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समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
विश्व बैंक का यह खुलासा दहेज लेने वालों के मुंह पर तमाचा है
विश्व बैंक के एक शोध में सामने आया कि पिछले कुछ दशकों से भारतीय गांवों में दहेज प्रथा की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाया है. यहां की 95 प्रतिशत शादियों में दहेज दिया गया है. हमारे देश में सब बदल गया सिर्फ यही नहीं बदला.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
Lockdown extension in India: लॉकडाउन न बढ़ाएं तो उसका असर भी जान लीजिए...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कोरोना वायरस लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने (Coronavirus Lockdown Extension in India) को लेकर अपना फैसला मंगलवार की सुबह 10 बजे शेयर करने वाले हैं - लेकिन क्या आपने सोचा है अगर मोदी संपूर्ण लॉकडाउन नहीं बढ़ाते तो देश की तमाम व्यवस्थाओं पर क्या फर्क पड़ सकता है?
इकोनॉमी
| 5-मिनट में पढ़ें
श्रुति दीक्षित
@shruti.dixit.31
2014 चुनाव में जो रोल 'दाल' ने निभाया था वो 2019 में 'पेट्रोल' निभाएगा?
ये रिपोर्ट है वर्ल्ड बैंक की अप्रैल कमोडिटी मार्केट आउटलुक रिपोर्ट जिसमें कच्चे तेल की कीमतें 2018 में 65 डॉलर प्रति बैरल तक रहने की बात कही गई है जो 2017 से 22% ऊपर है जो 53 डॉलर प्रति बैरल थी.
इकोनॉमी
| 2-मिनट में पढ़ें
आलोक रंजन
@alok.ranjan.92754
मोदी जी का सबसे बड़ा दावा धाराशायी !
वर्ल्ड बैंक की तजा रिपोर्ट ने मोदी सरकार के विकास के दावों पर एक तरह से प्रश्न चिन्ह लगाया हैं. बताया गया है कि भारत में कारोबार करने के हालात में कोई खास फर्क नहीं पड़ा है.
इकोनॉमी
| 2-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
'विकासशील देश' का तमगा हटने से भारत का असली रूप बाहर आ गया
विश्व बैंक के इस फैसले से एक तो भारत अब ब्रिक्स देशों के बीच सबसे नीचे वर्गीकृत हो गया है और साथ ही उसकी आर्थिक स्थिति को पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, जाम्बिया और घाना जैसे देशों के साथ कर दिया गया है.
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
खाड़ी देश कुछ इस तरह मिटा रहे हैं भारत से गरीबी
विदेशों में कमाई कर अपने देश पैसा भेजने (ग्लोबल रेमिटेंस) वालों में भारतीय अव्वल हैं. साल 2014 में विदेशों में नौकरी और कारोबार करने वाले भारतीयों ने कुल 70 अरब डॉलर भारत भेजे हैं.