X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
Athiya shetty: शादी के बाद एक्ट्रेस और आम महिलाओं की जिंदगी में क्या अंतर है?
आम लड़कियों के लिए पहली रसोई किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं होती है. जबकि एक्ट्रेस के लिए यह एक एंजॉयमेंट होता है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 2-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
पत्नी के पास पति के नाम की 18 चीजें हैं, मगर पति के पास क्या है?
किसी स्त्री के पहनावे को देखकर अक्सर हम अंदाजा लगा लेते हैं कि वह शादीशुदा है कि नहीं, मगर एक पुरुष के पास ऐसी कोई निशानी नहीं होती है जिससे उसके शादीशुदा होने का परिणाम माना जाए.
सोशल मीडिया
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
दुल्हन ने दूल्हे से साइन करवाया कॉन्ट्रैक्ट पेपर, लड़का शादी से पहले ही मायाजाल में फंस गया!
बेचारा दूल्हा और कर भी क्या सकता था...पत्नी को खुश रखने के लिए उसे शर्त तो माननी ही थी.
सोशल मीडिया
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
कन्यादान के बजाय 'लौंडा-दान' या कुंवरदान का ख्याल बेतुका है, इससे तो कोर्ट मैरिज ही कीजिये...
इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें एक दुल्हन बड़े ही अजीब टोन में कन्यादान और मंगलसूत्र के बारे में अनाप-शनाप बोल रही है. वह मुंह बनाकर कह रही है कि 'मैं एक टिपिकल भारतीय दुल्हन नहीं हूं. मैं जेंडर पर काम करती हूं. मैं सिंदूर, मंगलसूत्र और कन्यादान के खिलाफ हूं. लेकिन, शादी के समय तमाम रीति-रिवाज फॉलो करती दिख रही है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 7-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
सिंदूर की बात चुटकी भर नहीं है, इसके पीछे कथा सोचने पर मजबूर कर देती है!
आपका मन करे तो सिंदूर लगाइए या मत लगाइए, ये पूरी तरह आपकी मर्जी है. आज के जमाने में कई महिलाएं सिंदूर लगाती हैं और कई नहीं भी लगाती हैं. किसी को लगता है कि शादीशुदा को सुहागन की तरह रहना चाहिए तो कई को लगता है कि प्यार, सम्मान और गहरे रिश्ते के लिए सिंदूर की जरूरत नहीं है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
प्रेमी की लाश से प्रेमिका की मांग में जबरन सिंदूर लगवाने वाले 'समाज' को क्या कहेंगे?
लड़कियों का प्रेम (love) करना गुनाह है, लड़कियों का बेबाक होना होना गुनाह है, लड़कियों का अपने हक के लिए आवाज उठाना गुनाह है, तेज हंसना गुनाह है. सीधे यही कह दो ना कि लड़की होना ही गुनाह है. इस खबर को पढ़ने के बाद आपको गुस्सा आ सकता है. आखिर महिलाओं के साथ अपराध की कोई सीमा है या नहीं...
समाज
| बड़ा आर्टिकल
अनु रॉय
@anu.roy.31
Chhath सिर्फ त्योहार नहीं, मोह का धागा है हम बिहारियों के लिए!
बिहार (Bihar) का कोई भी व्यक्ति देश दुनिया में कहीं भी रहे जैसे ही छठ का त्योहार (Chhath Pooja)आता है उसे अपने गांव, अपने घर और उस घर में होने वाली पूजा. पूजा के बाद बंटने वाले प्रसाद की खूब याद आती है. साफ़ है कि बिहार के किसी भी नागरिक के लिए छठ सिर्फ त्योहार नहीं बल्कि एक इमोशन है.
समाज
| बड़ा आर्टिकल
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
सिंदूर लगाए वंदे मातरम कहने वाली नुसरत जहां को देख ट्रोल के सिर घूम गए
शादी के बाद पहली बार अपने शपथ ग्रहण के लिए सिंदूर लगाकर संसद आई नुसरत जहां के साथ जो हरकत ट्रोल्स ने की है वो साफ बताती है कि कुछ लोगों को धर्म के चश्मे से ही सबकुछ दिखता है.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
पारुल चंद्रा
@parulchandraa
जब बात सिंदूर, मंगलसूत्र की आएगी तो एड़ी-चोटी एक कर दी जाएगी
मंगलसूत्र के बार में ये कहा गया है कि ये महिलाओं को उनके कर्तव्य, प्रतिबद्धता और शादी में पवित्रा बनाए रखने की याद दिलाता है. तो पुरुषों को बराबर की प्रतिबद्धता निभाने के लिए क्या करना चाहिए? बहस जारी है.