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समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
तृषा वर्मा
जानिए कौन थे लाफिंग बुद्धा? जिनकी मूर्ति रखना शुभ माना जाता है
कौन थे लाफिंग बुद्धा? जिनको घर या दूकान में रखना शुभ माना जाता है. अक्सर हमने यह देखा होगा कि लाफिंग बुद्धा कि मूर्तियां सबके घरों, दुकानों और गाड़ियों मे पाई जाती हैं. लेकिन वो कौन थे, उनको इतना शुभ क्यों माना जाता है, इसके बारे में बहुत कम लोगों को पता होगा. आइए हम आपको उनके बारे में बताते हैं.
समाज
| बड़ा आर्टिकल
अजीत कुमार मिश्रा
@ajitmishra78
शिवलिंग, ज्योतिर्लिंग, बुद्धलिंग और यमराज लिंग: अलग अलग प्रकार से होती है लिंग पूजा!
शैव मत के अनुसार शिव ही परम पुरुष हैं और पार्वती उनकी प्रधान प्रकृति या माया हैं इसलिए दोनों के संयोग को ही ज्योतिर्लिंग के रुप में भी दिखाया जाता है. लिंग का मूल अर्थ ही दृश्यमान होता है. अर्थात जब निराकार परमात्मा खुद को प्रकृति के साथ दृश्यमान या भौतिक रुप में प्रगट करता है तो उसे ज्योतिर्लिंग कहते हैं. इसे पुरुष जननांग समझने की भूल मत कीजिये.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
टुंडे' से टिंडे और भिंडी की तरफ लौटना ही मोक्ष के मार्ग की प्रथम सीढ़ी है
हम व्यक्ति के खानपान को लेकर बहस कर रहे हैं. खाना एक बेहद व्यक्तिगत विषय है. अतः व्यक्ति को जो खाना हो, जैसा खाना हो वो खाए. ध्यान रहे कि व्यक्ति की भोजन की आदत पर केवल उसका अधिकार है.
समाज
|
एक स्वतंत्र लेखक
| 3-मिनट में पढ़ें
ताबिश सिद्दीकी
@delhidude
समय आ गया है कि हम सब बुद्ध को जानें और समझें
गुस्से में एक व्यापारी बुद्ध के पास जाता है. गुस्सा इस चरम पर होता है कि पहुंचते ही वो बुद्ध के मुंह पर थूक देता है. जवाब में बुद्ध आंख खोलकर मुस्कुरा देते हैं.
सोशल मीडिया
| 2-मिनट में पढ़ें
चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
लो अब मंगल पर अवतरित हुए भगवान बुद्ध!
मंगल ग्रह पर पूरी वैज्ञानिक बिरादरी हारती दिख रही है - धर्म से. जीवन से पहले वहां भगवान बुद्ध की मूर्ति 'खोज' ली गई है...
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
तृषा वर्मा
जानिए कौन थे लाफिंग बुद्धा? जिनकी मूर्ति रखना शुभ माना जाता है
कौन थे लाफिंग बुद्धा? जिनको घर या दूकान में रखना शुभ माना जाता है. अक्सर हमने यह देखा होगा कि लाफिंग बुद्धा कि मूर्तियां सबके घरों, दुकानों और गाड़ियों मे पाई जाती हैं. लेकिन वो कौन थे, उनको इतना शुभ क्यों माना जाता है, इसके बारे में बहुत कम लोगों को पता होगा. आइए हम आपको उनके बारे में बताते हैं.
समाज
| बड़ा आर्टिकल
अजीत कुमार मिश्रा
@ajitmishra78
शिवलिंग, ज्योतिर्लिंग, बुद्धलिंग और यमराज लिंग: अलग अलग प्रकार से होती है लिंग पूजा!
शैव मत के अनुसार शिव ही परम पुरुष हैं और पार्वती उनकी प्रधान प्रकृति या माया हैं इसलिए दोनों के संयोग को ही ज्योतिर्लिंग के रुप में भी दिखाया जाता है. लिंग का मूल अर्थ ही दृश्यमान होता है. अर्थात जब निराकार परमात्मा खुद को प्रकृति के साथ दृश्यमान या भौतिक रुप में प्रगट करता है तो उसे ज्योतिर्लिंग कहते हैं. इसे पुरुष जननांग समझने की भूल मत कीजिये.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
टुंडे' से टिंडे और भिंडी की तरफ लौटना ही मोक्ष के मार्ग की प्रथम सीढ़ी है
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समाज
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एक स्वतंत्र लेखक
| 3-मिनट में पढ़ें
ताबिश सिद्दीकी
@delhidude
समय आ गया है कि हम सब बुद्ध को जानें और समझें
गुस्से में एक व्यापारी बुद्ध के पास जाता है. गुस्सा इस चरम पर होता है कि पहुंचते ही वो बुद्ध के मुंह पर थूक देता है. जवाब में बुद्ध आंख खोलकर मुस्कुरा देते हैं.
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
लो अब मंगल पर अवतरित हुए भगवान बुद्ध!
मंगल ग्रह पर पूरी वैज्ञानिक बिरादरी हारती दिख रही है - धर्म से. जीवन से पहले वहां भगवान बुद्ध की मूर्ति 'खोज' ली गई है...