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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
अशोक भाटिया
दूसरों को धमकाने वाला चीन अब रूस-यूक्रेन में 'दोस्ती' करवाएगा!
यूक्रेन कह तो चुका है कि इस जंग को खत्म करने के लिए चीन को रूस पर दबाव बनाना चाहिए. जिनपिंग के मॉस्को दौरे से पहले चीन के विदेश मंत्री किन गांग ने यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से फोन पर बात की थी. दोनों के बीच पीस प्लान पर ही चर्चा हुई थी. - माना जा रहा है कि अपने पीस प्लान के लिए जिनपिंग यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी चर्चा करना चाहते हैं.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
Russia Ukraine War: अंतर्विरोध संसार की देन है साल भर युद्ध का खींचना...
युद्व के बाद रूस के अंदरूनी हालात ज्यादा अच्छे नहीं हैं. बेरोजगारी और महंगाई की समस्या दिनों दिन बढ़ रही है. इसका प्रमुख कारण उन पर लगा आर्थिक प्रतिबंध है. ज्यादातर मुल्कों ने रूस के साथ आयात-निर्यात करना बंद कर दिया है. सिर्फ भारत एक ऐसा देश है जो राजी रखे हुए है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
सरिता निर्झरा
@sarita.shukla.37
10 वर्षीय बालिकाओं के जिस्म पर लड़ा जाता रूस-यूक्रेन का युद्ध!
किसी भी युद्ध अथवा दंगे का हासिल उन देशों की स्त्रियों के हिस्से बलात्कार की पीड़ा के रूप में आता है. इसका युद्ध और दंगे के कारणों से कोई लेना देना नहीं बल्कि इसकी जड़ें पुरुषसत्ता की उस सोच में है जहां - जर जोरू जमीन को एक साथ रखा जाता है.
ह्यूमर
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
पत्नी मोह में गधे, बंदर-भालू के बाद पति नाम की प्रजाति कुत्ता बन जाए तो हैरत कैसी?
गधे से लेकर बंदर और भालू तक पहले ही बहुत कुछ बन चुकी है पति नाम की प्रजाति. कुत्ता बचा था. ब्राजील की महिला ने अपने पति को वो भी बन गया है. लेकिन दिलचस्प वो कारण है जिसके चलते महिला ने ऐसा करने की सोची.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
पंकज शर्मा
@pankajdwijendra
Taliban से पहले एक था अफ़ग़ानिस्तान!
विश्वासघात, लालच, अहंकार और कट्टरता के प्रहारों ने अफ़ग़ानों की धरती की सूरत इतनी बार बदली कि असली सूरत ही गुम हो गई. मौजूदा तारीख दुनिया से चीख-चीख कर कह रही है कि एक था अफगानिस्तान. आह, आंसू और असमंजस में डूबे आज़ाद अफगानिस्तान पर तालिबान की कट्टर हुकूमत का परचम आखिर लहरा ही गया.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
रीवा सिंह
@riwadivya
आंखों के सामने अफगानिस्तान को बर्बाद होते देखना मन में टीस पैदा करता है!
अफ़ग़ानिस्तान टूटने की कगार पर है. विडम्बना यही है कि अमेरिका, रूस, चीन सरीखे न्यूक्लियर पावर से लैस देशों ने दोहन ही चुना है और जो मदद करना चाहते हैं वे इस स्थिति में हैं ही नहीं. हम टूटकर बिखरते देख रहे हैं हौसलों से भरे उस देश को और सिर्फ़ देखते जा रहे हैं.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
जल उठा अफगानिस्तान, शांति बहाली की जगह गृह युद्ध की आग भड़की
अफगानिस्तान को गृह युद्ध की ओर धकेल कर दुनिया की तमाम महाशक्तियों ने बेशर्मी के साथ मुंह मोड़ लिया है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी दुनियाभर के देशों से मदद की अपील कर रहे हैं, लेकिन उनकी इस अपील का कोई भी असर होता नही दिख रहा है.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
कल्बे सादिक के इंतेक़ाल से टूटा सौहार्द का एक मजबूत पुल...
डॉक्टर मौलाना कल्बे सादिक़ मोहब्बत से नफरती माहौल से निपटना जानते थे. अयोध्या विवाद (Ayodhya Ram Mandir Babri Masjid Dispute) से लेकर गुजरात दंगों (Gujarat Riots) की आग मे पानी डालने की उनकी कोशिश हमेशां याद की जायेगी. इल्म की मशाल से वो संकीर्णता के अंधेरे भेदने के क़ायल थे.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
मशाहिद अब्बास
@masahid.abbas
Kalbe Sadiq Death : भारत ने खो दिया अपना दूसरा अब्दुल कलाम!
हिंदू-मुस्लिम एकता (Hindu Muslim Unity) के प्रतीक डॅा कल्बे सादिक का निधन (Dr Maulana Kalbe Sadiq Death) हो गया है. उनके व्यक्तित्व का अंदाज़ा यूं लगाया जा सकता है कि उनके आखिरी दीदार को कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद एक भीड़ उमड़ पड़ी है. इस भीड़ में हर मज़हब हर जाति के लोग शामिल हैं, आखिर ये क्यों शामिल हैं इसकी वजह क्या है इसको भी आपको ज़रूर जानना चाहिए.