X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
प्रशांत किशोर से नीतीश की मुलाकात तेजस्वी के साथ इफ्तार जैसी क्यों नहीं है?
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) छुप कर क्यों मिलना चाहते थे? और फिर पवन वर्मा (Pawan Verma) ने सीक्रेट मीटिंग की बात लीक क्यों कर दी? आखिर वो कौन सी बात है जिसे मिल कर छुपा भी रहे हैं - और बताने का प्रयास भी लगता है?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
तेजस्वी यादव और कन्हैया कुमार की गलतियां उन्हें चुनावों में पैर जमाने नहीं देंगी
बिहार (Bihar Election 2020) में एक बार फिर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को लेकर चर्चा चल रही है. आम चुनाव में जहां दोनों का साथ आने से इंकार चर्चा में रहा वहीं अब दोनों के मंच साझा करने को लेकर भी चर्चा हो रही है - लेकिन क्या ऐसा संभव है?
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
शेहला रशीद तो कन्हैया कुमार के मुकाबले काफी कमजोर निकलीं!
शेहला रशीद ने कन्हैया कुमार के मुकाबले उनकी जंग कहीं ज्यादा लड़ी है. जेल में रहने से लेकर बेगूसराय के चुनावी मैदान तक शेहला हर मोर्चे पर लगातार डटी रहीं - अचानक मैदान छोड़ कर भाग जाना हैरान करने वाला है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
मोदी को मुमकिन बनाने में बड़े मददगार रहे 5 सियासी 'जोकर'
ताश के पत्तों में जोकर का बड़ा रोल होता है. 52 पत्तों के बाहर होते हुए भी इसे जिस पत्ते के साथ लगा दो, उसी का रोल निभाने लगता है. लोकसभा चुनाव 2019 में कुछ नेता ऐसे ही थे. मुख्य मुकाबले से बाहर होते हुए भी चुनाव नतीजे में इनकी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
आयुष कुमार अग्रवाल
@100006809583831
'बेगूसराय को समझने में जो भूल हुई उसके लिए माफी चाहता हूं'
कन्हैया कुमार द्वारा बिना विज़न के सिर्फ सेक्युलरिज्म के साथ बेगूसराय की जनता को अपने साथ जोड़ने का प्रयास किया गया. लेकिन बिहार में मोदी + नीतीश के गठजोड़ ने एक नया माहौल बना दिया था.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
कन्हैया हारे, खुश होगी दिनकर की आत्मा
कन्हैया लगभग सवा चार लाख मतों से मात खा गए हैं. अब उन्हें जनता के बीच में आने में शर्म भी आनी चाहिए. उन्हें अब समझ में अच्छी तरह से आ जाना चाहिए कि यह देश सब कुछ स्वीकार कर सकता है पर राष्ट्रीयता के सवाल पर किसी भी तरह का समझौता मुमकिन है ही नहीं.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
चौथे चरण की 10 बड़ी सीटें, जिनपर है सबकी निगाह
29 अप्रैल को चौथे चरण की वोटिंग के साथ ही देश की 374 सीटों पर मतदान पूरे हो जाएंगे और सारे दलों का ध्यान . बाकी बची 169 सीटों पर होगा. अभी तो सबसे ज्यादा निगाहें बेगूसराय पर होंगी जहां कन्हैया कुमार और गिरिराज सिंह के बीच मुकाबला है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
बेगूसराय में तेजस्वी यादव क्यों गिरिराज सिंह को जिताने पर तुले हुए हैं
बेगूसराय को लेकर तेजस्वी यादव काफी सक्रिय देखे गये हैं. हैरानी की बात ये है कि तेजस्वी यादव की सक्रियता आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन की जीत सुनिश्चित करने में नहीं रही - बल्कि निशाना कहीं और रहा.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
अभिरंजन कुमार
@abhiranjan.kumar.161
बेगूसराय के वोटर की टिप: ऐसे चुनें अपना संसद...
अगर हम सब अपने-अपने क्षेत्र में एक ईमानदार, पढ़े-लिखे, मेहनती, दूरदर्शी, गैर-जातिवादी, गैर-सांप्रदायिक, देशभक्त, मानवतावादी और बेदाग व्यक्ति को नहीं चुन सकते, तो वास्तव में हमें भ्रष्टाचार, अपराध, जातिवाद और सांप्रदायिकता का शिकार होकर कराहने और न्याय पाने का भी हक नहीं है.