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सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
रमेश सर्राफ धमोरा
@ramesh.sarraf.9
राजस्थान के छात्रों ने दिखाया गहलोत को आईना
राजस्थान (Rajasthan) में छात्र संघ के चुनाव (Student Union Election) परिणाम सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी (Congress) और मुख्य विपक्षी दल भाजपा (BJP) दोनों के लिए ही एक चेतावनी की तरह है. सबसे अधिक चिंता तो कांग्रेस पार्टी के लिए मानी जाएगी. क्योंकि, अगले साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने हैं और चुनाव में सबसे अधिक भूमिका छात्रों व युवाओं की होती है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
JNU VC को हटा देना हल मगर सरकार नहीं चाहेगी, क्योंकि...
JNU में हुए दो छात्र संगठनों के बीच हुए Violence के बाद जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. जैसे हालात हैं यूनिवर्सिटी का माहौल तभी दुरुस्त किया जा सकता है जब वहां से वाइस चांसलर को हटाया जाए मगर सरकार ऐसा नहीं कर सकती. यदि ऐसा हुआ तो सरकार कर खूब जमकर किरकिरी हो जाएगी.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Delhi police को 'जामिया' के लिए माफ किया जा सकता है, JNU के लिए नहीं
JNU Violence लोगों के बीच चर्चा में है. VC का बयान बता रहा है कि जब JNU में नकाबपोशों ने हमला किया तो Delhi Police वहां मौजूद थी. सवाल ये है कि उपद्रवियों का पीछा करते हुए जो दिल्ली पुलिस जामिया में घुस सकती थी, उसे JNU में किसने रोका था?
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
अभिनव राजवंश
@abhinaw.rajwansh
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में ABVP की जीत के मायने
दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनावों की अहमियत के हिसाब से यह नतीजे भारतीय जनता पार्टी को सुकुन देने वाले हो सकते हैं. यह नतीजे भाजपा के नजरिये से इसलिए भी खास कहे जा सकते हैं क्योंकि दिल्ली छात्र संघ के चुनावों के नतीजों को राष्ट्रीय राजनीति की एक झलकी भी माना जाता है.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
आशुतोष मिश्रा
@ashutosh.mishra.9809
कासगंज हिंसा : एक हफ्ते बाद घर से निकले कुछ बुनियादी सवालों के जवाब
उत्तर प्रदेश का कासगंज हिंसा की आग में जल चुका है. हालांकि अब भी स्थिति तनावपूर्ण है मगर पूर्व की अपेक्षा आज हालात पहले की तरह पटरी पर आते नजर आ रहे हैं.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
आलोक रंजन
@alok.ranjan.92754
उत्तरप्रदेश में तिरंगा यात्रा क्यों?
क्या ये बीजेपी और अन्य हिंदू दलों की स्ट्रेटेजी है कि 2019 लोकसभा चुनाव तक माहौल इसी तरह का हो और हिंदू ध्रुवीकरण बीजेपी के पक्ष में जाये. सबसे बड़ी मजबूरी ये है कि कमजोर विपक्ष है. और इसी का फायदा भाजपा को मिल रहा है.
सोशल मीडिया
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
हर बार क्यों उपद्रव की आग में खर डाल देते हैं ये नीले टिक लगे लोग !
आज जो हालात हैं उनको देखकर यही कहा जा सकता है कि किसी भी उपद्रव की स्थिति में सरकार को सबसे पहले सोशल मीडिया को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि आधी मुसीबत की जड़ सोशल मीडिया है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
रणविजय सिंह
@ranvijaysinghlive
चंदन - अख़लाक़ कांड से खुश होने वाले कॉमन लोग...
उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक बड़ा हादसा हो चुका है और इसके साथ शुरू हो चुकी है नफरत और लाश की सियासत. जिसे अगर वक्त रहते नहीं रोका गया तो भविष्य में परिणाम बेहद घातक होंगे.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
पद्मावत, भंसाली के समर्थन, करणी के विरोध में लिखकर कासगंज पर आखिर खामोश क्यों हो तुम ?
कासगंज को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर शुरू हो गया है. मॉर्फ तस्वीरों, भड़काऊ संदेशों, ललकारने वाले ट्वीट्स और फेसबुक पोस्ट से तिल से ताड़ बनाकर मामले को घिनौना रूप देने का काम शुरू हो गया है जिसके परिणाम बहुत घातक होंगे.