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सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
प्रकाश कुमार जैन
सख्त कानून कायदों का क्या मतलब यदि कानून की आंखों की पट्टी सरक गई हो
कहने को कहा जाता है कानून सबके लिए समान होता है या क़ानून की नजरों में सब समान है. हकीकत में क्या स्थिति इतनी आदर्श है ? कम से कम भारत में तो नहीं है. यहाँ तो गणमान्यों व नेताओं के लिए नियम, कायदे कानून बने ही हैं 'सारे नियम तोड़ दो' के लिए !
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
अशोक भाटिया
कभी केजरीवाल अपने आप को कांग्रेस का विकल्प बता रहे थे, आज मांग रहे है सबका समर्थन!
दिल्ली में अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग के मुद्दे पर मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार एक-दूसरे की बांह मरोड़ने में जुटी हैं. दिल्ली के अधिकारी किसकी सुनेंगे ये फैसला 11 मई को सुप्रीम कोर्ट में 5 जजों की बेंच ने कर दिया. जिसमें साफ कहा गया कि पब्लिक ऑर्डर, पुलिस और जमीन को छोड़कर उप-राज्यपाल बाकी सभी मामलों में दिल्ली सरकार की सलाह और सहयोग से ही काम करेंगे.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
मीडिया की नासमझी है कि एससी के हवाले से जो नहीं हुआ उसे भी आदेश बता दिया!
आदर्श स्थिति होती कि मीडिया खेद प्रकट करती और कहती कि उनके गलत विश्लेषण की वजह से न्यायमूर्ति को स्पष्टीकरण देना पड़ा, 'न्यायाधीश वर्मा स्टे के दायरे में नहीं आएंगे क्योंकि 'योग्यता- सह-वरिष्ठता' का पालन करने पर भी उनकी पात्रता है.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
शीर्ष सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति अप्रासंगिक टिप्पणियां क्यों कर देते हैं?
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अभद्र भाषा की घटनाओं के खिलाफ कदम उठाने की मांग करने वाली दलीलों के एक समूह की सुनवाई के दौरान संबंधित न्यायमूर्ति जोसेफ के सेलेक्टिव रवैये पर घोर आपत्ति जताते हुए तीखी बहस की थी.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
Supreme Court: खुद गुरुजी बैंगन खाएं, दूसरों को दे नसीहत!
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और दो अन्य पर एक महिला से बलात्कार करने और उसे और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया था. जब पुलिस ने कथित तौर पर विजयवर्गीय और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया, तो शिकायतकर्ता ने एक सिटी मजिस्ट्रेट के हस्तक्षेप की मांग की.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
शिवसेना बनाम शिवसेना: एक गलती भारी पड़ गई...
वरना आज उद्धव को टेक्निकली गद्दी मिल ही जाती! दरअसल सुप्रीम फैसला नहीं एक बार फिर सुप्रीम बैलेंसिंग एक्ट हुआ है. बता भर दिया राज्यपाल का निर्णय असंवैधानिक था, स्पीकर का फरमान अवैध था, लेकिन बजाए उद्धव को राहत देने के शिंदे को राहत दे दी!
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
उद्धव ठाकरे सरकार गिरने के जितने जिम्मेदार राज्यपाल हैं, उतने ही सुप्रीम कोर्ट के जज भी!
उद्धव एकनाथ शिंदे विवाद में भले ही सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की संविधान पीठ ने सारा ठीकरा तत्कालीन गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी पर फोड़ दिया हो. लेकिन इसी सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने 29 जून 2022 को राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट के आदेश को जायज ठहराते हुए स्टे देने से मना कर दिया था.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
आपका हर फैसला सिर आंखों पर मीलॉर्ड लेकिन बेवजह टिप्पणी कदापि नहीं
बिना किसी संदर्भ के पता नहीं क्यों विद्वान न्यायमूर्ति वन लाइनर टिप्पणी कर बैठे कि मीडिया उनकी ही फाइंडिंग बताने लगा,'...I hope I don't get misquoted, but in the ranking, we are now at 161, in terms of journalistic freedom.'
सिनेमा
| 3-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
The Kerala Story: बैन बेअसर या असरदार?
The Kerala Story पर से निःसंदेह बैन हटेगा और एडवांटेज मेकर्स इस मायने में होगा कि फ़िल्म की एक्स्ट्रा पब्लिसिटी भी हो जाएगी. वैसे बता दें फ़िल्म ने सिर्फ़ चार दिनों में ही 45 करोड़ कमा लिए हैं जबकि लागत 37 करोड़ मात्र की ही है.