पैसे निकालने के लिए अपने पति को अपना एटीएम कार्ड दिया था. पैसे नहीं निकले, लेकिन पैसे कटने की पर्ची जरूर निकल आई. इसके बाद न तो बैंक ने पैसे वापस दिए, ना ही कंज्यूमर कोर्ट वो पैसे वापस दिला सका.