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सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
सुप्रीम कोर्ट के बदले रुख से स्पष्ट है, गे कपल की विवाह की चाहत अधूरी ही रहेगी...
हां, सामाजिक संरचना में समलैंगिकों को वे सहूलियतें ज़रूर मिल जायेंगी जिनसे वे वंचित हैं. ऑन ए लाइटर नोट कहें, अन्यथा न लीजिएगा, साजन बिना सुहागन ही सुहाग के फायदे मिल जाएंगे. बिलकुल 'ना' से तो थोड़ा 'हां' हो रहा है तो फ़िलहाल संतोष करें.
सिनेमा
| बड़ा आर्टिकल
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
सुखद स्थिति है कि 'वैसी वैसी' फ़िल्में या कंटेंट्स भारत में बैन नहीं होते
जब आपसी सहमति से बने ऐसे संबंधों को अपराध की श्रेणी से बाहर निकालने में सदी से ज्यादा समय लग गया तो फिर अब इसलिए तत्परता दिखाई जाए चूंकि गे/लेस्बियन मुखरता से आगे आ रहे हैं, कदापि उचित नहीं है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
उच्च न्यायालय के जज से सुप्रीम नाराजगी कितनी जायज?
माननीय शीर्ष अदालत ने तब स्वतः संज्ञान क्यों नहीं लिया था जब जज ने साक्षात्कार दिया था ? और जब तब नहीं लिया तो आज बनर्जी द्वारा ग्राउंड बनाये जाने पर उस साक्षात्कार पर आपत्ति क्यों ?
सोशल मीडिया
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कृष्ण जन्मभूमि विवाद: ईदगाह की वीडियोग्राफी के आदेश से Twitter को याद आई ज्ञानवापी
कृष्ण जन्मभूमि ईदगाह मामला: कोर्ट ने परिसर के वीडियो ग्राफ़िक सर्वे का फरमान सुनाया है. ट्विटर पर लोगों में ख़ुशी की लहर है. ऐसे में भांति भांति की प्रतिक्रियाओं का आना स्वाभाविक था.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
जकिया जाफरी का केस उन्हीं ने बिगाड़ा, जो उसके साथ खड़े थे!
सुप्रीम कोर्ट ने जकिया जाफरी द्वारा दायर एक याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें SIT द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 63 अन्य को हिंसा में उनकी कथित भूमिका के लिए क्लीन चिट पर सवाल उठाया गया था.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कोर्ट जी, कृपया सिंह साहब को क़ुतुब मीनार सौंप दीजिये, और बस 1 महीने उनसे मैंटेन करवा लीजिये
कोर्ट में एक याचिका आई है जिसमें याचिकाकर्ता महेंदर ध्वज प्रसाद सिंह ने दिलचस्प दावा किया है कि क़ुतुब मीनार पर उनका मालिकाना हक़ है. अब जबकि बात यहां तक आ ही गयी है तो कोर्ट को बिना देरी किये क़ुतुब मीनार को सिंह साहब को सौंप देना चाहिए लेकिन कुछ जरूरी शर्तों के साथ.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
लाउडस्पीकर से परेशानी क्या है? कभी मुस्लिम मुहल्लों में रमजान में सोकर तो देखिये!
लाउडस्पीकर के सन्दर्भ में आई एक याचिका को ख़ारिज करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि मस्जिदों पर लाउडस्पीकर लगाना मौलिक और संवैधानिक अधिकारों के दायरे में नहीं आता है. मुस्लिम मोहल्ले का बाशिंदा होने के नाते, मुझे बहुत सुकून मिला इस फैसले से.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
तलाक के बाद क्या पत्नी ही मोहताज होती है? पति को भी है गुजारे-भत्ते का हक!
तलाक के मामले में जो कुछ भी कोर्ट ने पति के साथ किया है वो भले ही सुनने वालों को हैरत में डाल दे लेकिन इसकी सराहना इसलिए भी होनी चाहिए क्योंकि अब तक जैसा देखा गया था कि जब जब तलाक हुआ मुआवजा या गुजाराभत्ता हमेशा [पुरुषों ने ही दिया.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
आखिर भारत में अल्पसंख्यक हैं कौन? क्या कहता है संविधान? कोर्ट ने अब तक क्या कहा?
भारत में अल्पसंख्यक कौन है? जल्द ही इस सवाल के मद्देनजर एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करने जा रहा है. बाकी बात अल्पसंख्यक की हुई है तो हमारे लिए ये जान लेना बहुत जरूरी है कि वर्तमान में, केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम, 1992 की धारा 2 (सी) के तहत अधिसूचित समुदायों को ही अल्पसंख्यक माना गया है.