X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
हाजी डॉ सनवर पटेल
@sanwar.patel.9
महंत नरेंद्र गिरी की वो अपील, और सिंहस्थ श्रद्धालुओं के लिए खुल गई थीं उज्जैन की 65 मस्जिदें!
2016 में उज्जैन सिंहस्थ मेला आयोजन के दौरान अचानक आई तेज आंधी और बारिश ने आफत खड़ी कर दी थी. महंत नरेंद्र गिरिजी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्थानीय मुस्लिम समुदाय से एक अपील की. उसके बाद जो हुआ वो मिसाल बन गया.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
आशुतोष मिश्रा
@ashutosh.mishra.9809
गांव को कोरोना हॉटस्पॉट बनाने में शादी-विवाह ने सुपर स्प्रेडर का काम किया
Covidvirus spread in rural India: कोरोना की पहली लहर में तो अपने देश के गांव बच गए, लेकिन दूसरी लहर ने ग्रामीणों पर कहर बरपा रखा है. इसके पीछे शादी-विवाह, मुंडन और तेरहवीं जैसे इवेंट सुपर स्प्रेडर की भूमिका निभा रहे हैं. लोग नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, सरकार तमाशा देख रही है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मोदी सरकार की ये हैं 5 गलतियां जिनकी वजह से कोरोना वायरस बेकाबू हो गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का कहना है कि देश ने कोरोना वायरस (Coronavirus) पर तब भी विजय पा ली थी जब न वैक्सीन था न उसकी कहीं कोई उम्मीद थी, फिर वो क्या है कि कोरोना की दूसरी लहर (Covid Second Wave) में हालात बेकाबू हो गये?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
बीजेपी का कोरोना मुक्त बूथ अभियान क्या राहुल गांधी के दबाव का नतीजा है
पश्चिम बंगाल में चुनावी रैलियों को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की पहल का ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर असर हो न हो, ऐसा लगता है बीजेपी दबाव में जरूर आ गयी है - जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कोरोना मुक्त बूथ अभियान को हरी झंडी दिखायी है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
संतों की ही तरह PM मोदी क्या चुनावी रैली करने वालों से एक अपील नहीं कर सकते थे?
हरिद्वार कुंभ को लेकर जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि (Avdheshanand Giri) से जैसी ही अपील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पश्चिम बंगाल (West Bengal Election 2021) में चुनावी रैली करने वालों से करनी चाहिये - चुनावी रैलियों से भी खतरा कुंभ जितना ही है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
वो फैसले, जो समय पर लिए जाते तो बेकाबू न होता कोरोना
ममता बनर्जी ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए बाकी के चार चरणों का चुनाव एक साध कराने का एक अच्छा सुझाव दिया है. लेकिन, यह सुझाव भी राजनीति की भेंट चढ़ता दिख रहा है. चुनाव आयोग को अव्वल तो चुनाव टालने का फैसला ले लही लेना चाहिए था.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
लापरवाही के 'कुंभ' की तुलना 'निजामुद्दीन मरकज' से होनी ही चाहिए
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कुंभ के शाही स्नान में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन होने का दावा कर रहे हैं. हालांकि, उनके इस दावे की पोल मीडिया कवरेज और सोशल मीडिया में सामने आ रही तस्वीरों से खुल जा रही है. कहना गलत नहीं होगा कि उत्तराखंड सरकार मानकर चल रही है कि गंगा स्नान से कोरोना संक्रमण नहीं होगा.
संस्कृति
| 5-मिनट में पढ़ें
मशाहिद अब्बास
@masahid.abbas
Mahashivratri 2021: शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या फर्क है और ये क्यों इतना शुभ है
महाशिवरात्रि हो या कोई अन्य धार्मिक पर्व हो, आप मनाते हों या न मनाते हों, लेकिन कोई भी पर्व क्यों मनाया जाता है और उसका महत्व क्या है आपको ये ज़रूर जानना चाहिए. महाशिवरात्रि भगवान् शिव का दिन है और इसकी अपनी एक अलग महत्ता है. शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या फर्क है और ये क्यों इतना शुभ है आइये इसको समझते हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
मशाहिद अब्बास
कांग्रेस के उदित राज समझें कुंभ और मदरसा दो अलग अलग चीज़े हैं
भारतीय राजनीति में कब कौन सा मामला राजनैतिक हो जाए या किसी के बयान पर कब सियासत गर्म हो जाए कोई भरोसा नहीं होता है. कांग्रेसी (Congress) नेता उदित राज (Udit Raj) का एक बयान सामने आता है जिसके बाद भाजपा (BJP) उनको कटघरे मे खड़ा कर देती है और उसका भरपूर राजनीतिकरण होने लगता है. जबकि दोनों ही लोग गलत हैं.