X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
बिंदेश्वर पाठक ने गांधी के स्वच्छता अभियान को जमीनी स्तर पर कार्यान्वित किया
ब्राह्मण कुल में पैदा होकर वाल्मिकी समाज के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले और देश को सुलभ शौचालय जैसा अद्भुत सिस्टम देने वाले बिंदेश्वर पाठक सच्चे गांधीवादी थे. गांधी के लिए सफाई और स्वच्छता कार्य भारत के लिये एक महत्वपूर्ण काम था.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
लोकेन्द्र सिंह राजपूत
@5745259062180641
बाबा साहेब के व्यक्तित्व में दिखता है बचपन में मिले धार्मिक संस्कारों का प्रभाव
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का बचपन अत्यंत संस्कारी एवं धार्मिक वातावरण में बीता. उनके परिवार के तीन सदस्यों ने संन्यास आश्रम को चुना.पिताजी ने कालान्तर में कबीरपंथ की दीक्षा ली. उनके घर में रामायण, पाण्डव प्रताप, ज्ञानेश्वरी एवं संत साहित्य का नित्य पाठ होता था.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
लोकेन्द्र सिंह राजपूत
@5745259062180641
हिन्दुत्व पर गांधी के विचारों की पड़ताल...
हिन्दुत्व का कोई और रूप नहीं है. हिन्दू धर्म एक ही है.गांधीजी भी यह मानते थे कि जिस तरह बाकी के लोग भारतीय परंपरा में विश्वास करते हुए हिन्दू हैं, ठीक उसी प्रकार वे भी हिन्दू हैं. लेखक मनोज जोशी ने पुस्तक 'हिन्दुत्व और गांधी' में इसकी चर्चा की है.
सिनेमा
| 2-मिनट में पढ़ें
प्रशांत प्रत्युष
@10209994546762034
सिनेमा में महात्मा गांधी की मौजूदगी
Gandhi Godse Ek Yudh Movie: राजकुमार संतोषी 'गांधी गोडसे एक युद्ध' फिल्म लेकर आए हैं. असहमति-सहमति के विरोधाभास में राजकुमार संतोषी की फिल्म असगर वज़ाहत के नाटक पर आधारित कही जा रही है. फिल्म गांधीजी को महिमामंडित करती है या गोडसे को इसका फैसला दर्शकों के पास रहना चाहिए.
सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
Gandhi Godse Ek Yudh Public Review: कैसी लगी राजकुमार संतोषी की फिल्म, जानिए
Gandhi Godse Ek Yudh Public Review in Hindi: 9 साल के लंबे इंतजार के बाद दिग्गज फिल्म मेकर राजकुमार संतोषी फिल्म 'गांधी गोडसे एक युद्ध' की रिलीज के साथ वापसी कर चुके हैं. फिल्म में महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के बीच वैचारिक युद्ध को दिखाया गया है. आइए जानते हैं कि फिल्म लोगों को कैसी लगी.
सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
Gandhi Godse Ek Yudh: पठानिया शोर में गुम हो गई संतोषी की प्रयोगात्मक कृति!
फिल्म 'गांधी गोडसे: एक युद्ध' पर आरोप था कि ये महात्मा गांधी के विचारों को नकारते हुए गोडसे का महिमामंडन करती है. हालांकि ऐसा कुछ है ही नहीं, उल्टे फिल्म गांधी की महानता ही सिद्ध करती है. यदि कहें कि विपक्षी मांग मुख़र होती तो फिल्म को फायदा पहुंचता बॉक्स ऑफिस के लिहाज से; अतिश्योक्ति नहीं होगी.
सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
राजकुमार संतोषी को जान से मारने की धमकी देने वाले 'गांधीवादी' कैसे हो सकते हैं?
Gandhi Godse Ek Yudh फिल्म के निर्देशक राजकुमार संतोषी का कहना है कि उन्हें फिल्म की रिलीज रोकने के लिए बाध्य किया जा रहा है. ऐसा नहीं करने पर उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. खुद को गांधी का पैरोकार बताने वाले कुछ लोग हिंसा करने की बात कर रहे हैं.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
रजनीश कुमार सक्सेना
@5760451224046017
BBC डॉक्यूमेंट्री के बाद क्या गोडसे पर बनी फिल्म बैन करेगी सरकार?
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने महात्मा गांधी का हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे पर बनी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की हैं.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
हम जिन्हें महामानव और देवता मानते हैं, वे पहले मानव थे!
Jaipur Literature Festival 2023: बिना मनुष्य रूप धरे तो कोई भगवान भी नहीं कहलाया. भगवान बुद्ध ना होते यदि सिद्धार्थ न जन्मा होता. वर्धमान भगवान महावीर कहलाए थे. भगवान श्रीराम भी राजा दशरथ के पुत्र राम ही थे. महात्मा पहले मोहनदास थे. उनका कर्म और आचार विचार मानवीय था.