X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
विश्व हिंदी दिवस: कुछ खरी खरी सुनने सुनाने की जरूरत आन पड़ी है!
World Hindi Day 2023: हिंदी प्रतिष्ठित हो रही है. अब किसी की जुर्रत नहीं है कहने की कि यदि सुंदर पिचाई आईआईटी में हिंदी में परीक्षा देते तो क्या गूगल में टॉप पोस्ट पर होते? निःसंदेह होते. मल्टीनेशनल जायंट के लिए ज्ञान मायने रखता है और ज्ञान भाषा का मोहताज नहीं होता.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
Mormukut Goyal
@1203823200460755
प्रगतिशील दौर में भाषा विरोध की प्रासंगिकता...
आश्चर्य की बात है और ये अपने में दुर्भाग्यपूर्ण भी है कि विपुल शब्द भंडार और साहित्यिक सामग्री के होते हुए भी कोई भी भारतीय भाषा राष्ट्रव्यापी रूप में नही है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
धरतीपुत्र, मुल्ला मुलायम, नेताजी... मुलायम सिंह यादव को कैसे मिले ये नाम, जानिए
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. राजनीति में मुलायम सिंह को धरतीपुत्र, नेताजी, मुल्ला मुलायम जैसे कई नामों से जाना जाता था. वहीं, उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए थे, जो विवादित भी रहे थे. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ किस्से...
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
vinaya.singh.77
@vinaya.singh.77
हिंदी दिवस को एक और वर्ष बीत गया लेकिन आज भी स्थिति कोई बहुत अच्छी नहीं है!
हिंदी दिवस भले ही ख़त्म हो गया हो लेकिन कहा यही जाएगा कि हम वो लोग हैं जो हिंदी में ही सोचते हैं, हिंदी ही पढ़ते और सुनते हैं, हिंदी ही लिखते हैं इसलिए कहीं न कहीं हमारी दिली इच्छायही है कि हमारा हिंदुस्तानी समाज हिंदी बोलने को ही प्राथमिकता दे और हर घर हिंदी, हर दर हिंदी नजर आये.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
vinaya.singh.77
@vinaya.singh.77
क्या सचमुच हिंदी दिवस मनाने की जरुरत है?
किसी भी देश का अस्तित्व उसकी भाषा और संस्कृति पर निर्भर करता है. और यह एक और चीज से भी प्रभावित होता है और वह कारण यह है कि क्या वह देश किसी अन्य देश का गुलाम रहा है या नहीं. समय के साथ हर चीज में बदलाव आता है, चाहे वह संस्कृति हो या भाषा.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
...और इस तरह व्यवसायिकता ने हिंदी को सर्कस का शेर बना दिया
Hindi Diwas 2021 : हिन्दी अखबार और हिन्दी फिक्शन इंडस्ट्री (हिन्दी सिनेमा, टीवी धारावाहिक, विज्ञापन इत्यादि) हिन्दी भाषा के सबसे बड़े प्लेटफार्म हैं. इनकी व्यवसायिक हवस ने आसान और आम बोलचाल की भाषा को परोसने के नाम पर हिन्दी का बलात्कार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
इंसानों को लेकर कुत्तों की समझ पर हुए शोध पर कौन विश्वास करेगा?
कुत्तों को लेकर एक रिसर्च हुई है और उसमें जो दावे किये गए हैं वो चौंकाने वाले हैं. कहा गया है कि कुत्ते मनुष्यों द्वारा बोले गए शब्दों को तो समझ नहीं पाते हां लेकिन उन्हें इंसानों की आवाज का जरूर पता होता है. वो मालिक की आवाज़ पहचानते हैं.
सिनेमा
| बड़ा आर्टिकल
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Angrezi Medium movie review: पिता सच में भावुक होता है बच्चों के लिए कुछ भी कर जाता है!
Angrezi Medium movie review: इराफन खान (irrfan-khan) स्टारर फिल्म अंग्रेजी मीडियम (Angrezi Medium movie release) रिलीज हो गई है. बाप बेटी के रिश्ते के उतार चढ़ाव को दर्शाती एक ठीक ठीक फिल्म होने के बावजूद फिल्म को दर्शक कम मिले हैं जिसकी एक बड़ी वजह भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप भी है.
सोशल मीडिया
| 4-मिनट में पढ़ें
पारुल चंद्रा
@parulchandraa
TikTok अब सिर्फ मस्ती का अड्डा नहीं रह गया..
जो लोग ये समझते हैं कि TikTok सिर्फ मस्ती का अड्डा है, जहां बस हंसी मजाक और फूहड़ता चलती है, वो जरा ध्यान दें. TikTok अब वो जगह बन गया है जहां से लोग बहुत कुछ सीख भी रहे हैं. यानी TikTok अब शिक्षा भी दे रहा है.