X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
गुजरात के खिलाफ 5 छक्के जड़ने वाले रिंकू ने अपनी ज़िंदगी में भी कई बड़े छक्के मारे हैं!
कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने 2023 इंडियन प्रीमियर लीग में गुजरात के खिलाफ चमत्कार किया है. रिंकू ने अंतिम ओवर में 5 छक्के जड़ न केवल कोलकाता नाईट राइडर्स को जीत दिलाई बल्कि ये भी बताया कि यदि इंसान मेहनत करे और फोकस करे तो संभव सब है. बाकी यदि रिंकू के जीवन को देखें तो पूर्व में भी उन्होंने कई छक्के जड़े हैं और असंभव को संभव कर दिखाया है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
स्विगी बैग वाली महिला ने साबित किया, जब बात बच्चों की हो तो मां से शक्तिशाली कोई नहीं
स्विगी बैग के साथ बुर्के में दिखने वाली इस महिला का नाम रिजवाना है. जो बेहद गरीब परिवार से है. उसकी शादी 23 साल पहले हुई थी. पति के जाने के बाद रिजवाना ने हार नहीं मानी और अपने बच्चों के लिए जीने की ठानी. उसने सोचा कि कितनी भी मुश्किल क्यों ना आए वह अपने बच्चों का सहारा बनेगी. अब वह अकेले ही अपने बच्चों को पाल रही है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
भूखा और बर्बाद मुल्क पाकिस्तान, लेकिन हुकूमत की अकड़ कायम है!
पाकिस्तान की मौजूदा हालत किसी से छिपी नहीं है. मुल्क भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है. महंगाई सातवें आसमान पर है. ऐसे में जो मुल्क के हुक्मरानों का रवैया है वो कई मायनों में विचलित करता है. सोचने वाली बात ये है कि जहां लोग दाने दाने के मोहताज हैं वहां नेता अपनी एक अलग अकड़ लिए हुए एक दूसरे पर भद्दे आरोप लगा रहे हैं.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
नीरज
संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन ही पाकिस्तान का बदहाली से बचने का आखिरी सहारा है!
समय आ गया है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान के साथ एकजुट हो और पाकिस्तान जैसे देशों के प्रति प्रतिबद्धता दिखाए. ताकि वे इन विनाशकारी बाढ़ों से मजबूत और समावेशी तरीके से उभर सकें.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
कौशलेंद्र प्रताप सिंह
@2342512585887517
भारत को बदलना है तो लड़ना सीखिए, उस गरीबी से लड़िये जो गांव में स्थिर है!
देश बदलता है तो लड़ना होगा. इसलिए उस पूंजी के खिलाफ लड़िये जो प्रतिभाओं के हक़ और हक़ूक़ को मार रही है, उस बहन-बेटियों के सुहाग के लिए लड़िये जो भारत मां की कोख से पैदा होने के पहले ही मार दी जा रही है, उस भ्र्ष्टाचार से लड़िये जो रुपये में कम आचरण में ज्यादा हो.
समाज
| बड़ा आर्टिकल
कौशलेंद्र प्रताप सिंह
@2342512585887517
गांव के अगले चौराहे पर लोकतंत्र से मुलाकात हुई, उसके अपने दर्द थे और थी दास्तां!
पूंजी की कोख से निकला प्रजातंत्र ललकार रहा था और ललकार की चीत्कार को सुनने वाली प्रजा कराह रही थी. वो बेबस थी, लाचार थी और ये अपने आप में दुर्भाग्यपूर्ण था कि उसकी आवाज को सुनने वाला कहीं दूर दूर तक नहीं था.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
डॉ. फैयाज अहमद फैजी
@faizianu
क्यों जरूरी है पसमांदा मुसलमानों को अलग पहचान मिलना, आइये जानते हैं...
विदेशी अशराफ मुसलमान और देशज पसमांदा मुसलमान के जातिगत एवं सांस्कृतिक विभेद किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. ऐसे तमाम मौके आए हैं जब अपने को अशराफ कहने वाले मुसलमानों द्वारा पसमांदा मुसलमानों का तमाम तरीकों से शोषण किया गया.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
हत्या बनाम आत्महत्या के आंकड़ों से समझिये यूपी बिहार वालों का जीवन संघर्ष
आत्महत्या को लेकर दुनिया के 113 देशों में शोध हुआ है जिसमें भारत को भी रखा गया है. भारत के विषय में जो जानकारियां निकल कर सामने आ रही हैं वो हैरान करने वाली हैं. यूपी बिहार में आत्महत्या के मुकाबले मर्डर ज्यादा हैं तो वहीं देश के सबसे पढ़े लिखे राज्य केरल में स्थिति कहीं अलग है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
जनसंख्या नियंत्रण कानून का उद्देश्य पवित्र है, धर्म-सियासत का एंगल बवाल है!
असम सरकार ने चुनाव जीतने के तत्काल बाद जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सरकारी आदेश जारी कर दिया. यूपी की योगी आदित्यनाथ भी इसी की तैयारी में है. जबकि, केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कह चुकी है कि वह फैमिली प्लानिंग को लेकर कोई जबर्दस्ती नहीं करना चाहती. आबादी की समस्या का मामला सिर्फ धर्म और सियासत में ही अटका हुआ रहा है.